लोकसभा चुनाव 2019: बीजेपी के 'संकल्प पत्र' में आडवाणी को क्यों नहीं मिली जगह?
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अपना घोषणा पत्र (Manifesto) जारी कर दिया है। भारतीय जनता पार्टी ने इस मेनिफेस्टो को 'संकल्प पत्र' नाम दिया है। दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच यह घोषणा पत्र जारी किया गया। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ-साथ बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज, अरुण जेटली समेत पार्टी के कई नेता मौजूद थे। हालांकि इस दौरान पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी मंच पर नजर नहीं आए। यही नहीं बीजेपी के संकल्प पत्र में पार्टी के संस्थापक सदस्यों में शामिल लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी की तस्वीर भी नजर नहीं आ रही है। आखिर आडवाणी की तस्वीर को 'संकल्प पत्र' में जगह क्यों नहीं मिली, बताते हैं आगे।
संकल्प पत्र में श्यामा प्रसाद मुखर्जी, दीनदयाल उपाध्याय और अटल बिहारी वाजपेयी की तस्वीर
बीजेपी के 'संकल्प पत्र' पर गौर करें तो इसके कवर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर है, जबकि बैक-कवर पर श्यामा प्रसाद मुखर्जी, दीनदयाल उपाध्याय और अटल बिहारी वाजपेयी की तस्वीर लगी है। 'संकल्प पत्र' को देखकर साफ नजर आ रहा है कि पार्टी ने पूरा फोकस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर किया है। यही वजह है कि पार्टी के मेन कवर पर उनकी ही तस्वीर लगाई गई है। वहीं अगर बैक कवर की बात करें तो यहां भी पार्टी ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी, दीन दयाल उपाध्याय और अटल बिहारी वाजपेयी की तस्वीर को जगह देने के साथ ही ये स्पष्ट करने की कोशिश की है आखिर उनकी तस्वीर लगाने के पीछे वजह क्या है।
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पीएम मोदी ने जारी किया बीजेपी का 'संकल्प पत्र'
दरअसल, बीजेपी ने संकल्प पत्र के बैक कवर पर श्यामा प्रसाद मुखर्जी, दीन दयाल उपाध्याय और अटल बिहारी वाजपेयी की तस्वीर के साथ ही तीन पंक्तियां भी लिखी है। इसमें लिखा है, राष्ट्रवाद हमारी प्रेरण, अन्त्योदय हमारा दर्शन, सुशासन हमारा मंत्र। यानी श्यामा प्रसाद मुखर्जी की तस्वीर राष्ट्रवाद को दर्शाती है। दीनदयाल उपाध्याय की तस्वीर अन्त्योदय और अटल बिहारी वाजपेयी की तस्वीर सुशासन के मंत्र को पेश करती है। बीजेपी ने इन्हीं मंत्र को पेश करने के लिए पार्टी के तीन दिग्गज नेताओं को संकल्प पत्र में जगह दी है।
इसलिए आडवाणी की तस्वीर को घोषणा पत्र में नहीं मिली जगह
यही नहीं, बीजेपी के 'संकल्प पत्र' में पार्टी के वरिष्ठ नेता और संस्थापक सदस्य लालकृष्ण आडवाणी की तस्वीर नहीं होने पीछे जो मुख्य वजह मानी जा रही है, वो ये है कि जिन नेताओं को घोषणा पत्र में जगह मिली है उनका निधन हो चुका है। वहीं आडवाणी अभी बीजेपी के मार्गदर्शक मंडल में शामिल हैं। यही वजह है कि उनकी तस्वीर को मेनिफेस्टो में जगह नहीं मिली है। आडवाणी के अलावा पार्टी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी की भी तस्वीर को घोषणा पत्र में जगह नहीं मिली है। हालांकि 2014 के लोकसभा चुनाव में घोषणापत्र बनाने की जिम्मेदारी मुरली मनोहर जोशी को ही दी गई थी।
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