बिहार भाजपा में संकट बढ़ा, नवादा सीट पासवान को मिलने पर नाराज हुए गिरिराज
नई दिल्ली। बिहार में एनडीए के सभी घटक दलों के बीच सीटों का बंटवारा तो हो गया है लेकिन इस सीट शेयरिंग ने बीजेपी की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। सीटों के बटंवारे के तहत बीजेपी के फायरब्रांड नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की नवादा सीट रामविलास पासवान की पार्टी लोजपा के खाते में चली गई है जिसके कारण वे नाराज हो गए हैं। नवादा सीट को लेकर उनकी नाराजगी अब मीडिया के सामने भी आई है।
'मैं इसपर ज्यादा कुछ नहीं कह सकता हूं'
नवादा सीट को लेकर गिरिराज सिंह का बयान आया है। उन्होंने कहा, 'मैं इसपर ज्यादा कुछ नहीं कह सकता हूं, केवल प्रदेश अध्यक्ष ही इस पर कुछ कह सकते हैं क्योंकि वह अंतिम समय तक कहते रहे कि आप जहां से चाहेंगे वहां से चुनाव लड़ेंगे। मैं वास्तव में उस पर टिप्पणी नहीं कर सकता, लेकिन मैंने ये जरूर कहा कि अगर मैं चुनाव लड़ूंगा, तो नवादा सीट से ही लड़ूंगा।'
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नवादा सीट लोजपा के खाते में गई
दरअसल, अब नवादा सीट लोजपा के खाते में चले जाने के बाद गिरिराज सिंह के बेगूसराय लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की खबरें आ रही हैं। साथ ही ये भी खबर है कि पिछली बार गिरिराज सिंह बेगूसराय सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे लेकिन तब उनको नवादा से टिकट दिया गया और अब फिर नवादा सीट के बजाय बेगूसराय से उनको ऑफर दिए जाने की चर्चाएं हैं। बिहार में बीजेपी-जदयू 17-17 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं। इस गठबंधन में 6 सीटें रामविलास पासवान की पार्टी को दी गई हैं।
शाहनवाज हुसैन के लिए भी बढ़ी मुश्किलें
वहीं, बिहार में बीजेपी के मुस्लिम चेहरे और पार्टी प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन की भागलपुर सीट जदयू के खाते में चली गई है। शाहनवाज हुसैन इस सीट पर अपनी दावेदारी पेश कर रहे थे। साल 2009 में यहां से सांसद रहे शाहनवाज 2014 के चुनाव में केवल 8 हजार वोटों से चुनाव हार गए थे। अब सहयोगी दल के खाते में सीट चले जाने से उनके चुनाव लड़ने पर ही संकट गहरा गया है। अब उनको अररिया से टिकट देने की चर्चाएं हैं। हालांकि जातीय समीकरण देखते हुए कम संभावना है कि शाहनवाज को बीजेपी यहां से मैदान में उतारे।