2019 में कौन बना सकता है केंद्र में सरकार, पूर्व प्रधानमंत्री देवगौड़ा ने बताया
नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री और जनता दल सेक्युलर के अध्यक्ष एचडी देवगौड़ा ने लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर बड़ी बात कही है। इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में देवगौड़ा ने कहा कि मुझे नहीं लगता नरेंद्र मोदी आसानी से सत्ता में वापसी करेंगे। न तो एनडीए को पूर्ण बहुमत की संभावना है और ना ही यूपीए को, यानी चुनाव के बाद दोनों ग्रुप में से किसी को भी स्पष्ट बहुमत नहीं मिलेगा। चुनाव के बाद एक बार फिर से गठबंधन बनेंगे। मायावती ने कहा कि मैं कांग्रेस या बीजेपी के साथ नहीं जा रही हूं। ममता बनर्जी ने भी सख्त फैसला लिया है। हालांकि इन परिस्थितियों में, चुनाव के बाद सभी को एक साथ लाना होगा। अगर ऐसा किया जाता है, तो ये गठबंधन की बड़ी सफलता होगी।
देवगौड़ा बोले- न एनडीए को मिलेगा बहुमत और न यूपीए को
एचडी देवगौड़ा ने ये बातें इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कही हैं। उनसे सवाल किया गया कि राष्ट्रीय स्तर पर क्या आप विपक्षी दलों के गठबंधन को अगली सरकार में अहम भूमिका निभाते हुए देखते हैं? इसी का जवाब देते हुए एचडी देवगौड़ा ने कहा, "राष्ट्रीय स्तर पर गौर करें तो कांग्रेस ने चार साल में 19 राज्यों में अपनी सत्ता खो दी। इसी वजह से नरेंद्र मोदी आगे बढ़ते चले गए। ऊंचाई पर पहुंचने के बाद उन्होंने धरातल की ओर ध्यान नहीं दिया। मैंने इस बारे में सोचा और फैसला किया कि इसके समाधान की जरूरत है। मैंने सभी विपक्षी दलों के साथ बातचीत करना और साथ लाना शुरू किया। जब हमें 2018 में कर्नाटक विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस की ओर से गठबंधन की पेशकश की गई थी, तो मैंने छह विपक्षी मुख्यमंत्रियों के साथ विचार-विमर्श किया और फिर एक गठबंधन बनाने की कोशिश की। इसके बाद बीजेपी देश में 11 उपचुनाव हार गई।"
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'माया-ममता समेत विपक्ष को एक साथ आना होगा'
कांग्रेस-जेडीएस के गठबंधन में सीटों को लेकर बहुत भ्रम देखने को मिला था, क्या अब पार्टियां एक साथ काम कर रही हैं? इस सवाल के जवाब में एचडी देवगौड़ा ने कहा, "कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन में कोई समस्या नहीं है। गठबंधन भाजपा को हराने और उसकी ताकत को कम करने के लिए ईमानदारी से काम कर रहा है। कुछ छोटे-छोटे मुद्दे हैं, कुछ मंत्री अभी पूरी तरह से प्रतिबद्ध नहीं हैं, इस मामले को कांग्रेस आलाकमान पर छोड़ दिया गया है। जेडीएस के लिए, इसमें कोई संदेह नहीं है।
कांग्रेस-जेडीएस के गठबंधन पर क्या बोले पूर्व प्रधानमंत्री देवगौड़ा
देवगौड़ा ने आगे कहा, मैसूर की बात करें तो हमें संदेह करने का कोई कारण नजर नहीं आता, कुमारस्वामी के साथ-साथ मैंने भी इसकी जिम्मेदारी ली है। मुद्दा यह है कि कांग्रेस नेता और कर्नाटक के पूर्व सीएम सिद्धारमैया मैसूर सीट चाहते थे, कर्नाटक कांग्रेस शुरुआत में हमें केवल पांच सीटें देना चाहती थी। मैंने राहुल गांधी को इस पर स्पष्ट करने के लिए कहा। बाद में हमें आठ सीटें देने का फैसला किया गया। आठ में मैसूर सीट भी थी। हालांकि सिद्दारमैया ने कहा कि मैसूर उनका क्षेत्र है और अगर उसे छोड़ दिया गया तो वह नियंत्रण खो देंगे। इसलिए हम इस सीट को देने के लिए सहमत हुए। जवाब में, कांग्रेस ने जेडीएस को तुमकुर सीट दिया। इसके बाद कांग्रेस नेता और डिप्टी सीएम परमेश्वर और सांसद हनुम गौडा आए और मुझे तुमकुर से चुनाव लड़ने को कहा।
तुमकुर सीट से अपनी उम्मीदवारी पर देवगौड़ा ने कही बड़ी बात
तुमकुर में आपके खिलाफ बीजेपी कैंडिडेट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर वोट मांग रहे हैं। क्या ये देवेगौड़ा और मोदी के बीच की लड़ाई है? इसके जवाब में एचडी देवगौड़ा ने कहा, "मैं बीजेपी पर चर्चा नहीं करना चाहता। मेरे खिलाफ जो भी आरोप लगाए जा रहे हैं, मैं उन पर प्रतिक्रिया नहीं देना चाहता। असंसदीय शब्दों का इस्तेमाल मेरी गरिमा के खिलाफ है। मैं केवल इसके लिए प्रतिबद्ध हूं जो मैंने मतदाताओं से कहा है, मैंने जो भी वादे किए हैं, चुनाव नतीजों के बाद भी मैं वह करने के लिए प्रतिबद्ध हूं।
'लोकसभा अध्यक्ष ने फोन किया और कहा, मुझे चुनाव लड़ना चाहिए'
लोकसभा चुनाव लड़ने के मुद्दे पर देवगौड़ा ने कहा, "तीन साल पहले, मैंने फिर से चुनाव नहीं लड़ने का फैसला लिया था। संसद में भी मैंने इस बात की घोषणा की थी। पार्टी के नेताओं ने कहा कि मुझे चुनाव लड़ना चाहिए। लोकसभा अध्यक्ष ने भी मुझे फोन किया और कहा कि मैं एक वरिष्ठ नेता हूं और मुझे चुनाव लड़ना चाहिए।"
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