पश्चिम बंगाल हिंसा पर सख्त हुआ चुनाव आयोग, कल रात 10 बजे से चुनाव प्रचार पर रोक
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में आखिरी चरण के लिए प्रचार गुरुवार रात 10 बजे बंद हो जाएगा। चुनाव आयोग ने बुधवार को इसकी जानकारी दी है। राज्य में हो रही हिंसा के मद्देनजर चुनाव आयोग ने आर्टिकल 324 का इस्तेमाल करते हुए प्रचार की समय सीमा खत्म होने से लगभग 20 घंटे पहले ही कैंपेन पर रोक का फैसला किया है। आखिरी चरण में 19 मई को वोट डाले जाने हैं। इसमें पश्चिम बंगाल की नौ सीटों पर चुनाव है। नियम के अनुसार प्रचार 17 तारीख को शाम 5 बजे बंद होता, लेकिन अब ये 16 मई को रात 10 बजे से बंद हो जाएगा।
आयोग ने कहा, शायद पहली बार करना पड़ा है ऐसा
चुनाव आयोग ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि संभवत ये पहली बार है जब हमें इस तरह से आर्टिकल 324 का इस्तेमाल करना पड़ रहा है लेकिन शान्तिपूर्ण चुनाव हमारी जिम्मेदारी है और इसके लिए कदम उठाए गए हैं। पश्चिम बंगाल में 19 मई को दम दम, बारासात, बसीरहाट, जयनगर, मथुरापुर, जाधवपुर, डायमंड हार्बर, दक्षिण और उत्तरी कोलकाता की सीटों पर वोट डाले जाएंगे। राज्य में कोई भी राजनीतिक दल कल रात 10 बजे के बाद कोई रैली या सभा नहीं कर सकेंगे।
विद्यासागर की मूर्ति तोड़े जाने पर कार्रवाई करेगा राज्य प्रशासन
अमित शाह के रोड शो के दौरान मंगलवार शाम को विद्यासागर की प्रतिमा के तोड़े जाने को लेकर आयाग ने कहा कि ये निंदनीय है। हम आशा करते हं कि राज्य प्रशासन ऐसा करने वालों पर कानूनी कार्रवाई करेगा। आयोग ने एडीजी सीआइडी राजीव कुमार को तत्काल प्रभाव से कार्यमुक्त करके केंद्रीय गृह मंत्रालय भेज दिया है। उनको कल गृह मंत्रालय रिपोर्ट करने को कहा गया है। वहीं राज्य के प्रधान गृह सचिव अत्रि भट्टाचार्य को भी हटा दिया है।
बता दें कि मंगलवार शाम को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह कोलकाता में रोड शो कर रहे थे। इसी दौरान बवाल हो गया, जिसके बाद पथराव और आगजनी हुई। पुलिस ने लाठीचार्ज कर दंगाईयों को भगाया। इसी दौरान दार्शनिक और लेखक ईश्वरचंद विद्यासागर की मूर्ति भी तोड़ दी गई। जिसके लिए टीएमसी ने भाजपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों पर आरोप लगाया है।
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भाजपा-टीएमसी आमने-सामने
मंगलवार को अमित शाह के कोलकाता में हुए रोड शो के दौरान हिंसा पर बीजेपी ने पश्चिम बंगाल में सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस पर तो तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा पर हिंसा के आरोप लगाए हैं। दोनों ही पार्टियों के नेता लगातार एक-दूसरे पर निशाना साध रहे हैं। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का कहना है कि ममता बनर्जी तानाशाही रवैया अपना रही हैं तो वहीं टीएमसी नेताओं का कहना है कि एक साजिश के तहत बाहर से गुंडे लाकर भाजपा सूबे को जला रही है।