बेगूसराय में हार के बाद फिर एक्टिव हुए कन्हैया कुमार, सियासी दलों से की बड़ी अपील
बेगूसराय में लोकसभा चुनाव हारने के बाद कन्हैया कुमार ने अब फेसबुक पोस्ट लिखकर तमाम सियासी दलों से एक बड़ी अपील कर दी है।
नई दिल्ली। 2019 के लोकसभा चुनाव के नतीजों में प्रचंड बहुमत हासिल करने के बाद भारतीय जनता पार्टी अपने अगले मिशन की तैयारियों में अभी से जुट गई है। भाजपा के रणनीतिकारों का कहना है कि उनका अगला लक्ष्य दक्षिण के राज्यों में पार्टी को मजबूत कर 2024 के लोकसभा चुनाव में अपने अकेले दम पर 333 सीटें हासिल करने का है। वहीं, हार के बाद कांग्रेस समेत विपक्षी दल सदमे में नजर आ रहे हैं। इस बीच जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष और बिहार की बेगूसराय लोकसभा सीट से सीपीआई के टिकट पर चुनाव लड़े कन्हैया कुमार हिंसक घटनाओं को लेकर लगातार सरकार पर हमला बोल रहे हैं। कन्हैया कुमार ने एक बार फिर अपनी फेसबुक पोस्ट के जरिए सरकार पर हमला बोला है।
कन्हैया ने फेसबुक पोस्ट में क्या लिखा
बिहार के बेगूसराय में हिंसा की घटनाओं को लेकर सरकार पर हमला बोलते हुए कन्हैया कुमार ने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा, 'चुनाव के बाद बेगूसराय में सत्ता से संरक्षण प्राप्त अपराधियों द्वारा लोगों की हत्या व हिंसक हमलों का सिलसिला जारी है। आज बीरपुर में कॉमरेड पृथ्वी चंद्र चौधरी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वहीं बलिया के प्रशांत नगर में युवा चंदन कुमार को गोली मार दी गई। सरकार व पुलिस-प्रशासन को इस बात का जवाब देना ही होगा कि अपराधियों के हौसले इतने बुलंद कैसे हो गए हैं।'
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'पूरे देश में डर और आतंक का माहौल'
कन्हैया ने अपनी फेसबुक पोस्ट में आगे लिखा, 'अभी कुछ दिन पहले फेरी लगाने वाले मो. क़ासिम को गोली मारी गई थी। कॉमरेड फागो तांती की हत्या भी हाल की ही घटना है। ऐसे तमाम मामलों में बेगूसराय के इंसाफ पसंद लोग अपराधियों के खिलाफ एकजुट होकर आवाज़ उठा रहे हैं। लेकिन यह मामला केवल बेगूसराय तक सीमित नहीं है। पूरे देश में डर और आतंक का माहौल बनाया जा रहा है। अभी बात केवल एक संगठन या विचारधारा तक सीमित नहीं है। ऐसे अपराधों का विरोध करने के लिए तमाम दलों, विचारधाराओं आदि को एकजुट होकर आवाज उठानी होगी।'
बेगूसराय में गिरिराज से हारे कन्हैया
आपको बता दें कि कन्हैया कुमार बिहार की बेगूसराय लोकसभा सीट से सीपीआई के टिकट पर चुनाव लड़े थे। पहले चर्चा थी कि कन्हैया को बिहार में महागठबंधन का भी समर्थन मिलेगा, लेकिन बाद में ऐसा नहीं हुआ। बीते गुरुवार को लोकसभा चुनाव के नतीजों में भाजपा प्रत्याशी और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कन्हैया कुमार को 419660 वोटों के भारी अंतर से हराकर जीत हासिल की। गिरिराज सिंह को 687577 और कन्हैया कुमार को 267917 वोट मिले। वहीं, आरजेडी के टिकट पर चुनाव लड़े महागठबंधन के प्रत्याशी मोहम्मद तनवीर हसन तीसरे नंबर पर रहे और उन्हें 196800 वोट मिले। इस सीट पर हुए चुनाव में लोगों ने नोटा बटन को भी जमकर दबाया और नोटा के पक्ष में 20408 वोट गए।
'भाजपा के शासन से उपजा अपराध'
वहीं, इससे पहले रविवार को कन्हैया ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा था, 'बेगूसराय में हाल ही में युवक-युवती के साथ मारपीट और मुस्लिम फेरीवाले को पाकिस्तान जाने की बात कहकर गोली मारने की घटनाएं बताती हैं कि यहां अपराधियों के हौसले कितने बुलंद हो गए हैं। इन मामलों में प्रशासन को बिना देर किए अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। युवक-युवती के साथ मारपीट करने वालों ने इस अपराध का वीडियो भी बनाया। अपने अपराध का वीडियो बनाना पिछले कुछ सालों में भाजपा के शासन से उपजा एक ऐसा काम है, जिसपर उतनी बात नहीं हो पाई है जितनी होनी चाहिए।'
'हमारी आवाज जरूर गूंजेगी'
कन्हैया ने कहा, 'गोरक्षा, संस्कृति आदि के नाम पर दलितों, मुसलमानों और युवाओं के साथ हिंसा करने का वीडियो बनाने वाले लोगों का बेखौफ हो जाना साफ बताता है कि ऐसे अपराध करने वालों को सजा का डर नहीं लगता। वे वीडियो बनाकर अपने अपराध का महिमा मंडन करते हैं क्योंकि उन्हें मालूम है कि हिंसा की ऐसी वारदातों को सत्ता में बैठे उनकी विचारधारा के लोगों का समर्थन हासिल है। इस तरह के अपराधों को बढ़ावा देने के लिए ऐसे तमाम नेता व उनके राग दरबारी दोषी हैं जो दिन-रात सियासी फायदों के लिए नफरत फैलाते हैं। बेगूसराय की जनता और ख़ासकर यहां के युवा साथी अपराधियों के सामने चुप नहीं बैठेंगे। जब तक अपराधियों को पकड़ा नहीं जाएगा, हम हाथ पर हाथ धरकर बैठे नहीं रहने वाले हैं। जहां अन्याय होगा, वहां उसके खिलाफ हमारी आवाज जरूर गूंजेगी।'
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