चौथे चरण में इन सीटों पर रहेगी नजर, कई दिग्गजों की किस्मत का होगा फैसला
नई दिल्ली। देश में 17वीं लोकसभा के लिए हो रहे आम चुनाव के चौथे चरण का मतदान 29 अप्रैल को होगा। इस चरण में देश के नौ राज्यों की 71 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। इस चरण में कई दिग्गजों की किस्मत का बटन दबेगा। वसुंधरा राजे के बेटे दुष्यंत सिंह, कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ, प्रिया दत्त, उर्मिला मांतोडकर, कन्हैया कुमार, सलमान खुर्शीद, बाबुल सुप्रियो, मुनमुन सेन और गिरिराज सिंह समेत इन कैंडिडेट की किस्मत का फैसला इस चरण में होना है।
उत्तर प्रदेश के उन्नाव से साक्षी महाराज फिर मैदान में
उत्तर प्रदेश की उन्नाव सीट पर 2014 के चुनाव में लड़ चुके पुराने प्रतिद्वंदी एक बार फिर से आमने सामने हैं। भाजपा ने मौजूदा सांसद सच्चिदानंद हरि साक्षी महराज को फिर से मैदान में उतारा है। सपा-बसपा गठबंधन से अरुण शंकर शुक्ला अन्ना महराज एक बार फिर ताल ठोंक रहे हैं। वहीं कांग्रेस ने पूर्व सांसद अन्नू टण्डन को प्रत्याशी बनाया है। तीनों नेता पिछली बार भी इसी सीट से लड़े थे। 2014 में भाजपा के साक्षी महाराज ने तीन लाख से ज्यादा वोटों से सपा के अरुण शंकर शुक्ला अन्ना को हराया था। हालांकि इस बार उनको बसपा का भी साथ है, बसपा कैंडिडेट को पिछले चुनाव में दो लाख वोट मिले थे।
फर्रुखाबाद में सलमान खुर्शीद का मुकेश राजपूत से मुकाबला
उत्तर प्रदेश की फर्रुखाबाद सीट पर कांग्रेस ने पूर्व विदेश मंत्री और अपने सीनियर नेता सलमान खुर्शीद को प्रत्याशी बनाया है। खुर्शीद पिछली बार चौथे स्थान पर रहे थे, ऐसे में इस दफा उनके सामने बड़ी चुनौती है। 2014 लोकसभा चुनाव में भाजपा के मुकेश राजपूत डेढ़ लाख से ज्यादा वोटों से जीते थे। वो एक बार फिर भाजपा के उम्मीदवार हैं। वहीं सपा-बसपा गठबंधन ने पूर्व एमएलसी मनोज अग्रवाल को टिकट दिया है।
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कन्नौज में अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल चुनाव मैदान में
समाजवादी के प्रभाव वाली सीट मानी जाने वाली कन्नौज से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव चुनाव लड़ रही हैं। वो यहां से मौजूदा सांसद भी हैं। 2014 में सपा की डिंपल यादव करीब बीस हजार वोटों से जीती थीं। इस बार उन्हें बसपा का भी समर्थन है। उनका मुकाबला भाजपा के सुब्रत पाठक से है। डिंपल यादव से पहले अखिलेश यादव तीन बार यहां से सांसद रह चुके हैं।
कानपुर में श्रीप्रकाश जायसवाल के सामने सत्यदेव पचौरी
उत्तर प्रदेश की कानपुर लोकसभा सीट पर 2014 में भाजपा के मुरली मननोहर जोशी दो लाख से ज्यादा वोटों से जीते थे। इस बार बीजेपी ने मुरली मनोहर जोशी का टिकट काट करके सत्यदेव पचौरी को मैदान में उतारा है। कांग्रेस ने यहां से केंद्र में मंत्री रह चुके श्रीप्रकाश जायसवाल को उम्मीदवार बनाया है। श्रीप्रकाश जायसवाल 1999 के बाद लगातार तीन बार यहां से चुनाव जीतने में सफल रहे थे। 2014 के चुनाव में वो जोशी से हार गए थे। एसपी-बीएसपी गठबंधन में यह सीट सपा के खाते में है। सपा ने यहां से पूर्व सांसद मनोहर लाल के बेटे रामकुमार को प्रत्याशी बनाया है।
बिहार: बेगूसराय में गिरिराज सिंह-कन्हैया कुमार में टक्कर
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार के चुनाव लड़ने के चलते बिहार की बेगूसराय की सीट चर्चा में है। यहां से सीपीआई ने कन्हैया को उम्मीदवार बनाया है। भाजपा ने यहां से केंद्र में मंत्री गिरिराज सिंह को प्रत्याशी बनाया है। 2014 में भाजपा के भोला सिंह ने बेगूसराय सीट पर राजद के तनवीर हसन को करीब 58 हजार वोटों से हराया था। तनवीर हसन एक दफा फिर राजद के टिकट पर चुनाव में हैं।
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एनडीए का साथ छोड़ने वाले उपेंद्र कुशवाहा का उजियारपुर में 'टेस्ट'
बिहार की उजियारपुर सीट से रालोसपा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा चुनाव लड़ रहे हैं। मौजूदा सरकार में मंत्री रहे कुशवाहा अब कांग्रेस और राजद के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ रहे हैं। उनका मुकाबला भाजपा के मौजूदा सांसद और प्रत्याशी नित्यानंद राय से है। 2014 में भाजपा के नित्यानंद राय ने राजद के आलोक मेहता को 60 हजार वोटों से हराया था।
राजस्थान: जोधपुर सीट पर गजेंद्र शेखावत के सामने अशोक गहलोत के बेटे
