लोकसभा चुनाव 2019: दूसरे चरण की 95 सीटों पर मतदान कल, जानिए पूरा सियासी गुणा-गणित
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2019 के दूसरे चरण का चुनाव प्रचार मंगलवार शाम को थम गया है। 18 अप्रैल को दूसरे फेज में 12 राज्यों की 95 लोकसभा सीटों पर मतदान होगा। जिन लोकसभा सीटों पर दूसरे चरण में मतदान होना है उनमें सबसे ज्यादा तमिलनाडु की 38 और कर्नाटक की 14 सीटें हैं। इनके अलावा उत्तर प्रदेश की 8, बिहार की 5, महाराष्ट्र की 10, ओडिशा की 5, असम की 5, छत्तीसगढ़ की तीन, पश्चिम बंगाल की तीन, जम्म कश्मीर की 2, मणिपुर की 1औऱ पुडुचेरी की 1 लोकसभा सीट पर गुरुवार को वोटिंग होगी। इस फेज में यूपी से हेमा मालिनी, राज बब्बर व एसपी सिंह बघेल, वहीं तमिलनाडु में पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम के बेटे कार्ति, कनिमोझी, कर्नाटक से वीरप्पा मोइली जैसे कई वीवीआईपी उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होना है।
तमिलनाडु की सभी 39 सीटें पर एक ही चरण में चुनाव होना था लेकिन वेल्लोर सीट पर चुनाव आयोग द्वारा भारी मात्रा में कैश बरामद किए जाने के बाद मतदान रद्द कर दिया है। अब राज्य की 38 सीटों पर वोटिंग होगी। कांग्रेस-डीएमके गठबंधन के बीच सीटों के बंटवारे के तहत वेल्लोर सीट डीएमके को गई है। इसी तरह बीजेपी-एआईएडीएमके गठबंधन के बीच सीटों के बंटवारे के तहत एआईएडीएमके को सीट मिली है। डीएमके ने यहां से कादिर आनंद को और एआईएडीएमके ने एसी शनमुगम को उतारा है। इस चुनाव में सत्ताधारी एआईएडीएमके (AIADMK) के सामने अम्मा के बगैर पार्टी की साख बचाए रखने की चुनौती है। वहीं विपक्षी डीएमके (DMK) के सामने करुणानिधि के बगैर अपना सियासी दबदबा फिर से हासिल करने का चैलेंज है।
पिछले लोकसभा चुनाव में एआईएडीएमके ने 39 में से 37 सीटें जीत ली थीं, तो डीएमके (DMK)का खाता भी नहीं खुल पाया था। तमिलनाडु में कनिमोझी, वीरासामी(कालानिधि मारन का बेटा), ए. राजा और दयानिधि मारन समेत कई बड़े दिग्गज मैदान में होंगे। वहीं अगर बात कर्नाटक की सभी 14 सीटों की करें तो यहां पर दूसरे चरण में चुनाव हो रहा है। 18 अप्रैल को होने वाले चुनाव में वीरप्पा मोइली, तेजस्वी सूर्या, सदानंद गौड़ा, एचडी देवगौड़ा औऱ कुमारस्वामी के बेटे निखिल कुमारस्वामी की किस्मत का फैसला होगा।
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यूपी में दूसरे चरण की आठ सीटों पर 18 अप्रैल को मतदान होना है। इस चरण में नगीना, अमरोहा , बुलंदशहर , अलीगढ़, हाथरस , मथुरा, आगरा और फतेहपुर सीकरी में वोटिंग होनी है। अगर इस चरण वीवीआईपी उम्मीदवारों की बात करें तो मथुरा से हेमा मालिनी, फतेहपुर सीकरी से राज बब्बर, आगरा से एसपी सिंह बघेल, अमरोहा से कुंवर दानिश अली समेत कई बड़े चेहरों की किस्मत का फैसला होना है। दूसरे चरण की सभी आठ सीटों पर 2014 में बीजेपी ने जीत हासिल की थी। इस बार बीजेपी ने इन सीटों पर कई मौजूदा सांसदों के टिकटों को या दो बदला या या फिर उनकी जगह पर नए उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं।
