3 साल में 5 साल बढ़ी साध्वी प्रज्ञा की उम्र! क्या 4 साल की उम्र में ही गिरा दिया था अयोध्या का विवादित ढांचा?
नई दिल्ली। मालेगांव ब्लास्ट की आरोपी और भोपाल लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार प्रज्ञा ठाकुर के बयान ने एक बार फिर राजनीतिक घमासान मचा दिया है। साध्वी प्रज्ञा ने दावा किया है कि 6 दिसंबर 1992 को अयोध्या में गुंबद पर चढ़कर विवादित ढांचा तोड़ा था। साध्वी के इस बयान के बाद से उनकी उम्र पर सवाल उठने लगे हैं। कई नेताओं और पत्रकारों ने मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से दावा किया कि अगर साध्वी के बात पर यकीन किया जाए तो फिर जिस वक्त बाबरी ढांचा गिराया गया था उस वक्त प्रज्ञा ठाकुर की उम्र 4 साल रही होगी।
विवादित ढांचे को लेकर साध्वी प्रज्ञा ने दिया था ये बयान
आपको बता दें कि साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने रविवार को कहा कि वे बाबरी मस्जिद का ढांचा गिराने गई थीं और उस पर चढ़कर उसे तोड़ा था। उन्होंने कहा, ‘"ढांचा तोड़ने पर मुझे गर्व है। ईश्वर ने मुझे अवसर और शक्ति दी थी, इसलिए मैंने यह काम कर दिया। मैंने देश का कलंक मिटाया था।" अब आपको बताते हैं कि साध्वी की उम्र को लेकर विवाद क्यों मचा है।
तीन साल में साध्वी प्रज्ञा की उम्र 5 साल बढ़ गई?
दरअसल, इंटरनेट पर वायरल कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया कि साध्वी प्रज्ञा की जन्म की तारीख 2 अप्रैल 1988 है। इसके बाद कई नेताओं और पत्रकारों ने भी दावा किया कि साध्वी प्रज्ञा का जन्म 1988 में हुआ था और इस लिहाज से जब बाबरी ढांचा गिराया गया, तब उनकी उम्र 4 साल रही होगी। वहीं साध्वी ने 2016 में बॉम्बे हाईकोर्ट में जमानत अर्जी दी उसमें अपनी उम्र 44 साल बताई थी। इस लिहाज से आज उनकी उम्र 47 साल होनी चाहिए। लेकिन सोमवार को भोपाल में भरे गए नामांकन में साध्वी प्रज्ञा ने अपनी उम्र 49 साल लिखी।
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सोशल मीडिया पर उम्र को लेकर आ रही है प्रतिक्रियाएं
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती और वरिष्ठ पत्रकार शेखर गुप्ता ने भी इसी बारे में ट्वीट किया। सोशल मीडिया पर भी कई यूजर्स ने कहा कि बाबरी विध्वंस के वक्त अगर साध्वी प्रज्ञा 4 साल की थीं तो उन्होंने खुद चढ़कर ढांचा कैसे गिराया? महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट कर साध्वी प्रज्ञा के बारे में लिखा ‘ये हैं बॉस बेबी। इनके सामने छोटा भीम और शिनचैन के जोखिम भरे कारनामे भी फीके पड़ जाए।'
इतनी संपत्ति की मालिक हैं साध्वी प्रज्ञा
साध्वी ने चुनावी हलफनामे में अपनी संपत्ति का ब्योरा दिया है और बताया है कि उनके पास कुल 4 लाख 44 हजार 224 रु की संपत्ति है। ज्ञा ठाकुर के पास 90 हजार नकद हैं जो भोपाल के दो बैंक खातों में जमा हैं। एक बैंक खाते में 88,824 रु जबकि दूसरे में 11 हजार रु जमा हैं। उनका किसी कंपनी में कोई शेयर नहीं है। साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के पास ना कोई गाड़ी है और न ही जमीन। गहनों के नाम पर प्रज्ञा ठाकुर के पास 48 हजार रु की सोने की चेन, 48 हजार रु को सोने का लॉकेट है। इसके अलावा 16 हजार रु की एक सोने की अंगूठी, 81 हजार रु का चांदी का कमंडल है। प्रज्ञा ठाकुर के पास चांदी की थाली, चार चांदी के गिलास, एक चांदी का लोटा, पैर के दो चांदी के रिंग और 'राम' नाम की चांदी की प्लेट है। इन सबकी कुल कीमत 4 लाख 44 हजार 224 रु है।