राजस्थान की जोधपुर सीट पर कांग्रेस से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव कांग्रेस से और भाजपा से केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत भाजपा से चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसे में इस सीट पर प्रदेश की नहीं देशभर के लोगों की निगाह है। 2014 में शेखावत ने कांग्रेस की चंद्रेश कुमारी को 4 लाख 10 हजार वोटों से हराया था लेकिन इस बार वैभव के होने की वजह से मुकाबला दिसचस्प होने की बात कही जा रही है इस सीट से खुद अशोक गहलोत पांच बार सांसद रह चुके हैं।
बाड़मेर में कैलाश चौधरी को मानवेन्द्र सिंह की चुनौती
भाजपा के बड़े नेता रहे जसवंत सिंह के बेटे मानवेंद्र सिंह बाड़मेर से कांग्रेस के उम्मीदवार हैं। पिछले साल राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए मुकाबला बीजेपी के कर्नल सोनाराम से है। 2014 में भाजपा के कर्नल सोनाराम चौधरी ने भाजपा से टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय लड़े जसवंत सिंह को 87 हजार वोटों से हराया था। इस दफा उनके बेटे मानवेंद्र से सोनाराम का मुकाबला है।
झालावाड़-बारां में वसुंधरा राजे के बेटे फिर मैदान में
झालावाड़-बारां सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बेटे दुष्यंत सिंह लगातार चौथी बार चुनाव लड़ रहे हैं। 2014 में भाजपा के दुष्यंत सिंह 2.81 लाख वोटों से जीते थे। इस दफा उनके सामने बीजेपी से कांग्रेस में शामिल हुए प्रमोद शर्मा हैं।
मुंबई नॉर्थ सेंट्रल पर पूनम महाजन-प्रिया दत्त
महाराष्ट्र की मुंबई नॉर्थ सेंट्रल सीट पर भाजपा ने एक बार फिर पूनम महाजन को उतारा है। 2014 में भाजपा की पूनम महाजन यहां से 1.86 लाख वोटों से जीती थीं। पूनम बीजेपी के बड़े नेता रहे प्रमोद महाजन की बेटी हैं। उनका मुकाबला कांग्रेस की प्रिया दत्त से है। पूर्व सांसद प्रिया दत्त कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे मरहूम सुनील दत्त की बेटी हैं।
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महाराष्ट्र: मुंबई नॉर्थ पर उर्मिला की सियासी किस्मत का फैसला
2014 में भाजपा के गोपाल शेट्टी ने महाराष्ट्र की मुंबई नॉर्थ सीट पर 2.17 लाख वोटों से एकतरफा जीत हासिल की थी। भाजपा ने उन्हें फिर उम्मीदवार बनाया है, वहीं कांग्रेस ने अभिनय की दुनिया से राजनीति में आईं अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर को प्रत्याशी बनाकर चुनाव को दिलचस्प कर दिया है।
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मध्य प्रदेश: छिंदवाड़ा में नकुलनाथ के सामने पिता की सीट बचाने की चुनौती
मध्य प्रदेश की छिंदवाड़ा सीट से कांग्रेस ने मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ को प्रत्याशी बनाया है। नकुलनाथ के सामने बीजेपी ने नत्थन शाह को प्रत्याशी बनाया है। छिंदवाड़ा को कमलनाथ की मजबूत पकड़ वाली सीट माना जाता है। 2014 में कांग्रेस के कमलनाथ 1.16 लाख वोटों से यहां जीत दर्ज की थी।
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सीधी सीट पर अजय सिंह-रीति पाठक में सीधी लड़ाई
2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी की रीति पाठक ने कांग्रेस के इंद्रजीत कुमार को 1 लाख 8 हजार 46 वोटों से हराया था। रीति पाठक इस सीट पर दूसरी बार जीतने की तैयारी कर रही हैं, तो वहीं कांग्रेस से अर्जुन सिंह के लड़के अजय सिंह चुनाव लड़ रहे हैं।
जबलपुर में हैट्रिक लगा चुके राकेश सिंह के सामने विवेक तन्खा
मध्य प्रदेश के जबलपुर से बीजेपी ने प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह को प्रत्याशी बनाया है, जो यहां से मौजूदा सांसद भी हैं।कांग्रेस ने विवेक तन्खा को यहां से चुनाव मैदान में उतारा है। राकेश सिंह बीते तीन चुनाव यहां से जीत चुके हैं। 2014 में भाजपा राकेश सिंह दो लाख से ज्यादा वोटों से यहां से जीते थे। जबलपुर सीट रक 1996 से लगातार भाजपा जीत रही है।
पश्चिम बंगाल: आसनसोल पर दो फिल्मी सितारों का मुकाबला
पश्चिम बंगाल की आसनसोल लोकसभा सीट पर फिल्मी दुनिया से राजनीति में आई दो हस्तियों के बीच मुकाबला है। भाजपा ने आसनसोल से मौजूदा सांसद और केंद्र में मंत्री बाबुल सुप्रियो को फिर प्रत्याशी बनाया है। 2014 में भाजपा के बाबुल सुप्रियो 70 हजार वोटों से जीते थे। वहीं टीएमसी ने इस सीट पर मुनमुन सेन को उतारा है। 2014 में मुनमुन सेन ने बांकुरा लोकसभा सीट पर जीत दर्ज की थी।
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