2019 में UPA को 293 और NDA को मिलेंगी 250 सीटें, मशहूर चुनाव विश्लेषक का अनुमान
2019 के लोकसभा चुनाव एनडीए और यूपीए कितनी सीटें जीतेंगे, इसे लेकर एक चौंकाने वाला आंकड़ा सामने आया है।
नई दिल्ली। 2019 के लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2019) को लेकर भाजपा (BJP) और कांग्रेस (Congress) समेत देश के सभी राजनीतिक दलों ने सियासी बिसात बिछानी शुरू कर दी है। 'दिल्ली की गद्दी' के लिए राजधानी में युद्ध स्तर पर बैठकों का दौर चल रहा है और नफे-नुकसान का गणित बिठाते हुए सियासी दल गठबंधन की संभावनाएं तलाशने में लगे हुए हैं। इस बीच 2019 के लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Polls 2019) को लेकर आ रहे अलग-अलग सर्वे भी राजनेताओं की नींद उड़ा रहे हैं। लोकसभा चुनाव की इस गहमागहमी के बीच चुनाव विश्लेषक पार्थ दास ने 2019 में एनडीए (NDA) और यूपीए (UPA) के प्रदर्शन को लेकर सीटों का एक अनुमानित आंकड़ा पेश किया है। इस आंकड़े के परिणाम को देखकर सियासी दल सकते में आ गए हैं।
यूपी को लेकर क्या कहती है दास की भविष्यवाणी?
लोकसभा चुनाव (2019 Lok Sabha Elections)को लेकर दिल्ली में बढ़ रही सियासी गर्मी के बीच चुनाव परिणाम विश्लेषक पार्थ दास का अनुमान कहता है कि 2019 में कांग्रेस का संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) लोकसभा की 293 सीटों पर जीत हासिल कर केंद्र की सत्ता में वापसी कर सकता है, जबकि एनडीए केवल 250 सीटों पर सिमट सकता है। दास के विश्लेषण के अनुसार, सपा-बसपा (SP-BSP) और आरएलडी का महागठबंधन यूपी की 80 में से 50 सीटों पर जीत हासिल कर सकता है और चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद ये तीनों दल यूपीए का हिस्सा बन जाएंगे। यहां यह बात गौर करने लायक है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के गठबंधन ने यूपी की 73 सीटों पर जीत का परचम लहराया था। ऐसे में एनडीए को सबसे बड़ा झटका यूपी में ही लग सकता है।
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पश्चिम बंगाल में चौकाने वाले परिणाम
पार्थ दास के अनुमानित आंकड़े में कहा गया है कि बिहार में एनडीए, यूपीए पर बढ़त हासिल करेगा। दास के आंकड़ों के मुताबिक 40 सीटों वाले बिहार में भाजपा, जेडीयू और लोक जनशक्ति पार्टी मिलकर 26 सीटों पर जीत हासिल करेंगी। वहीं, राष्ट्रीय जनता दल, कांग्रेस, सीपीआई, उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) 14 सीटें जीत सकते हैं। अनुमान में पश्चिम बंगाल को लेकर चौंकाने वाले परिणाम दिए गए हैं। दास के अनुमान के मुताबिक, पश्चिम बंगाल की 42 सीटों में से एनडीए केवल 3 सीटें ही जीत पाएगा। वहीं, अगर चुनाव परिणाम आने के बाद तृणमूल कांग्रेस गठबंधन में शामिल हो जाती है तो यूपीए को 39 सीटें मिल सकती हैं।
तीन प्रदेशों में नहीं खुलेगा खाता, दास का अनुमान
पार्थ दास के मुताबिक, महाराष्ट्र में एनडीए मजबूत स्थिति में नजर आ रहा है। महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की दशा में एनडीए 32 सीटों पर जीत हासिल कर सकता है, जबकि यूपीए को महज 16 सीटें ही मिलती हुई नजर आ रही हैं। अनुमान में कहा गया है कि मध्य प्रदेश और राजस्थान में यूपीए शानदार प्रदर्शन करेगा। मध्य प्रदेश में 15 और राजस्थान में 18 सीटों पर यूपीए जीत हासिल कर सकता है। दास भविष्यवाणी करते हैं कि एनडीए केरल, तमिलनाडु और पांडिचेरी में किसी भी सीट पर जीत दर्ज नहीं कर पाएगा। हालांकि कर्नाटक में 28 में से 14 सीटें और आंध्र प्रदेश की 25 में से 16 सीटें एनडीए को मिलने का अनुमान लगाया गया है।
भाजपा ने कराया आंतरिक सर्वे
आपको बता दें कि हाल ही में महाराष्ट्र को लेकर भाजपा का भी एक आंतरिक सर्वे सामने आया था। भाजपा के इस आंतरिक सर्वे में खुलासा हुआ कि अगर महाराष्ट्र के अंदर 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा और शिवसेना साथ मिलकर चुनाव लड़ते हैं तो यह पार्टी के लिए बेहद फायदेमंद साबित होगा। सर्वे में यह भी सामने आया है कि अगर भाजपा और शिवसेना एक साथ मिलकर चुनाव नहीं लड़ते, तो फिर उस हालात में कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन को बड़ा फायदा मिलेगा। इस आंतरिक सर्वे के मुताबिक, अगर भाजपा और शिवसेना साथ मिलकर 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ते हैं तो दोनों का गठबंधन 30 से 34 सीटों पर जीत हासिल कर सकता है। वहीं, इस हालात में कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन को 18 से 20 सीटों पर जीत मिल सकती है। लेकिन... अगर भाजपा और शिवसेना अलग-अलग चुनाव मैदान में उतरती हैं तो बीजेपी को 48 में से महज 15-18 सीटें ही मिलेंगी, जबकि शिवसेना भी 8 से 10 सीटों पर सिमट सकती है।
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