लोकसभा चुनाव: पश्चिम बंगाल में लेफ्ट और कांग्रेस में गठबंधन नहीं
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में वामदल और कांग्रेस आगामी लोकसभा चुनाव अलग-अलग लड़ेंगे। काफी समय से दोनों ओर से गठबंधन की कोशिशे की जा रही थीं लेकिन ये कामयाब नहीं हो सका। राज्यसभा सांसद और बंगाल कांग्रेस कोऑर्डिनेशन कमिटी के अध्यक्ष प्रदीप भट्टाचार्य ने साफ किया है कि गठबंधन की अब कोई गुंजाइश नहीं है। ऐसे में दोनों दल अलग लड़ेंगे।
प्रदीप भट्टाचार्य ने लेफ्ट से गठबंधन को लेकर कहा, सीपीएम और लेफ्ट की पार्टियां औपचारिक गठबंधन के लिए तैयार नहीं थीं। वे लोग सिर्फ इस चुनाव के लिए सीट शेयरिंग डील करना चाहते थे। हम इस तरह के समझौते के लिए तैयार नहीं थे। ऐसे में सीट शेयरिंग पर बातचीत सफल नहीं हो सकी क्योंकि अपनी गरिमा को ताक पर रखकर हम इस तरह की सीट शेयरिंग डील नहीं कर सकते हैं।
कांग्रेस ने गठबंधन ना होते हुए भी दक्षिण बंगाल में पांच सीटों पर चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान किया है। कांग्रेस ने ये सीटें सीपीआई (एम) के लिए छोड़ी हैं, इन सीटों पर लेफ्ट का प्रभाव है। वहीं वाममोर्चा ने प्रदेश की 42 में से 38 सीटों पर उसने अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं जबकि पिछले चुनाव में जो चार सीटें कांग्रेस ने जीती थीं, उन पर चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है। इसके जवाब में कांग्रेस ने भी पांच सीटें सीपीएम के लिए छोड़ दीं। पश्चिम बंगाल की 42 सीटों पर टीएमसी, कांग्रेस, लेफ्ट और भाजपा के बीच मुख्य मुकाबला है।
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