आप-कांग्रेस के बीच गठबंधन के रास्ते अभी बंद नहीं हुए हैं, जारी है मंथन
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन को लेकर नूराकुश्ती लगातार जारी है। दोनों ही पार्टी के शीर्ष नेता एक दूसरे पर यू टर्न का आरोप लगा रहे हैं। एक तरफ जहां अरविंद केजरीवाल लगातार कोशिश कर रहे थे कि कांग्रेस के साथ उनका गठबंधन हो जाए, तो दूसरी तरफ राहुल गांधी ने केजरीवाल पर यू टर्न करने का आरोप लगा डाला है। दिलचस्प बात यह है कि तमाम वाद-विवाद के बाद भी अभी तक दोनों पार्टियों के बीच की स्थिति साफ नहीं हो सकी है कि उनके बीच गठबंधन होगा या नहीं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने तमाम ने इस पूरे विवाद पर सफाई दी, उन्होंने कहा कि हमारी दिल्ली यूनिट गठबंधन के खिलाफ है, बावजूद इसके केंद्रीय नेतृत्व ने उन्हें मनाया और दिल्ली में आप के साथ गठबंधन का फॉर्मूला निकाला। लेकिन ये लोग हरियाणा में भी सीट चाहते हैं, हमारा प्रस्ताव अब भी साफ है, गेंद आपके पाले हैं।
गठबंधन की कोशिश जारी
जहां राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल के बीच ट्विटर वॉर चल रहा तो दूसरी ओर कांग्रेस के नेता का कहना है कि दोनों ही पार्टियों के बीच बातचीत जारी रहनी चाहिए क्योंकि दोनों ही पार्टियों का मुख्य लक्ष्य भाजपा को हराना है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पीसी चाको ने कहा कि अगर यह गठबंधन कहीं और होता है तो मैं इसके खिलाफ नहीं हूं। मुझे जमीनी हकीकत के बारे में नहीं पता है। हर राज्य में स्थिति अलग है। जो एक राज्य में हुआ है जरूरी नहीं है कि वह दूसरे राज्य में भी हो। चाको का मानना है कि कांग्रेस-आप के बीच गठबंधन होने से भाजपा को दिल्ली की सभी सात सीटों पर हार का सामना करना पड़ेगा।
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कांग्रेस पर आप का पलटवार
वहीं आप नेता संजय सिंह ने कहा कि पंजाब में हमारे पास 20 विधायक और 4 सांसद हैं, हम वहां मुख्य विपक्षी दल हैं। लेकिन कांग्रेस हमे वहां एक भी सीट देने के लिए तैयार नहीं है। हरियाणा में जहां कांग्रेस के पास सिर्फ एक विधायक है, वहां कांग्रेस हमे एक भी सीट नहीं दे रही है। दिल्ली में जहां कांग्रेस के पास एक भी सांसद नहीं है, आप के पास 67 विधायक हैं, वह हमसे तीन सीट मांग रहे हैं। क्या यही गठबंधन का प्रस्ताव है। भाजपा को 31 सीटों पर हराना, मतलब मोदी का दोबारा सत्ता में आना असंभव होगा। लेकिन मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि आखिर क्यों कांग्रेस भाजपा की संभावना को जीवित रखना चाहती है।
दोनों नेताओं ने किया बचाव
संजय सिंह और पीसी चाको ने अपने नेताओं बचाव करते हुए कहा कि दोनों ही नेता गठबंधन करना चाहते हैं। जब पीसी चाको से पूछा गया कि क्या राहुल गांधी ने आप के साथ गठबंधन को इनकार कर दिया है तो पीसी चाको ने कहा कि राहुल ने इनकार नहीं किया है। उन्होंने कहा कि हमारे दरवाजे खुले हैं, हमे समझ नहीं आ रहा है कि गठबंधन क्यों नहीं हो रहा है। वहीं संजय सिंह ने भी कहा कि भाजपा को सत्ता से दूर करने के लिए वह अंतिम समय तक भी गठबंधन के लिए तैयार हैं।
संजय सिंह का बयान
संजय सिंह ने कहा कि कल ही अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि हम मोदी-शसाह को रोकने की आखिरी समय तक कोशिश करेंगे। ऐसे में आप किस तरह के यू टर्न की बात कर रहे हैं। आखिर क्यों कांग्रेस भाजपा को जिताना चाहती है। दोनों ही दलों ने गठबंधन नहीं होने से साफ इनकार नहीं किया है, यानि अभी भी दोनों ही दलों के नेताओं के बीच गठबंधन को लेकर बातचीत चल रही है। बता दें कि आप ने पहले ही दिल्ली की सभी सात सीटों पर उम्मीदवार की घोषणा कर दी है। दिल्ली में 12 मई को लोकसभा चुनाव होना है ,जबकि वोटों की गिनती 23 मई को होगी।
राहुल-केजरीवाल पर ट्विटर वॉर
राहुल गांधी ने सोमवार को ट्वीट करके कहा था कि कांग्रेस और आप के बीच दिल्ली में गठबंधन का मतलब भाजपा को बाहर करना है। कांग्रेस दिल्ली में आप को 4 सीट देने के लिए तैयार है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके, लेकिन केजरीवाल ने एक और यू टर्न किया है, हमारे दरवाजे अभी भी खुले हैं, लेकिन समय तेजी से निकल रहा है। वहीं राहुल के इस ट्वीट पर पलटवार करते हुए अरविंद केजरीवाल ने लिखा कि कौन सा यू-टर्न? अभी तो बातचीत चल रही थी। आपका ट्वीट दिखाता है कि गठबंधन आपकी इच्छा नहीं मात्र दिखावा है।मुझे दुःख है आप बयान बाज़ी कर रहे हैं। आज देश को मोदी-शाह के ख़तरे से बचाना अहं है।दुर्भाग्य कि आप UP और अन्य राज्यों में भी मोदी विरोधी वोट बाँट कर मोदी जी की मदद कर रहे हैं
An alliance between the Congress & AAP in Delhi would mean the rout of the BJP. The Congress is willing to give up 4 Delhi seats to the AAP to ensure this.
But, Mr Kejriwal has done yet another U turn!
Our doors are still open, but the clock is running out. #AbAAPkiBaari
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 15, 2019
कौन सा U-टर्न?अभी तो बातचीत चल रही थी
आपका ट्वीट दिखाता है कि गठबंधन आपकी इच्छा नहीं मात्र दिखावा है।मुझे दुःख है आप बयान बाज़ी कर रहे हैं
आज देश को मोदी-शाह के ख़तरे से बचाना अहं है।दुर्भाग्य कि आप UP और अन्य राज्यों में भी मोदी विरोधी वोट बाँट कर मोदी जी की मदद कर रहे हैं https://t.co/9jnYXJFA0S
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) April 15, 2019
We wish to set the record straight
Despite opposition from our state unit, CP convinced them to work out a formula to collaborate with AAP in Delhi
But they insisted for seats in Haryana
Our proposition still stands, the ball is in their court
— Ahmed Patel (@ahmedpatel) April 15, 2019
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