दूसरे चरण में महाराष्ट्र की भी 10 लोकसभा सीटों पर 18 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। इनमें बुलढाना, अकोला, अमरावती, हिंगोली, नांदेड़, परभणी, बीड, उस्मानाबाद, लातूर और सोलापुर सीट शामिल हैं। 2014 के लिहाज से देंखें तो इन 10 सीटों में से पांच सीटों पर बीजेपी का कब्जा हैं। जबकि शिवसेना के तीन और कांग्रेस के दो सांसद हैं। महाराष्ट्र की सोलापुर लोकसभा सीट से कांग्रेस की ओर से पूर्व गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे एक बार फिर चुनाव मैदान में हैं। बीड सीट से बीजेपी ने गोपीनाथ मुंडे की बेटी प्रीतम मुंडे को उतरा है, वहीं नांदेड से महाराष्ट्र के पूर्व सीएम अशोक चव्हाण इस बार लोकसभा सीट से मैदान में हैं।
ओडिशा में दूसरे चरण में 18 अप्रैल को 5 सीटों पर मतदान होना है। इस चरण में बरगढ़, सुंदरगढ़, बलांगीर, कंधमाल और अस्का लोकसभा सीटों पर वोटिंग होनी है। यहां पर मुकाबला त्रिकोणीय मुकाबला है। जहां मौजूदा सत्ताधारी पार्टी पर अपनी सीटें बचाने का दवाब होगा तो वहीं दूसरी ओर बीजेपी इस राज्य में अपना जनाधार बढ़ाने की कोशिश में है। तो वहीं कांग्रेस कई सीटों पर इन दोनों पार्टियों को कड़ी टक्कर दे रही है। अगर बात असम की करें तो यहां पर दूसरे चरण में पांच सीटों पर मतदान होना है। इस चरण में करीमगंज, सिलचर, मंगलदोई, ऑटोनॉमस डिस्ट्रिक्ट, नौगांव में वोट डलने हैं। सिलचर सीट पर कांग्रेस की सुष्मिता देव और बीजेपी के राजदीप रॉय के बीच मुकाबला है, तो वहीं नौगांव सीट पररूपक शर्मा (BJP) और काग्रेंस के प्रद्युत बोरदोलोई के बीच कांटे की टक्कर है।
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दूसरे चरण में छत्तीसगढ़ औऱ पश्चिम बंगाल की तीन-तीन सीटों पर 18 अप्रैल को मतदान होना है। छत्तीसगढ़ की राजनंदगांव, महासमुंद और कांकेर सीट पर वोटिंग होनी है। छत्तीसगढ़ में इस बार भी मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच है, लेकिन 2004, 2009 या 2014 के आम चुनावों की तुलना में 2019 का चुनाव अलग होगा, क्योंकि पिछले तीन लोकसभा चुनावों के समय विधानसभा में भाजपा का शासन था, लेकिन 15 साल बाद अब कांग्रेस सत्ता में लौट चुकी है। वहीं वेस्ट बंगाल की तीन सीटों जलपाईगुड़ी, दार्जिलिंग, रायगंज में भी 18 अप्रैल को चुनाव होगा। इस चरण में बंगाल में कोई भी हॉट सीट नहीं है।
दूसरे चरण में जम्मू कश्मीर की दो सीटों, मणिपुर, त्रिपुरा और पुडुचेरी की एक-एक सीट के लिए 18 अप्रैल को मतदान होना है। जम्मू कश्मीर में श्रीनगर और उधमपुर में वोटिंग होनी है। दोनो ही वीवीआईपी सीटें हैं। जहां श्रीनगर सीट से नेशनल कांफ्रेंस अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला हैं मैदान में तो वहीं दूसरी ओर उधमपुर सीट से बीजेपी ने कैबिनेट मंत्री जितेंद्र सिंह को फिर से मैदान में उतारा है। वहीं मणिपुर की आंतरिक मणिपुर सीट पर और पुडुचेरी सीटों पर वोटिंग होनी है। हालांकि 18 अप्रैल को त्रिपुरा की त्रिपुरा पूर्व सीट पर वोटिंग होनी थी, निर्वाचन आयोग ने त्रिपुरा (पूर्व) लोकसभा क्षेत्र में खराब कानून व्यवस्था के कारण 18 अप्रैल को होने वाला मतदान मंगलवार को टालने की घोषणा की है और कहा कि यहां अब 23 अप्रैल को चुनाव कराये जाएंगे। आयोग ने बताया कि वहां कानून व्यवस्था निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव कराने के अनुकूल नहीं हैं।
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