2019 से पहले BJP के खिलाफ कांग्रेस ने फैलाया गठबंधन का जाल, 7 राज्यों में रचा चक्रव्यूह
यूपी और मध्य प्रदेश के अलावा कांग्रेस ने झारखंड, महाराष्ट्र, बिहार, तमिलनाडु और केरल में अलग-अलग पार्टियों के साथ गठबंधन को अंतिम रूप दे दिया है।
नई दिल्ली। 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को टक्कर देने के लिए कांग्रेस पूरी ताकत के साथ तैयारी में जुट गई है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव से पहले ही अलग-अलग राज्यों में भाजपा के खिलाफ गठबंधन का जाल फैलाने के लिए पार्टी के रणनीतिकारों को मैदान में उतार दिया है। यूपी में सपा, बसपा और आरएलडी के साथ मिलकर कांग्रेस जहां महागठबंधन का हिस्सा बनने के लिए तैयार है, तो वहीं मध्य प्रदेश में भी मायावती के साथ गठबंधन तय माना जा रहा है। यूपी और मध्य प्रदेश के अलावा कांग्रेस ने झारखंड, महाराष्ट्र, बिहार, तमिलनाडु और केरल में अलग-अलग पार्टियों के साथ गठबंधन को अंतिम रूप दे दिया है।
झारखंड में झामुमो के साथ गठबंधन!
झारखंड में कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के शीर्ष नेतृत्व के बीच लंबे दौर की बातचीत के बाद गठबंधन पर सहमति बनती नजर आ रही है। सूत्रों के हवाले से खबर है कि झारखंड में कांग्रेस ने झामुमो के साथ गठबंधन के लिए सीटों के बंटवारे का फॉर्मूला तय कर लिया है। झारखंड में लोकसभा की 14 सीटें हैं, जिनमें से 12 पर भाजपा के सांसद हैं और 2 सीटें झामुमो के पास हैं। कांग्रेस और झामुमो के बीच गठबंधन के संकेत उसी वक्त मिलने शुरू हो गए थे, जब फरवरी में हेमंत शोरेन दिल्ली आए थे। हालांकि दोनों दलों के बीच सीट बंटवारे का आधिकारिक ऐलान होना अभी बाकी है।
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तमिलनाडु में डीएमके संग गठबंधन
इसी तरह तमिलनाडु में कांग्रेस करुणानिधि की पार्टी डीएमके के साथ संपर्क में है। तमिलनाडु में लोकसभा की 39 सीटें हैं। यहां कांग्रेस और डीएमके के गठबंधन में लेफ्ट पार्टियां भी शामिल हैं। लेफ्ट पहले ही संसद के अंदर और बाहर कांग्रेस के साथ काम करने पर सहमति दे चुका है। तमिलनाडु में फिलहाल कांग्रेस और डीएमके का एक भी सांसद नहीं है। 2014 के लोकसभा चुनाव में 39 सीटों में से एआईएडीएमके ने 37 और भाजपा ने एक सीट पर जीत दर्ज की थी, जबकि एक सीट अन्य के खाते में गई थी। ऐसे में कांग्रेस की कोशिश है कि राज्य में भाजपा के खिलाफ एक मजबूत गठबंधन तैयार किया जाए।
बिहार में पहले से तैयार महागठबंधन
कांग्रेस का सबसे मजबूत महागठबंधन बिहार में है। बिहार के महागठबंधन में कांग्रेस और आरजेडी के साथ जीतनराम मांझी की 'हम' पार्टी भी शामिल है। आपको बता दें 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में आरजेडी, कांग्रेस और जेडीयू साथ मिलकर भाजपा के खिलाफ चुनाव लड़े थे। हालांकि नीतीश कुमार की जेडीयू अब अलग हो चुकी है लेकिन इसके बावजूद बिहार में महागठबंधन को बेहद मजबूत स्थिति में देखा जा रहा है। दूसरी तरफ एनडीए में भाजपा, जेडीयू, एलजेपी और आरएलएसपी के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर खींचतान की खबरें लगातार सामने आ रही हैं।
महाराष्ट्र और केरल में ये होंगे साथी
महाराष्ट्र में कांग्रेस और एनसीपी अध्यक्ष शरद पावर के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर बातचीत अंतिम दौर में है। माना जा रहा है कि राज्य की कुछ छोटी पार्टियां भी इस गठबंधन का हिस्सा बन सकती हैं। वहीं, सूत्रों की मानें तो केरल में लेफ्ट और कांग्रेस साथ मिलकर चुनाव लड़ सकते हैं। केरल में लोकसभा की 20 सीटें हैं, जिनमें से 8 पर कांग्रेस और 5 पर सीपीएम का कब्जा है। एक सीट सीपीआई के पास और बाकी अन्य के पास हैं। केरल में गठबंधन को लेकर हालांकि अभी आधिकारिक तौर पर किसी भी पार्टी की तरफ से कोई बयान नहीं आया है।