सातवें चरण की 59 सीटें नरेंद्र मोदी और भाजपा के लिए क्यों हैं, 'नाक की लड़ाई'
नई दिल्ली। देश में 17वीं लोकसभा के लिए हो रहे आम चुनाव अब अपने आखिरी दौर में पहुंच गए हैं। 483 सीटों पर मतदान हो चुका है और अब सिर्फ एक चरण का मतदान बाकी है। आखिरी और सातवें चरण में 19 मई को 59 सीटों पर मतदान होना है। सातवां चरण सत्ताधारी भाजपा के लिहाज से काफी अहम है। इन सीटों पर भाजपा का प्रदर्शन काफी हद तक 23 मई के बाद केंद्र में उसकी स्थिति तय करेगा। साथ ही इस चरण में वाराणसी, गोरखपुर और इंदौर जैसी सीटों पर भी चुनाव है, जो भाजपा के लिए प्रतिष्ठी की सीटें मानी जाती हैं।
सातवें चरण में उत्तर प्रदेश की 13, पंजाब की 13, पश्चिम बंगाल की 9, बिहार की 8, मध्य प्रदेश की 8, हिमाचल प्रदेश की 4, झारखंड की 3 और चंडीगढ़ की एक सीट है। 2014 में भाजपा और उसके सहयोगियों ने इन 59 में से 40 सीटों पर जीत दर्ज की थी। जबकि टीएमसी ने 9, आम आदमी पार्टी ने 4, कांग्रेस ने तीन, झामुमो ने दो और जदयू को एक सीट जीती थी। हालांकि इस बार भाजपा के लिए समीकरण थोड़े बदले हुए हैं। उत्तर प्रदेश में इस बार उसे सपा-बसपा और रालोद के गठबंधन से मुकाबला करना पड़ा रहा है। वहीं पंजाब और मध्य प्रदेश में भाजपा विधानसभा चुनाव हार चुकी है और अब यहां कांग्रेस की सरकारें हैं। बिहार में इस बार भाजपा और जदयू एक साथ हैं।
सातवें चरण में उत्तर प्रदेश में नरेंद्र मोदी समेत भाजपा के कई दिग्गजों की किस्मत का फैसला मतदाता करेंगे। जिन 13 सीटों पर मतदान है, वो सभी 2014 में भाजपा और उसके सहयोगी दलों ने जीती थीं। वाराणसी से नरेंद्र मोदी, गाजीपुर से केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा, मिर्जापुर से भाजपा के सहयोदी अपना दल की कैंडिडेट केंद्र में मंत्री अनुप्रिया पटेल, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय, रमापति राम त्रिपाठी, रवि किश समेत कई नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर है। इस चरण में महराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव, घोसी, सलेमपुर, बलिया, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, मिर्जापुर और राबर्ट्सगंज में मतदान होगा।
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बिहार में इस चरण में पटना साहिब, पाटलिपुत्र, आरा, जहानाबाद, काराकट, बक्सर, सासाराम और नालंदा में चुनाव है। 2014 में सिर्फ नालंदा जदयू को मिली थी बाकी सीटें एनडीए ने जीती थी।
मध्य प्रदेश में सातवें चरण में देवास, उज्जैन, मंदसौर, झाबुआ-रतलाम, धार, इंदौर, खारगौन और खंडवा में वोटिंग है। 2014 में सभी सीटें भाजपा के पास थीं।
पश्चिम बंगाल में जिन सीटों पर सातवें चरण में चुनाव है, वो सब टीएमसी ने 2014 में जीती थीं। पंजाब और चंडीगढ़ की बात करें तो चंडीगढ़ में भाजपा जीती थी। पंजाब में कांग्रेस तीन, आप 4 और अकाली भाजपा गठबंधन ने 6 सीटें जीती थीं।
हिमाचल में सातवें चरण में कांगड़ी, मंडी, हमीरपुर और शिमला में चुनाव है। चारों सीटें भाजपा के पास हैं। वहीं झारखंड में जिन तीन सीटों पर चुनाव है, उनमें एक भाजपा के पास है। कांग्रेस के साथगठबंधन में लड़ रहे झामुमो के पास दो सीटे हैं।
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