अखिलेश-मायावती के मंच पर क्यों थे रवीश कुमार, लोगों ने उठाए सवाल तो दिया जवाब
अखिलेश यादव और मायावती के चुनावी मंच पर दिखने के बाद रवीश कुमार ने अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट लिखकर जवाब दिया।
नई दिल्ली। 2019 के लोकसभा चुनाव के बीच यूपी में सियासी दलों का ताबड़तोड़ चुनाव प्रचार जारी है। मंगलवार को बसपा सुप्रीमो मायावती और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश के जौनपुर में महागठबंधन की संयुक्त रैली को संबोधित किया। महागठबंधन की रैली में अखिलेश यादव और मायावती ने केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। हालांकि सपा-बसपा महागठबंधन की यह रैली एक दूसरी ही वजह से सुर्खियों में रही। दरअसल इस रैली में मंच पर पत्रकार रवीश कुमार भी नजर आए। मंच पर खड़े रवीश कुमार की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई और लोगों ने उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया। इसके बाद रवीश कुमार ने अपने फेसबुक पेज पर उन्हें ट्रोल करने वालों को जवाब दिया।
'कुर्सी भी नहीं दी गई...'
मंगलवार को सपा-बसपा की रैली में मंच पर खड़े रवीश कुमार को देखकर लोगों ने उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रोल करना शुरू कर दिया। एक यूजर ने उनकी तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा, 'महागठबंधन के मंच पर मूर्धन्य रवीश कुमार नजर आ रहे हैं...यहां कुर्सी भी नहीं दी गई।' वहीं एक अन्य यूजर ने उनकी तस्वीर पर कमेंट करते हुए लिखा, 'अखिलेश-मायावती के मंच पर रवीश कुमार की इस तस्वीर के बाद कहां कुछ बच जाता है। आपकी आवाज को एक स्वतंत्र अभिव्यक्ति माना जाता है। आपको जो लोग पसंद करते हैं, वो दूसरे पत्रकारों को 'गोदी मीडिया' कहकर बुलाते हैं। अब तो आप भी गोद में में बैठ गए। वो लोग पीएम मोदी की 'गोदी' में बैठे थे, आप अखिलेश मायावती की 'गोदी' में बैठ गए। अब आप पत्रकारिता और पत्रकारों को लेकर ज्ञान मत बांचिएगा, आपने नैतिक अधिकार खो दिया है।'
रवीश ने दिया ये जवाब
इसके बाद रवीश कुमार ने अपने फेसबुक पर जवाब देते हुए लिखा, 'कुछ लोगों को काम नहीं है। आज यूपी में अखिलेश यादव के साथ कैंपेन ट्रेल कवर कर रहा था। उनके हेलीकाप्टर में और रैलियों में, मंच पर भी गया। देखने की कि नेता के भाषण का रेस्पांस है। अब उसे ऐसे घेर कर बता रहे हैं कि मुझे बैठने की कुर्सी नहीं दी गई। थोड़ा लेवल बढ़ाओ भाई। वैसे कुर्सी दी गई थी, लेकिन मै बैठने नहीं फोटो खींचने गया था।' आपको बता दें कि रवीश कुमार अक्सर सत्ताधारी दल और पत्रकारों को लेकर अपने शो और सोशल मीडिया पर सवाल उठाते रहे हैं। यही कारण है कि जैसे ही अखिलेश यादव और मायावती के मंच पर उनकी तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई, लोगों ने उनके ऊपर भी सवाल उठाने शुरू कर दिए।
अखिलेश-मायावती ने बोला पीएम मोदी पर हमला
इससे पहले जौनपुर की रैली में बसपा सुप्रीमो मायावती ने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, 'आज इस रैली में आई हुई भीड़ को देखकर लगता है इस चुनाव में 'नमो-नमो' करने वालों की छुट्टी हो जाएगी। जनता से किए झूठे वादों और अपनी गलत नीतियों के कारण भाजपा इस बात सत्ता से बाहर चली जाएगी। इस बार भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कोई भी जुमलेबाजी नहीं चलने वाली है।' वहीं सपा मुखिया अखिलेश यादव ने रैली को संबोधित करते हुए कहा, 'भारतीय जनता पार्टी ने यूपी की सरकार में आने के बाद विकास का एक भी काम नहीं किया, उल्टे समाजवादी पार्टी की सरकार के दौरान आई विकास योजनाओं को भी रोक दिया। पांच चरण के चुनाव के बाद यह साफ हो गया है कि प्रदेश की जनता महागठबंधन के साथ है। जो सरकार वाराणसी में एक फौजी से डर गई, वो आतंकवाद के कैसे लड़ेगी।'