शाह ने प्रज्ञा ठाकुर की उम्मीदवारी को कहा 'सत्याग्रह', कांग्रेस बोली- ये भाजपा का दोगलापन
प्रज्ञा ठाकुर की उम्मीदवारी को कहा 'सत्याग्रह' कहना भाजपा का दोगलापन: कांग्रेस
नई दिल्ली। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के प्रज्ञा ठाकुर को चुनाव लड़ाने के फैसले को भगवा आतंक के खिलाफ सत्याग्रह कहे जाने पर कांग्रेस ने निशाना साधा है। कांग्रेस ने इसे भाजपा का दोगला चरित्र कहा है। कांग्रेस की ओर से किए गए ट्वीट में कहा गया है कि गांधी जी के हत्यारे को देशभक्त बताने वाली प्रज्ञा ठाकुर महात्मा गांधी के सिद्धान्त 'सत्याग्रह' की प्रतीक कभी नहीं हो सकती। लेकिन भाजपा के दोगले चरित्र के लिए यह नई बात नहीं है।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस में मालेगांव ब्लास्ट की आरोपी प्रज्ञा ठाकुर को भोपाल से चुनाव लड़ाने को लेकर कहा कि प्रज्ञा ठाकुर की उम्मीदवारी भगवा आतंक के फर्जी केस के खिलाफ हमारा सत्याग्रह है। शाह ने कहा, मैं कांग्रेस से पूछना चाहता हूं, कुछ लोगों को पहले समझौता ब्लास्ट मामले में पहले गिरफ्तार किया गया था, जो लश्कर-ए-तैयबा से थे। भगवा आतंकवाद का एक फर्जी केस बनाया गया, जिसमें आरोपी को बरी कर दिया गया है।
गांधी जी के हत्यारे को देशभक्त बताने वाली प्रज्ञा ठाकुर महात्मा गांधी के सिद्धान्त "सत्याग्रह" की प्रतीक कभी नहीं हो सकती। लेकिन भाजपा के दोगले चरित्र के लिए यह नई बात नहीं है, क्योंकि #ModiHaiTohGodseHai pic.twitter.com/ICr2TpwAPh
— Congress (@INCIndia) May 17, 2019
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भाजपा की नेता प्रज्ञा ठाकुर ने एक दिन पहले कहा था कि महात्मा गांधी की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे देशभक्त थे, देशभक्त हैं और देशभक्त रहेंगे। हालांकि बाद में प्रज्ञा ने अपने बयान के लिए माफी मांग ली। हालांकि विपक्ष लगातार इस बात पर सवाल खड़ा कर रहा है कि आतंक के मामले में आरोपी और महात्मा गांधी के लिए इस तरह की सोच रखने वाली महिला को भाजपा क्यों सम्मान दे रही है और चुनाव भी लड़ाया।
भोपाल से बीजेपी प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के महात्मा गांधी पर दिए बयान को लेकर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है और 10 दिन में जवाब देने को कहा गया है. उनके जवाब देने के बाद पार्टी की अनुशासन कमिटी इस पर फैसला लेगी। बता दें कि शुक्रवार को नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार कोई प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उनके साथ अमित शाह भी रहे।