जिनके सपने में आए थे मुलायम, वो निरहुआ अखिलेश से कितने वोटों से हारे
निरहुआ ने कहा था कि मुलायम उनके सपने में आए हैं और अखिलेश को हराने के लिए कहा है। जानिए अब कितने वोटों से हारे हैं निरहुआ...
नई दिल्ली। 2019 के लोकसभा चुनाव में 'मोदी की आंधी' में विपक्ष चारों खाने चित्त हो गया है। 2014 के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए भाजपा ने इस बार एक नया इतिहास लिख दिया है। भगवा पार्टी ने लोकसभा चुनाव में अकेले दम पर बहुमत का आंकड़ा पार किया है। यूपी में मोदी लहर के आगे सपा-बसपा और आरएलडी के गठबंधन का जादू भी नहीं चल पाया। यूपी की 80 लोकसभा सीटों में से बसपा को 10 और सपा को महज 5 सीटें मिली हैं। वहीं, आरएलडी का इस चुनाव में खाता भी नहीं खुल पाया। हालांकि मोदी लहर में भी यूपी की आजमगढ़ सीट पर भाजपा की तरफ से उतारे गए भोजपुरी एक्टर दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के सामने हार का मुंह देखना पड़ा है।
आजमगढ़ में ये रहा निरहुआ का हाल
यूपी की आजमगढ़ लोकसभा सीट से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव खुद चुनाव मैदान में थे। भाजपा ने यहां भोजपुरी एक्टर दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ को टिकट दिया था। गुरुवार को घोषित हुए चुनाव परिणाम में अखिलेश यादव ने निरहुआ को 259339 वोटों के भारी अंतर से हरा दिया। अखिलेश यादव को 619594 और निरहुआ को 360255 वोट मिले। आपको बता दें चुनाव प्रचार के दौरान निरहुआ ने एक पब्लिक मीटिंग में कहा था, 'मेरे सपने में मुलायम सिंह यादव आए। उन्होंने कहा कि तुम्हारा अखिलेश यादव के खिलाफ चुनाव लड़ना सही है, वो मेरी बात ही नहीं सुनता है। मेरे लाख मना करने के बाद भी उन्होंने मायावती की पार्टी के साथ गठबंधन कर लिया।'
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सपा का मजबूत किला है आजमगढ़
गौरतलब है कि आजमगढ़ को समाजवादी पार्टी का एक मजबूत गढ़ माना जाता है। यूपी में सपा-बसपा का महागठबंधन बनने के बाद आजमगढ़ सीट को अखिलेश यादव के लिए चुना गया था। 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर के बावजूद मुलायम सिंह यादव ने यहां से भाजपा उम्मीदवार रमाकांत यादव को हराकर जीत हासिल की। मुलायम सिंह को इस सीट पर 340306 और भाजपा उम्मीदवार को 277102 वोट मिले। बसपा ने यहां से शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली को टिकट दिया और उन्हें 266528 वोट मिले। इस चुनाव में सपा को 35.43 और बसपा को 27.75 फीसदी वोट मिला, जबकि भाजपा को 28.85 फीसदी वोट मिले। इसके अलावा 2017 के विधानसभा चुनाव में आजमगढ़ लोकसभा के अतर्गत आने वाली पांच सीटों में से सपा ने तीन और बसपा ने दो सीटों पर जीत हासिल की। भाजपा का यहां खाता भी नहीं खुला था।
यूपी में कांग्रेस को मिली महज 1 सीट
आपको बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए ने प्रचंड बहुमत हासिल किया है। एनडीए को 300 से भी ज्यादा सीटों पर जीत मिली है। यूपी में एनडीए ने 80 में से 64 सीटों पर जीत का परचम लहराया है। सबसे बुरा हाल कांग्रेस का हुआ है। कांग्रेस को यूपी की महज एक सीट पर जीत मिली है। वहीं देश के 17 राज्यों में कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला है। कांग्रेस पार्टी के कई दिग्गज नेताओं समेत 9 पूर्व मुख्यमंत्री भी चुनाव हार गए हैं। मध्य प्रदेश में दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया, दिल्ली में शीला दीक्षित, उत्तराखंड में हरीश रावत, हरियाणा में भूपेंद्र सिंह हुड्डा, महाराष्ट्र में अशोक चव्हाण समेत कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं को हार का मुंह देखना पड़ा है। हार के बाद कांग्रेस में शीर्ष नेतृत्व को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं। माना जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में पार्टी में कुछ बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
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