योगी कैबिनेट से बर्खास्त होने पर ओमप्रकाश राजभर ने दिया बड़ा बयान
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के दौरान एनडीए से अलग होकर उम्मीदवार उतारने वाले और बीजेपी पर तीखे हमले करने वाले सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) को सीएम योगी आदित्यनाथ ने कैबिनेट से बर्खास्त करने की सिफारिश की थी, जिसे राज्यपाल राम नाईक ने मंजूर कर लिया है। राजभर योगी सरकार में पिछड़ा वर्ग कल्याण और दिव्यांग जन कल्याण मंत्री रहे हैं। वहीं, सीएम योगी के इस कदम पर ओमप्रकाश राजभर का बड़ा बयान आया है।
ओमप्रकाश राजभर का आया बयान
राजभर ने कहा, 'हम उनके फैसले का स्वागत करते हैं। सीएम ने बहुत अच्छा फैसला लिया है। उन्होंने सामाजिक न्याय समिति का गठन किया और अपनी रिपोर्ट को कूड़ेदान में फेंक दिया, उनके पास इसे लागू करने का समय नहीं था। मैंने उनसे सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट को जल्द से जल्द लागू करने का अनुरोध किया है।' राजभर ने कहा कि सीएम योगी को न्याय समिति की रिपोर्ट को जल्द से जल्द लागू करना चाहिए।
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कैबिनेट से बर्खास्त करने की सिफारिश राज्यपाल ने की मंजूर
शुरुआती दिनों से ही भाजपा पर दबाव बनाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाने और अपनी ही सरकार की किरकिरी कराकर चर्चा में रहने वाले राजभर ने लोकसभा चुनाव के दौरान अपनी पार्टी के उम्मीदवार उतार दिए थे। कुछ दिनों पहले ही उन्होंने बयान दिया था कि मंत्रीपद से उन्होंने इस्तीफा दे दिया है लेकिन उसे मंजूर नहीं किया जा रहा है।
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बीजेपी पर अक्सर रहे हैं हमलावर
वहीं, लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण में प्रचार के दौरान उन्होंने बीजेपी पर हमला बोलते हुए आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया था। उन्होंने बीजेपी के लिए अपशब्दों का प्रयोग किया था और बीजेपी नेताओं को जूते मारने जैसे बयान दिए थे। राजभर मंत्री बनने के बाद से ही किसी ना किसी मुद्दे पर बीजेपी को घेरते रहे हैं और जिसे विपक्षी दलों ने कई मौकों पर बीजेपी के खिलाफ मुद्दा बनाया।