लोकसभा चुनाव 2019: आखिरी चरण की 59 सीटों पर प्रचार थमा, मोदी समेत इन दिग्गजों की किस्मत का होगा फैसला
आखिरी चरण का प्रचार थमा, मोदी समेत इन दिग्गजों की किस्मत का होगा फैसला
नई दिल्ली। 17 वीं लोकसभा के लिए देशभर में हो रहे आम चुनाव का प्रचार शुक्रवार शाम को थम गया। लोकसभा चुनाव के सातवें और आखिरी चरण में 19 मई को वोट डाले जाने हैं। इस चरण के लिए चुनाव प्रचार 17 मई को शाम शाम 5 बजे से थम गया। सातवें चरण में आठ राज्यों की 59 सीटों पर वोटिंग है। पश्चिम बंगाल में एक दिन पहले ही चुनाव आयोग प्रचार पर रोक लगा चुका है। 23 मई को चुनाव के नतीजे घोषित किए जाएंगे और देश में नई सरकार का गठन होगा।
सातवें चरण में उत्तर प्रदेश की 13, बिहार की 8, पश्चिम बंगाल की 9, पंजाब की 13, मध्य प्रदेश की 8, झारखंड की 3, हिमाचल प्रदेश की 4 और चंडीगढ़ की 1 सीट पर मतदान होगा। 2014 में भाजपा और उसके सहयोगियों ने इन 59 में से 40 सीटों पर जीत दर्ज की थी।
उत्तर प्रदेश में 13 सीटों पर चुनाव
उत्तर प्रदेश में महाराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव, घोसी, सलेमपुर, बलिया, गाजीपुर, चन्दौली, वाराणसी, मिर्जापुर और रॉबर्ट्सगंज सीट पर चुनाव है। 13 सीटों पर 167 प्रत्याशी हैं, 2.32 करोड़ मतदाता इनके भाग्य का फैसला करेंगे। 2014 में ये सभी सीटें भाजपा और उसके सहयोगी अपना दल ने जीती थीं।
उत्तर प्रदेश में इस चरण में भाजपा के कई दिग्गजों की किस्मत का फैसला होना है। इनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हैं। नरेंद्र मोदी एक बार फिर वाराणसी से लड़ रहे हैं। उत्तर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय चंदौली से तो केंद्र में मंत्री मनोज सिन्हा गाजीपुर से चुनाव लड़ रहे हैं। योगी आदित्यनाथ के प्रभाव वाली गोरखपुर सीट से भाजपा ने अभिनेता रवि किशन को उतारा है। भाजपा के सहयोगी अपना दल की मुखिया अनुप्रिया पटेल मिर्जापुर से चुनाव मैदान में हैं। वहीं अन्य दलों में कुशीनगर से मनमोहन सरकार में मंत्री रहे आरपीएन सिंह चुनाव लड़ रहे हैं तो कांग्रेस ने मिर्जापुर से ललितेश त्रिपाठी को मैदान में उतारा है। गाजीपुर में पूर्व सांसद अफजाल अंसारी बसपा के टिकट पर मैदान में हैं।
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बिहार में कई दिग्गजों की किस्मत होगी ईवीएम में बंद
बिहार में आखिरी चरण में नालंदा, पटना साहिब, पाटलिपुत्र, आरा, बक्सर, सासाराम, काराकट और जहानाबाद सीट पर चुनाव है। आठ सीटों पर 167 प्रत्याशी मैदान में हैं। 2014 में नालंदा पर जदयू को जीत मिली थी और बाकी सात सीटें एनडीए ने जीती थी। हालांकि इस बार जदयू को भाजपा का साथ मिला है और 2014 में एनडीए का हिस्सा रही रालोसपा अब राजद के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ रही है।
बिहार में आखिरी चरण में कई दिग्गजों की किस्मत का फैसला होना है। पटना साहिब सीट से कांग्रेस के शत्रुघ्न सिन्हा और भाजपा से केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद आमने-सामने हैं। सासाराम से पूर्व लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार चुनाव लड़ रही हैं। पाटलिपुत्र से लालू यादव की बेटी मीसा का मुकाबला भाजपा के रामकृपाल यादव से है। बक्सर से भाजपा ने केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे को फिर से उतारा है। काराकट से रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा लड़ रहे हैं।
मध्य प्रदेश में भाजपा के सामने पुराना प्रदर्शन दोहराने की चुनौती
