23 तारीख को मतगणना से पहले मोदी ने बताया, उन्होंने केदारनाथ से क्या मांगा?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पत्रकारों ने पूछा कि उन्होंने भगवान केदारनाथ से क्या मांगा, जिसके जवाब में पीएम ने एक बड़ी बात कही।
नई दिल्ली। 2019 के लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2019) में अंतिम चरण का चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) शनिवार सुबह को केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) पहुंचे। पीएम मोदी ने भगवान केदारनाथ की पूजा-अर्चना के बाद वहां चल रहे विकास कार्यों का जायजा लिया और इसके बाद केदारनाथ धाम में स्थित पवित्र गुफा (Narendra Modi in Kedarnath Cave) में साधना की। भगवान केदारनाथ के दर्शनों के बाद पीएम मोदी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि एकांत में दो दिन का समय बिताने के लिए वो चुनाव आयोग के आभारी हैं। इस दौरान कुछ पत्रकारों ने पीएम मोदी से सवाल किया कि क्या उन्होंने भगवान केदारनाथ से लोकसभा चुनाव में जीत का आशीर्वाद मांगा, इस सवाल के जवाब पर पीएम मोदी ने बताया कि उन्होंने भगवान से क्या मांगा?
पत्रकार के सवाल पर मोदी ने क्या कहा
पत्रकारों ने जब पीएम मोदी से पूछा कि क्या उन्होंने भगवान केदारनाथ से लोकसभा चुनावों में जीत का आशीर्वाद मांगा। इस सवाल के जवाब में पीएम मोदी ने कहा, 'मैं कुछ नहीं मांगता और मांगने की प्रवृत्ति से मैं सहमत भी नहीं हूं, क्योंकि उसने तो आपको मांगने योग्य नहीं बनाया है, बल्कि देने योग्य बनाया है। ईश्वर ने जिसे देने योग्य जो क्षमता दी है, उसे वो समाज और देश को देनी चाहिए। हां, मैंने ये प्रार्थना जरूर की, कि मेरे सभी देशवासियों को भगवान का आशीर्वाद मिले। यह मेरे लिए सौभाग्य और सम्मान की बात है कि आध्यात्मिक ज्ञान के केंद्र इन मंदिरों में आने का मुझे बार-बार अवसर मिला। मुझे यहां एकांत में समय बिताने और जो काम मैंने किए, उनके बारे में सोचने का मौका भी मिला।'
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टीएमसी ने उठाए केदारनाथ जाने पर सवाल
पीएम मोदी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, 'जब मैंने पवित्र गुफा में ध्यान लगाया तो मैं पूरी दुनिय से एकदम दूर हो गया। किसी से कोई संपर्क नहीं किया। गुफा में केवल एक खिड़की थी, जहां से मैं भगवान केदारनाथ के मंदिर को देख सकता था।' इससे पहले पीएम मोदी ने अपने सुरक्षा घेरे से दूर होकर लोगों के सामने हर हर महादेव के नारे लगाए। आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को दो दिन के उत्तराखंड दौरे पर गए थे, जहां उन्होंने भगवान केदारनाथ और बद्रीनाथ के दर्शन किए। पीएम मोदी के इस दौरे को चुनाव आयोग ने भी मंजूरी दे दी थी। हालांकि टीएमसी ने पीएम मोदी के केदारनाथ और बद्रीनाथ जाने पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग से शिकायत की।
कैसी है वो 'रुद्र गुफा'
गौरतलब है कि केदारनाथ में पीएम मोदी जिस गुफा में साधना के लिए रुके थे, उसका नाम 'रुद्र गुफा' है और वो आधुनिक सुविधाओं से लैस है। केदारनाथ धाम में बनी यह गुफा पिछले साल बनकर तैयार हुई थी। इस साल महाराष्ट्र के जय शाह के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रुद्र गुफा में रुकने वाले दूसरे मेहमान हैं। यह गुफा प्राकृतिक नहीं है, भूमिगत है। इस गुफा की ऊंचाई लगभग सवा 12 हजार फीट है। प्राकृतिक सुंदरता से घिरी इस गुफा में टॉयलेट, बिजली और फोन जैसी आधुनिक सुविधाओं की भी व्यवस्था की गई है। इस गुफा की देखरेख की जिम्मेदारी गढ़वाल मंडल विकास निगम की है। केदारनाथ मंदिर से 2 किलोमीटर दूर मंदाकिनी नदी के दूसरी तरफ बनी यह गुफा पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट थी। अब यह ध्यान गुफा तीर्थ यात्रियों के लिए भी खोल दी गई है।
केदारनाथ में बनेंगी पांच गुफाएं
इस गुफा में योग, ध्यान, मेडिटेशन और आध्यात्मिक शांति के लिए सभी सुविधाएं मौजूद हैं। इस गुफा का निर्माण अप्रैल में शुरू किया गया था। यह गुफा पांच मीटर लंबी और तीन मीटर चौड़ी है। पिछले वर्ष ही साढ़े आठ लाख रुपये की लागत से इसे तैयार किया गया है। गौरतलब है कि केदारनाथ में पांच गुफाओं का निर्माण होना है। यह पहली गुफा ट्रायल के तौर पर बनाई गई है। गुफा को एक व्यक्ति अधिकतम तीन दिन के लिए ही बुक करा सकता है। इस गुफा का मुख केदारनाथ मंदिर और भैरवनाथ मंदिर की ओर है। इस प्राकृतिक गुफा का बाहरी हिस्सा स्थानीय पत्थरों से बना है और प्रवेश द्वार लकड़ी का है। गुफा में बिजली और पीने का पानी जैसी कई सुविधाएं मौजूद हैं। गुफा में रुकने वाले श्रद्धालु को सुबह की चाय, नाश्ता, दोपहर का भोजन, शाम की चाय और रात का खाना निर्धारित समय पर दिया जाता है।
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