केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने 'निभाया वादा', पूरे पांच साल बाद पहुंचे चाय पीने
केंद्रीय मंत्री वीके सिंह को लेकर भाजपा के ही पूर्व मंत्री बालेश्वर त्यागी की यह फेसबुक पोस्ट काफी वायरल हो रही है।
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच ही नेताओं के रूठने-मनाने का दौर शुरू हो गया है। चुनाव में वोटरों को अपने वायदों से लुभाने के साथ-साथ नेताओं को अपनी पार्टी के समर्थकों की नाराजगी भी झेलनी पड़ रही है। कुछ ऐसा ही केंद्रीय मंत्री और गाजियाबाद सीट से सांसद वीके सिंह के साथ उस वक्त हुआ, जब वो भाजपा सरकार में मंत्री रहे बालेश्वर त्यागी के घर चाय पीने पहुंचे। बालेश्वर त्यागी ने वीके सिंह के समक्ष अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए उन्हें एक सलाह भी दे डाली। कल्याण सिंह सरकार में मंत्री रहे बालेश्वर त्यागी की यह फेसबुक पोस्ट काफी वायरल हो रही है।
'उन्हें मेरे घर आने में पूरे पांच साल लग गए'
बालेश्वर त्यागी ने 'बड़ी देर कर दी मेहरबान आते-आते' शीर्षक से डाली गई अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा है, '2014 में हुए लोक सभा चुनाव के समय ठीक होली के दिन जरनल वीके सिंह जी का मुझे फोन आया था कि आपका सहयोग चाहिए। उस समय हम भी प्रत्याशी थे और हमें बड़ी आशा थी कि हमें ही अवसर मिलेगा, लेकिन पार्टी ने जरनल साहब को प्रत्याशी बनाया था, लेकिन हमने बिना एक सेकंड लगाए बिना घर बुलाए, फोन पर ही जरनल साहब को समर्थन का आश्वासन दे दिया। उस समय की ड्यू चाय पीने के लिए उन्हें मेरे घर आने में पूरे पांच साल लग गए।'
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इस तरह जाहिर की पूर्व मंत्री ने अपनी नाराजगी
भाजपा के पूर्व मंत्री ने आगे लिखा, 'खैर देर आयद दुरुस्त आयद! सुबह किन्हीं शिवम गहलौत का फोन आया कि जरनल साहब आपके घर आ रहे हैं। मैंने कहा कि मेरी ये बात जरनल साहब तक पहुंचा देना कि मेरे घर छोटा है, ज्यादा लोगों की व्यवस्था में कठिनाई होगी, मेरी पत्नी ही चाय बनाएगी इसलिए कम ही लोग आएं तो अच्छा है। थोड़ी देर में जरनल साहब आ गए। उनके साथ 4-6 ही लोग थे। बैठते बैठते ही उन्होंने सहयोग करने के लिए कहा। मैंने कहा कि आपसे अलग बात करूंगा, मेरी ये बात सुनकर साथ आए लोग बाहर जाने लगे, मैंने कहा कि आप यहीं बैठो, हम बराबर वाले कमरे में बात कर लेते हैं। हम दोनों अलग बैठे और मैंने कहा कि हम तो पार्टी के कार्यकर्ता हैं, कहीं नहीं जाएंगे। तब नहीं गए, अब क्या जाएंगे, लेकिन अगर मन उत्साहित हो तो कार्यकर्ता काम करता है, अन्यथा घर बैठता है और वोट डालता है। मैंने अपनी बातें रखीं ,जरनल साहब ने कुछ कठिनाई कुछ सफाई बताई। मैंने कहा कि अगर मेरा सहयोग चाहते हो तो संगठन से कहलवाओ!'
'कुछ लोगों की रुचि भेंट के प्रचार में ज्यादा'
बालेश्वर त्यागी ने इसी पोस्ट में केंद्रीय मंत्री वीके सिंह को सलाह देते हुए लिखा, 'मैं इन सब बातों की चर्चा फेसबुक पर करना नहीं चाहता था, क्योंकि ये मेरे और उनके बीच का निजी संवाद है, लेकिन जरनल साहब के जाते ही मुझे फोन आने लगे कि जरनल साहब से क्या बात हुई। एक ने बताया कि किसी शिवम गहलौत ने फोटो समेत अपनी एफबी पर पोस्ट किया है और उन्होंने फोटो भी मुझे भेजा। जबकि मुझे ये एहसास भी नहीं हुआ कि किसी ने फोटो भी खींचा है। मुझे लग रहा है कि कुछ लोगों की रुचि भेंट के प्रचार में ज्यादा है। वैसे जरनल साहब को ऐसे अति उत्साही और अति सक्रिय लोगों से बचने की आवश्यकता है, क्योंकि इस प्रवृत्ति से लाभ के बजाय हानि की संभावना ज्यादा होती है।'
कौन हैं बालेश्वर त्यागी?
बालेश्वर त्यागी ने जैसे ही यह पोस्ट फेसबुक पर डाली, यह वायरल होने लगी। कुछ लोगों ने उनकी पोस्ट पर कमेंट करते हुए लिखा कि जब अपनी ही सरकार के पूर्व मंत्री के घर आने में केंद्रीय मंत्री वीके सिंह को पांच साल लग गए तो आम जनता से वो कब मिलेंगे। आपको बता दें कि बालेश्वर त्यागी गाजियाबाद सीट से 3 बार विधायक और यूपी सरकार में मंत्री रह चुके हैं।
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