बिहार महागठबंधन के नेताओं की दिल्ली में बैठक, तेजस्वी बोले- हमारे बीच सब ठीक
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के लिए बिहार में सीट बंटवारें को लेकर बुधवार को महागठबंधन नेताओं की दिल्ली में बैठक हुई। बैठक के बाद राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि महागठबंधन के सभी नेताओं ने मीटिंग की, सीट शेयरिंग पर हमारी बात हुई। किसी भी दल के नेता को कोई परेशानी नहीं है। हमारे बीच सब क्लियर है। राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस के अलावा बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा और उपेंद्र कुशवाहा की रालोसपा के नेता मीटिंग में आए। इसके अलावा विकासशील इनसान पार्टी (वीआईपी), लोकतांत्रिक जनता दल (एलजेडी) और वाम दलों को भी गठबंधन में शामिल करने को लेकर चर्चा हो रही है। बिहार की 40 सीटों पर गठबंधन के तहत चुनाव लड़ने को लेकर नेताओं को फैसला लेना है।
2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और आरजेडी का गठबंधन था। जिसमें कांग्रेस 12 और आरजेडी 27 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और एक सीट एनसीपी के लिए छोड़ी गई थी। इस बार हम और रालोसपा के साथ आने के चलते नेताओं को शीट शेयरिंग के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ रही है।
बिहार में लोकसभा की कुल 40 सीटें हैं। राज्य में एक तरफ भाजपा, जदयू और लोजपा का गठबंधन है तो दूसरी और राजद, कांग्रेस और रालोसपा है। इन दोनों गठबंधनों के बीच ही मुख्य मुकाबला माना जा रहा है। 17 वीं लोकसभा चुनाव के लिए बिहार में 7 चरण में वोट डाले जाएंगे। 11 अप्रैल, 18 अप्रैल, 23 अप्रैल, 29 अप्रैल, 6 मई, 12 मई और 19 मई को बिहार की लोकसभा सीटों पर मतदान होगा। 23 मई को नतीजों का ऐलान होगा।
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बिहार में 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा रामविलास पासवान की एलजेपी और उपेंद्र कुशवाहा की आरएलएसपी के साथ गठबंधन करके चुनावी मैदान में उतरी थी। गठबंधन के तहत बीजेपी ने 30 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे, जिनमें से 22 सीटों पर उसे जीत मिली थी। वहीं एलजेपी 6 और आरएलएसपी 3 सीटें जीतने में कामयाब रही थी। जदयू को दो सीटें मिली थीं। कांग्रेस, राजद को छह सीटों पर ही जीत मिली थी।
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