बेगूसराय में कन्हैया कुमार की हार को लेकर BJP सांसद रवि किशन ने दिया बड़ा बयान
गोरखपुर सीट से जीते भाजपा सांसद रवि किशन ने कन्हैया कुमार की जीत को लेकर एक बड़ा बयान दे दिया है।
नई दिल्ली। 2019 के लोकसभा चुनाव के नतीजों ने सियासी पंडितों को भी हैरान कर दिया है। भाजपा सत्ता में फिर से लौटेगी, इस बात की चर्चा जोरों से थी, लेकिन इतने प्रचंड बहुमत के साथ लौटेगी, इसकी उम्मीद शायद किसी को नहीं थी। भाजपा के 'चाणक्य' अमित शाह की रणनीति और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करिश्मे ने इतिहास की एक नई इबारत लिख डाली है। सियासत की इस मंझी हुई जोड़ी के सामने यूपी में सपा-बसपा और आरएलडी का महागठबंधन भी नहीं टिक पाया। पार्टी ने अपनी खोई हुई सीट गोरखपुर पर भी फिर से भगवा लहरा दिया है। गोरखपुर सीट से भाजपा के उम्मीदवार और फिल्मी दुनिया से राजनीति में आए रवि किशन ने भारी वोटों के अंतर से जीत हासिल की है। जीत के बाद रवि किशन ने बिहार की बेगूसराय लोकसभा सीट से चुनाव हारे और जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार पर बड़ा हमला बोला है।
रवि किशन ने कन्हैया पर क्या कहा
गोरखपुर लोकसभा सीट पर 300670 वोटों के भारी अंतर से जीत दर्ज करने वाले रवि किशन ने कन्हैया कुमार पर हमला बोलते हुए कहा, 'अगर आप देश के टुकड़े-टुकड़े करने की बात करते हैं तो आप कभी जनता का विश्वास नहीं जीत सकते। राष्ट्र विरोधी बनकर, देश के खिलाफ बोलकर और एक स्थाई सरकार को गाली देकर आप कभी जीत नहीं सकते।' आपको बता दें कि गोरखपुर सीट पर रवि किशन को 715010 और समाजवादी पार्टी के रामभूल निषाद को 414340 वोट मिले हैं। गोरखपुर सीट यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का गढ़ रही है। 2017 में योगी आदित्यनाथ के सीएम बनने के बाद उन्होंने इस सीट से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद यहां उपचुनाव हुए और समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी प्रवीण कुमार निषाद ने बसपा के समर्थन से गोरखपुर सीट पर जीत का परचम लहराया। हालांकि इस बार यहां सपा-बसपा गठबंधन का जादू नहीं चल पाया।
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419660 वोटों से हारे कन्हैया कुमार
गौरतलब है कि जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार उस वक्त चर्चाओं में आए थे, जब जेएनयू के अंदर देश विरोधी नारे लगाए गए। इस मामले में कन्हैया कुमार के खिलाफ देशद्रोह का केस दर्ज किया गया था। 2019 के लोकसभा चुनाव में कन्हैया कुमार सीपीआई के टिकट पर बिहार की बेगूसराय लोकसभा सीट से चुनाव लड़े। गुरुवार को घोषित हुए नतीजों में कन्हैया कुमार को भाजपा प्रत्याशी और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के हाथों 419660 वोटों के भारी अंतर से हार का मुंह देखना पड़ा। गिरिराज सिंह को 687577 और कन्हैया कुमार को 267917 वोट मिले। वहीं महागठबंधन के प्रत्याशी तनवीर हसन को महज 196800 वोट मिले। इस सीट पर कन्हैया कुमार के चुनाव प्रचार में फिल्म अभिनेत्री स्वरा भास्कर, संगीतकार जावेद अख्तर और उनकी पत्नी शबाना आजमी भी पहुंचे थे।
निरहुआ अखिलेश से हारे
हालांकि यूपी में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े दूसरे भोजपुरी एक्टर को हार का मुंह देखना पड़ा है। दरअसल आजमगढ़ लोकसभा सीट से भाजपा ने भोजपुरी एक्टर दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ को टिकट दिया था। वहीं, इस सीट से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव खुद चुनाव मैदान में थे। गुरुवार को घोषित हुए चुनाव परिणाम में अखिलेश यादव ने निरहुआ को 259339 वोटों के भारी अंतर से हरा दिया। अखिलेश यादव को 619594 और निरहुआ को 360255 वोट मिले। इससे पहले चुनाव प्रचार के दौरान निरहुआ ने एक पब्लिक मीटिंग में कहा था, 'मेरे सपने में मुलायम सिंह यादव आए। उन्होंने कहा कि तुम्हारा अखिलेश यादव के खिलाफ चुनाव लड़ना सही है, वो मेरी बात ही नहीं सुनता है। मेरे लाख मना करने के बाद भी उन्होंने मायावती की पार्टी के साथ गठबंधन कर लिया।'
यूपी में 64 लोकसभा सीटों पर जीती भाजपा
आपको बता दें कि यूपी में एनडीए ने 64 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की है। समाजवादी पार्टी को महज 5 सीटें और बहुजन समाज पार्टी को 10 सीटें मिली हैं। इस चुनाव में कांग्रेस के खाते में केवल एक सीट रायबरेली की गई है, जहां से यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी चुनाव लड़ीं। मुलायम सिंह यादव के परिवार के तीन सदस्य डिंपल यादव, धर्मेंद्र यादव और अक्षय यादव भी इन चुनावों में हार गए। आरएलडी का एक भी उम्मीदवार इस चुनाव में जीत दर्ज नहीं कर पाया। आरएलडी अध्यक्ष चौधरी अजीत सिंह और उनके बेटे जयंत चौधरी को हार का मुंह देखना पड़ा है। इसके अलावा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर भी चुनाव हार गए हैं। कांग्रेस को 17 राज्यों में एक भी सीट नहीं मिली और उसके 9 पूर्व मुख्यमंत्रियों को शिकस्त खानी पड़ी। हार के बाद कांग्रेस में इस्तीफों का दौर भी शुरू हो गया है।
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