जब लालू आवास के तालाब में सोना छिपाने की अफवाह पर सीबीआई ने उतारे थे गोताखोर
पटना। नीतीश कुमार अपने चुनावी भाषणों में लालू यादव के भ्रष्टाचार पर खूब तंज कस रहे हैं। नीतीश ने लालू का नाम लिये बगैर कहा, जो राजनीति में माल बनाने आये थे वे अब जेल में हैं। लालू यादव 900 करोड़ के चारा घोटाला में सजायाफ्ता हो चुके हैं। इस लिए विरोधियों को उन पर हमला करने का मौका मिल गया है। रेलवे टेंडर घोटाला के मामले में आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय उनके और उनके परिवार की करोड़ों रुपये की सम्पत्ति जब्त कर चुका है। चारा घोटाला उजागर होने के दो साल बाद सीबीआइ ने उनके खिलाफ आय से अधिक सम्पत्ति अर्जित करने का केस किया था। लेकिन कोर्ट में ये मामला साबित नहीं पाया। 2006 में लालू- राबड़ी को कोर्ट ने डीए केस से बरी कर दिया था।
घर के तालाब में सोने के सिल्ली की अफवाह
लालू यादव ने सीबीआइ कोर्ट में गवाही के दौरान एक अजीबोगरीब सफाई दी थी। लालू ने कहा था कि उनके खिलाफ सीबीआइ का रवैया बहुत पक्षपात पूर्ण था। जब सीबीआइ ने आय से अधिक सम्पत्ति का केस किया था तो उसमें खैनी खाने के खर्च को भी जोड़ दिया था। छठ पूजा में कितना खर्चा किया, इसको भी केस में डाल दिया। सीबीआइ अफवाह पर कार्रवाई कर रही थी। 1997 में मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर सीबीआइ ने छापा मारा था। अफवाह उड़ा दी गयी थी कि लालू-राबड़ी आवास के तालाब में सोने की बड़ी-बड़ी सिल्लियां छिपायी गयी हैं। छापेमारी के दौरान सीबीआइ गोताखोर लेकर आयी थी। उसने तालाब में गोताखोर को उतार कर देखा। जाल लगाया लेकिन मछली के सिवा कुछ न मिला।
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मंत्री, विधायक बनवाने के लिए लिये पैसे ?
सुशील मोदी ने अप्रैल 2017 में लालू परिवार पर अवैध सम्पत्ति अर्जित करने के कई आरोप लगाये थे। उस समय वे विपक्ष में थे। अब वे बिहार के डिप्टी सीएम हैं। फिर उन्होंने लालू के भ्रष्टाचार पर एक किताब लिख डाली जिसका नाम है- लालू लीला। मोदी के मुताबिक लालू ने कई नेताओं को मंत्री, विधायक, पार्षद और सांसद बनाने के लिए मकान और जमीन लिखवा ली। इनमें रघुनाथ झा और कांति सिंह के नाम प्रमुख हैं। मोदी ने लिखा है कि लालू ने काला धन को सफेद करने के लिए गरीब लोगों के नाम का सहारा लिया। गरीब लोगों के नाम पर सम्पत्ति खरीद को दिखा कर फिर अपने परिवार के लोगों के नाम से गिफ्ट करा लिया। मोदी ने अपनी किताब में इन गरीब लोगों के नाम भी गिनाये हैं।
लालू परिवार के पास 141 भूखंड, 30 फ्लैट !
मोदी का आरोप है कि लालू परिवार के पास 141 भूखंड, 30 फ्लैट और करीब छह दुकानें हैं। तेजस्वी के नाम पर 52, , तेजप्रताप के नाम पर 28, मीसा भारती के नाम पर 23 सम्पत्तियां हैं। राबड़ी देवी के नाम पर 43 भूखंड और 30 से अधिक फ्लैट हैं। ये सम्पत्ति पटना , दानापुर और दिल्ली तक फैली है। लालू परिवार की इन सम्पत्तियों का मामला अभी कोर्ट में है। राबड़ी और तेजस्वी इस मामले में फिलहाल जमानत पर बाहर हैं। लालू परिवार की करीब आधी प्रोपर्टी को विभिन्न जांच एजेंसियों ने अटैच कर लिया है। इतने गंभीर आरोप लगाने के बाद भी लालू परिवार ने सुशील मोदी पर मानहानि का केस नहीं कराया। इस लिए विरोधी चुनाव के समय इस मुद्दे को जोर-शोर से उठा रहे हैं।
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