कई दिग्गजों के ना होने की वजह से बदली हुई होगी 17वीं लोकसभा में बैठने की व्यवस्था
नई दिल्ली। राष्ट्रपति भवन में गुरुवार शाम आयोजित समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी ने पद और गोपनीयता की शपथ ली। पीएम मोदी के अलावा 57 मंत्रियों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली। लोकसभा के लिए चुनकर आए चेहरों की बात करें तो इनमें अबकी कई नए नाम शामिल हैं, जबकि कई दिग्गज नेता लोकसभा में नहीं दिखाई देंगे। उनकी गैर-मौजूदगी में लोकसभा में सीटिंग प्लान में बड़ा बदलाव होता दिखाई दे रहा है।
5 दिग्गज अबकी नहीं पहुंच रहे लोकसभा में
लोकसभा की प्रतिष्ठित अग्रिम पंक्ति में हाल के समय में सबसे बड़ा फेरबदल होने जा रहा है। दरअसल 5 ऐसे वरिष्ठ सांसद हैं जो लोकसभा में नहीं लौटे हैं। पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा, पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, सदन में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और लालकृष्ण आडवाणी ऐसे नेता हैं जो इस बार सदन की अग्रिम पंक्ति में दिखाई नहीं देंगे। जबकि एआईएडीएमके नेता एम थंबीदुरई भी चुनाव हार जाने के कारण अग्रिम पंक्ति में नहीं होंगे।
बदल जाएगा पहली पंक्ति का सीटिंग प्लान
एचडी देवेगौड़ा, मल्लिकार्जुन खड़गे और एम थंबीदुरई अपना चुनाव हार गए जबकि सुषमा स्वराज और एलके आडवाणी ने चुनाव ही नहीं लड़ा था। नाम न छापने की शर्त पर लोकसभा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'आमतौर पर अग्रिम कतार की सीटें वरिष्ठ सांसदों और विभिन्न दलों के सदन के नेताओं को दी जाती हैं। पूर्व प्रधानमंत्रियों को भी इस पंक्ति की सीटें आवंटित की जाती हैं यदि वह सदन में वापस चुनकर आते हैं। एक पार्टी का फ्रंट रो कोटा सदन में उसकी सदस्यों की संख्या पर निर्भर करता है।'
5 के अलावा दो अन्य दल गंवा सकते हैं सीटें
इन पांच तय बदलावों के अलावा, दो और नेता अपनी सीटें गंवा सकते हैं। ये हैं-बीजू जनता दल (BJD) के सदन में नेता भर्तृहरि महताब और तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंदोपाध्याय। बीजद और तृणमूल दोनों को 2014 में अग्रिम पंक्ति की सीटें मिली थी। टीएमसी 34 और बीजद 20 सांसदों के साथ सदन में पहुंची थी।। लेकिन हाल में संपन्न हुए चुनावों में, तृणमूल और बीजद क्रमशः 22 और 10 सीटों पर खिसक गए हैं।
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भाजपा को मिल सकती हैं दो अतिरिक्त सीटें
भाजपा के 303 सांसद हैं और उनको दो अतिरिक्त सीटें मिल सकती हैं, इस तरह एनडीए का कोटा 12 सीटों से बढ़ सकता है। तीसरी एनडीए सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ लेने वाले भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को अग्रिम पंक्ति में सीट मिलना तय माना जा रहा है, जिस पर उन्होंने राज्यसभा में भी कब्जा किया था। इसके अलावा राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी और सदानंद गौड़ा जैसे वरिष्ठ मंत्रियों को भी आगे की पंक्ति में सीटें मिल सकती हैं।
आगे की पंक्ति में सोनिया गांधी के साथ मल्लिकार्जुन खड़गे बैठते थे
सीटिंग व्यवस्था के मुताबिक, स्पीकर के दाहिने साइड की पहली सीट या सीट नंबर एक प्रधानमंत्री की होती है। उनके बगल की सीट दूसरे सबसे वरिष्ठ मंत्री को दी जाती है। पिछले कार्यकाल में राजनाथ सिंह सीट नंबर पर बैठते थे। इस पंक्ति की आखिरी सीट डिप्टी स्पीकर को आवंटित की जाती है। बीजेपी के सहयोगी दलों में, वरिष्ठ मंत्री और लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान, शिवसेना के अरविंद सावंत और शिरोमणि अकाली दल की हरसिमरत कौर को भी पहली पंक्ति में जगह मिल सकती है। पिछली लोकसभा में, यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस के सदन के नेता खड़गे आगे की दो सीटों पर दिखाई दिए। इस बार, सोनिया गांधी की सीट वही है। सोनिया गांधी के कांग्रेस संसदीय दल के नेता बनने की स्थिति में राहुल गांधी दूसरी कतार से आगे की कतार में शिफ्ट हो सकते हैं।