क्या स्मृति ईरानी की रैली के बाहर बांटे गए नोट? चुनाव आयोग ने दिए जांच के आदेश
नई दिल्ली। गुजरात में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की एक चुनावी रैली को लेकर विवाद सामने आया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्मृति ईरानी की जहां ये चुनावी रैली थी, उस रैली स्थल के बाहर लोगों को नोट बांटे जाने के आरोप लगाए गए हैं। यही नहीं रैली स्थल के बाहर कथित तौर पर 'नोट के बदले वोट' से जुड़ा एक वीडियो भी वायरल होने की बात सामने आई है। इसी के बाद चुनाव आयोग ने पूरे मामले पर स्वतः संज्ञान लेते हुए मामले की जांच के आदेश दिए हैं। चुनाव आयोग ने पूरे मामले में जिला प्रशासन से रिपोर्ट भी मांगी है।
17 अप्रैल को पाटन में थी स्मृति ईरानी की रैली
जानकारी के मुताबिक, पूरा मामला 17 अप्रैल को गुजरात के पाटन जिले में हुई केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की रैली से जुड़ा हुआ है। इसी रैली से जुड़ा एक वीडियो कुछ स्थानीय मीडिया चैनल्स पर प्रसारित किया गया। इसमें कथित तौर पर एक महिला पैसा लेते हुए दिखाई दे रही थी। मीडिया रिपोर्ट्स में आरोप लगाया गया कि ये वीडियो स्मृति ईरानी के पाटन रैली के बाहर बनाया गया था।
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चुनाव आयोग ने स्वत: लिया संज्ञान
इसी संबंध में चुनाव आयोग ने कार्रवाई की है। गुजरात के अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी पी भारती ने बताया, "हमने इस मामले से जुड़ी खबरों को देखने के बाद स्वत: संज्ञान लिया है और पाटन जिले के कलेक्टर को मामले की जांच करने के बाद एक रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा है।"
पाटन लोकसभा सीट पर 23 अप्रैल को होगी वोटिंग
गुजरात के पाटन में तीसरे चरण में 23 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। पाटन में बीजेपी ने भारत सिंह दाभी को उम्मीदवार बनाया है, जिनका मुकाबला कांग्रेस के जगदीश ठाकोर से है। इस सीट पर एनसीपी ने भी अपना उम्मीदवार उतारा है। एनसीपी ने कीर्तिभाई चौधरी को टिकट दिया है। राजनीतिक तौर पर बेहद महत्वपूर्ण मानी जाने वाली पाटन लोकसभा सीट से वर्तमान में बीजेपी के लीलाधर वाघेला सांसद हैं।
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