मध्य प्रदेश में आखिरी फेज में देवास, उज्जैन, मंदसौर, खरगौन, खंडवा, रतलाम और धार सीट पर चुनाव है। 2014 में इन सभी सीटों पर बीजेपी को जीत मिली थी। हालांकि रतलाम सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी। मौजूदा समय में 7 सीटें बीजेपी के पास है।
खंडवा बुरहानपुर में सबसे दिलचस्प मुकाबला है। यहां से कांग्रेस के अरुण यादव और भाजपा के नंदकुमार सिंह चौहान में मुकाबला है। रतलाम झाबुआ पर कांतिलाल भूरिया और मंदसौर में मीनाक्षी नटराजन लड़ रही हैं। इंदौर सीट पर भी इस बार लोगों की नजर है। यहां से भाजपा की सुमित्रा महाजन आठ बार से सांसद हैं। इस बार पार्टी ने उनको टिकट नहीं दिया है।
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पंजाब और चंडीगढ़
पंजाब की गुरदासपुर, अमृतसर, जालंधर, होशियारपुर, आनंदपुर साहिब, लुधियाना, फतेगढ़ साहिब, फरीदकोट, फिरोजपुर, बठिंडा, संगरुर, पटियाला और खडूर साहिब सीटों पर चुनाव होना है। 2014 में एनडीए ने पंजाब की 13 में से 6 और चंडीगढ़ की सीट जीत ली थी। जबकि, 4 सीटें केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने जीती थी। कांग्रेस को तीन सीटें मिली थीं। अकाली दल, भाजपा और आम आदमी पार्टी के सामने अपना प्रदर्शन दोहराना चुनौती होगी।
पंजाब में जो दिग्गज चुनाव मैदान में हैं, उनमें फिरोजपुर से अकाली दल के सुखबीर सिंह बादल और भटिंडा से उनकी पत्नी केंद्र में मंत्री हरसिमरत कौर चुनाव लड़ रही हैं। अमृतसर से भाजपा ने हरदीप सिंह पुरी और गुरुदासपुर से अभिनेता सनी देओल को उतारा है। कांग्रेस ने आनंदपुर साहिब से पूर्व मंत्री मनीष तिवारी और गुरुदासपुर से सुनील जाखड़ को उतारा है। आम आदमी पार्टी के भगवंत मान एक बार फिर संगरूर से लड़ रहे हैं।
हिमाचल प्रदेश
हिमाचल प्रदेश में आखिरी चरण में 4 लोकसभा सीटों के लिए चुनाव होना है। शिमला, कांगड़ा , मंडी और हमीरपुर पर चुनाव है। चारों सीटें 2014 में भाजपा ने जीती थीं।
भाजपा ने हमीरपुर से फिर एक बार अनुराग ठाकुर को उतारा है। मंडी सीट पर बीजेपी के रामस्वरूप शर्मा को और कांग्रेस ने पंडित सुखराम के पोते आश्रय को उतारा है। कांगड़ा में बीजेपी ने शांता कुमार का टिकट काटकर किशन कपूर को चुनावी मैदान में उतारा है। वहीं कांग्रेस ने अपने विधायक पवन काजल को उम्मीदवार बनाया है। शिमला सीट पर बीजेपी ने सुरेश कश्यप को चुनावी मैदान में उतारा है। कांग्रेस ने धनि राम शांडिल को उतारा है।
झारखंड में सोरेन की किस्मत का फैसला
झारखंड में तीन सीटों, राजमहल, दुमका, गोड्डा सीट पर चुनाव है। मौजूदा समय में भाजपा के पास एक और कांग्रेस के साथ गठबंधन में लड़ रहे झामुमो के पास दो सीटे हैं। दुमका से शिबू सोरेने चुनाव लड़ रहे हैं, उनके सामने सुनील सोरेन हैं। गोड्डा सीट से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे एक बार फिर से मैदान में हैं।
पश्चिम बंगाल
पश्चिम बंगाल में दमदम, बारासात, बशीरहाट, जयनगर, मथुरापुर, डायमंड हार्बर, जाधवपुर, कोलकाता दक्षिण और कोलकाता उत्तर सीटों पर चुनाव है। 2014 में इन सभी नौ सीटें टीएमसी को जीत मिली थी।
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2014 में कौन कहां
सातवें चरण में उत्तर प्रदेश की 13, पंजाब की 13, पश्चिम बंगाल की 9, बिहार की 8, मध्य प्रदेश की 8, हिमाचल प्रदेश की 4, झारखंड की 3 और चंडीगढ़ की एक सीट है। 2014 में भाजपा और उसके सहयोगियों ने इन 59 में से 40 सीटों पर जीत दर्ज की थी। अकेले भाजपा ने 33 सीटें जीती थीं। टीएमसी ने 9, आम आदमी पार्टी ने 4, कांग्रेस ने तीन, झामुमो ने दो और जदयू को एक सीट जीती थी।
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