क्विक अलर्ट के लिए
नोटिफिकेशन ऑन करें  
For Daily Alerts
Oneindia App Download

लोकसभा चुनाव 2019: इस बार देर से आएंगे चुनाव नतीजे, वजह है VVPAT

इस चुनाव में पहली बार VVPAT (वोटर वेरिफियेबल पेपरऑडिट ट्रायल) का इस्तेमाल देश भर में हो रहा है जिसकी वजह से नतीजे आने में कुछ घंटों की देरी होगी.चुनाव आयोग के अधिकारियों ने कहा है कि आख़िरी नतीजे आने में कम से कम पांच से छह घंटे की देरी होगी. चुनाव आयोग के सीनियर डिप्टी कमिश्नर उमेश सिन्हा ने राज्यसभा टीवी को दिए गए एक इंटरव्यू में कहा है.

By BBC News हिन्दी
Google Oneindia News
ईवीएम
Getty Images
ईवीएम

17वें आम चुनावों के लिए मतगणना 23 मई को होनी है.

इस चुनाव में पहली बार VVPAT (वोटर वेरिफियेबल पेपरऑडिट ट्रायल) का इस्तेमाल देश भर में हो रहा है जिसकी वजह से नतीजे आने में कुछ घंटों की देरी होगी.

चुनाव आयोग के अधिकारियों ने कहा है कि आख़िरी नतीजे आने में कम से कम पांच से छह घंटे की देरी होगी.

चुनाव आयोग के सीनियर डिप्टी कमिश्नर उमेश सिन्हा ने राज्यसभा टीवी को दिए गए एक इंटरव्यू में कहा है कि ईवीएम की गिनती ख़त्म होने के बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक़ वीवीपैट रिज़ल्ट से उसे मैच किया जाएगा.

ईवीएम ले जाते चुनाव कर्मी
Reuters
ईवीएम ले जाते चुनाव कर्मी

इस बार प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से पांच वीवीपैट मशीनों और ईवीएम नतीजों को मिलान किया जाएगा जबकि पहले हर विधानसभा क्षेत्र में एक वीवीपैट मशीन का इस्तेमाल किया जाता था.

राजनीतिक दल हाल के दिनों में वोटिंग मशीनों की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते रहे हैं.

वीवीपैट इस बात को तय करने में मददगार होगी कि ईवीएम में मतदाता ने जिस दल को वोट दिया है वो वीवीपैट से मैच कर रहा है या नहीं.

वीवीपैट मशीन
Getty Images
वीवीपैट मशीन

आधे वोटों पर वीवीपैट मिलान चाहता था विपक्ष

वीवीपैट का प्रयोग सबसे पहले नगालैंड के नक्सन विधान सभा चुनाव के दौरान किया गया था. इसके बाद 2014 के संसदीय चुनाव में इस मशीन का इस्तेमाल लखनऊ, गांधी नगर, बेंगलुरु दक्षिण, मध्य चेन्नई, जादवपुर, रायपुर, पटना साहिब और मिज़ोरम में किया गया.

इसके बाद, 2017 में गोवा के विधानसभा चुनावों में वीवीपैट मशीनों का उपयोग किया गया था.

इन मशीनों का इस्तेमाल वर्तमान संसदीय चुनावों में पहली बार पूरे देश में किया गया है.

इस मामले में 21 विपक्षी दल ने सर्वोच्च न्यायालय में अर्ज़ी देकर मांग की थी कि प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र के 50 प्रतिशत वोटों को वीवीपैट के साथ मिलाया जाए. लेकिन चुनाव आयोग का कहना था कि पचास फीसदी ईवीएम और वीवीपैट को मैच करने में कम कम पांच दिन लग जाएंगे जिससे नतीजे आने में देरी हो जाएगी.

सुप्रीम कोर्ट ने अपने फ़ैसले में कहा कि प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में पांच ईवीएम और वीवीपैट में पड़े वोटों की जांच की जाए.

चुनाव आयोग ने फ़ैसला किया है कि प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से पांच-पांच वीवीपैट का चयन 'रैंडमली' यानी बिना किसी क्रम के किया जाएगा और ईवीएम और वीवीपैट के नतीजों को मैच किया जाएगा.

इस काम के लिए हर काउंटिंग हॉल में वीवीपैट बूथ बनाया गया है.

BBC Hindi
Comments
देश-दुनिया की ताज़ा ख़बरों से अपडेट रहने के लिए Oneindia Hindi के फेसबुक पेज को लाइक करें
English summary
Lok Sabha Elections 2019: This time the results will come late, the reason is VVPAT
तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Settings X
X