Lok Sabha Elections 2019: जिस पार्टी का यूपी में नहीं खुला था खाता, उसके खातों में हैं 669 करोड़
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नई दिल्ली। देश में चुनाव लड़ने के लिए अमीर होना एक बड़ा पैमाना है, इस बात का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि जो राजनीतिक दल चुनावी मैदान में हैं उनके पास अकूत संपत्ति है। इन तमाम दलों में बसपा का नाम सबसे उपर आता है। बसपा के बैंक खाते की बात करें तो उसके पास आधिकारिक रूप से बैंक खाते में सबसे अधिक पैसा है। बसपा द्वारा चुनाव आयोग को 25 फरवरी को जो जानकारी दी गई है उसके अनुसार उसके बैंक खाते में कुल 669 करोड़ रुपए जमा हैं। यह पैसा आठ अलग अलग बैंक खातों में जमा है।
2014 में नहीं मिली एक भी सीट
बता दें कि बसपा 2014 के लोकसभा चुनाव में एक भी सीट नहीं जीत पाई थी और उस वक्त बसपा ने अपनी कुल संपत्ति 95.54 करोड़ रुपए घोषित की थी। वहीं दूसरे पायदान पर समाजवादी पार्टी का नाम आता है, उसके खाते में कुल 471 करोड़ रुपए हैं। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना में हुए विधानसभा चुनाव के बाद पार्टी के पैसे में कमी आई है और 11 करोड़ रुपए की गिरावट देखने को मिली है।
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कांग्रेस तीसरे पायदान पर
इस लिस्ट में तीसरे पायदान पर कांग्रेस का नाम है, जिसके बैंक खाते में 196 करोड़ रुपए हैं। कांग्रेस ने 2 नवंबर को चुनाव आयोग को अपने फंड की जानकारी दी थी। हालांकि बाद दमें पार्टी ने अपने फंड की ताजा जानकारी अभी तक नहीं दी है। कांग्रेस पार्टी के पास यह फंड कर्नाटक चुनाव के बाद का है, लेकिन राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ में जीत के बाद पार्टी के पास कितना पैसा है इसकी अभी तक ताजा जानकारी नहीं मिली है।
भाजपा कई क्षेत्रीय दलों से भी पीछे
भारतीय जनता पार्टी का नाम इस लिस्ट में पांचवा है, उसके बैंक खाते में कुल 82 करोड़ रुपए हैं, वह क्षेत्रीय दलों से कहीं पीछे है। वहीं टीडीपी के पास 107 करोड़ रुपए हैं। जानकारी के अनुसार भाजपा ने कुल 758 करोड़ रुपए खर्च किए हैं जोकि किसी भी पार्टी का सर्वाधिक खर्च है, जिसमे से 2017-18 में 1027 करोड़ रुपए इकट्ठा किया गया था।
सबसे अधिक रिटर्न भाजपा का
तमाम राजनीतिक दलों ने पार्टी के फंड को मुख्य रूप से चंदे से इकट्ठा किया है। पार्टियों ने जो जानकारी दी है उसके अनुसार 87 फीसदी पैसा चंदे से इकट्ठा किया गया है। एमपी, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना में चुनाव के बाद सपा के खाते में 11 करोड़ रुपए की गिरावट नवंबर-दिसंबर में दर्ज की गई है, जबकि बसपा के खाते में 24 करोड़ रुपए की बढ़ोतरी देखने को मिली है। एक विश्लेंषण के अनुसार भाजपा ने सर्वााधिक टैक्स रिटर्न भरा है।
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