मॉब लिंचिंग में मारे गए अखलाक के परिवार ने की वोटिंग, दादरी के मतदान केंद्र में डाला वोट
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2019 के पहले चरण के 91 सीटों पर वोटिंग हुई। पहले चरण की वोटिंग में उत्तर प्रदेश की 8 लोकसभा सीटों पर भी मतदान हुआ। इसमें गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट भी शामिल है, जहां गुरुवार सुबह से ही वोटिंग का दौर देखने को मिला। इस बीच शुरूआत में ऐसी खबरें आई कि 2015 में मॉब लिचिंग का शिकार बने मोहम्मद अखलाक के परिवार का नाम वोटर लिस्ट से गायब है। हालांकि बाद में अखलाक के परिजनों ने बताया कि उन्होंने वोटिंग की है। इंडिया टुडे की खबर के मुताबिक, दादरी में एक पोलिंग बूथ पर परिजनों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। ये इलाका गौतमबुद्धनगर लोकसभा सीट के अंतर्गत आता है।
अखलाक के परिजनों ने की वोटिंग
जानकारी के मुताबिक, गौतमबुद्धनगर के ब्लॉक स्तर के अधिकारियों ने बताया कि बीते कई महीने से अखलाक के घर में कोई सदस्य बिसहड़ा गांव में नहीं रह रहा था। पूरा परिवार बिसहड़ा गांव से शिफ्ट हो गया है। ऐसे में उनका वहां पर वोटिंग लिस्ट में नाम नहीं था। हालांकि दादरी में एक बूथ पर उन्होंने वोटिंग की है। इस बात की पुष्टि परिजनों ने की है।
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2015 में अखलाक के साथ हुई थी मॉब लिंचिंग की घटना
मोहम्मद अखलाक के साथ मॉब लिंचिंग की घटना सितंबर 2015 में हुई थी। इस घटना में गोमांस रखने की वजह से कुछ लोगों ने मोहम्मद अखलाक के घर पर हमला कर दिया था। करीब 200 की संख्या में आए हमलावरों ने 51 वर्षीय मोहम्मद अख़लाक को उनके घर से घसीटकर बाहर ले गए और गोमांस रखने के संदेह में उनकी पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। इस घटना के बाद बिसहड़ा गांव में तनाव के हालात भी देखने को मिला था।
गोमांस के शक में 200 लोगों की भीड़ ने किया था हमला
2015 में हुई इस घटना में मृतक अखलाक के बेटे को भी गंभीर रूप से चोट आई थी। जिसके बाद उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए मामले की जांच के आदेश दिए थे। बता दें कि इस घटना के बाद परिवार के सदस्य बिसहड़ा से चले गए। परिवार के कुछ लोग दादरी में रहते हैं और कुछ दिल्ली में रहते हैं।
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