कन्हैया को एंटी मोदी ब्रांड बनाने की तैयारी में CPI, बेगूसराय का सियासी पारा चढ़ा
नई दिल्ली। बेगूसराय का सियासी पारा चढ़ने लगा है। एक तरफ भाजपा के फायर ब्रांड नेता गिरिराज सिंह हैं तो दूसरी तरफ मोदी के कट्टर विरोधी कन्हैया कुमार। मुकाबले को देशभक्त बनाम गद्दार बनाने की कोशिश हो रही है। बड़बोले गोलों से हमला शुरू है। राजद-कांग्रेस से नकारे जाने के बाद सीपीआइ ने बेगूसराय में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। वह कन्हैया को एंटी मोदी ब्रांड के रूप में स्थापित करना चाहती है। कन्हैया की चुनावी किस्मत का नतीजा चाहे जो हो, लेकिन राष्ट्रीय फलक पर सीपीआई की धमक बढ़ेगी। वैसा माहौल बनाने की कोशिश हो रही है जैसा कि 2016 में जेएनयू कांड के बाद था। कन्हैया के लिए गुजरात के युवा दलित नेता और निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवानी बेगूसराय में प्रचार कर चुके हैं। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और गुजरात के पाटीदार नेता हार्दिक पटेल चुनाव प्रचार के लिए बेगूसराय आने वाले हैं। दूसरी तरफ बयानवीर गिरिराज सिंह कन्हैया का नाम लिये बिना बार-बार गद्दार कह रहे हैं।
जिग्नेश के आने पर गिरिराज का सवाल
गुजरात के वडगाम के विधायक और चर्चित दलित नेता जिग्नेश मेवानी गुरुवार को बेगूसराय आये थे। कन्हैया के गांव बिहट गये। क्षेत्र में साइकिल से घूम-घूम कर प्रचार किया। कन्हैया को गरीबों , दलितों की आवाज बताया। रोहित बेमूला जैसे दूसरे मुद्दों को भी उछाला। जब गिरिराज सिंह प्रचार के लिए पहली बार बेगूसराय पहुंचे तो उन्होंने अपनी शुरुआत कन्हैया के गांव बिहट से की। उन्होंने कन्हैया का नाम तो नहीं लिया लेकिन ये कहा जरूर कहा कि उनकी लड़ाई किसी पार्टी से नहीं बल्कि गद्दार से है। उन्होंने जिग्नेश मेवानी के बेगूसराय आने पर कहा कि ये जिग्नेश मेवानी बेगूसराय में क्या कर रहा है ? इसने तो गुजरात में बिहारी लोगों को मार-मार कर भगाया था। बिहारी परिवारों को डराया धमकाया था। अगर वह अब मिले तो बिहारियों से हुई बदसलूकी पर उससे सवाल जरूर पूछिएगा।
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कन्हैया के लिए आएंगे केजरीवाल और हार्दिक पटेल
सीपीआइ के बिहार राज्य सचिव सत्यनारायण सिंह पहले की कह चुके हैं कि कन्हैया के स्टार प्रचारकों को बुलाया गया है। जिग्नेश आ कर चले गये। अब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी आएंगे। सीपीआइ की तरफ से हार्दिक पटेल के भी आने की बात कही जा रही है। हार्दिक हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुए हैं। कांग्रेस महागठबंधन में राजद के साथ है। अब देखना है कि वे गठबंधन धर्म निभाते हैं कि नहीं। लेकिन अरविंद केजरीवाल को ऐसी कोई बाध्यता नहीं है। सीपीआइ भाजपा के साथ-साथ राजद को भी अपनी ताकत दिखाना चाहती है। भाजपा की तरफ से केजरीवाल पर हमले होने लगे हैं। भाजपा की तरफ से कहा जा रहा है कि केजरीवार टुकड़े गैंग को संसद में पहुंचाना चाहते हैं।
भाजपा ने केजरीवाल को घेरा
केजरीवाल के बेगूसराय आने की सूचना पर भाजपा हमलावर हो गयी है। उसने जेएनयू कांड के कानूनी पहलू को उठा कर केजरीवाल को घेरा है। दिल्ली पुलिस जेएनयू कांड की जांच कर रही है। कन्हैया पर देशद्रोह के आरोप को लेकर दिल्ली पुलिस को कोर्ट में चालान पेश करना है। लेकिन दिल्ली राज्य सरकार के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने अभी तक इसकी इजाजत नहीं दी है। अब भाजपा का कहना है कि इससे पता चल गया कि आखिर केजरीवाल दिल्ली पुलिस को क्यों नहीं इजाजत दे रहे हैं। उन्हें तो कन्हैया को बचाने और जीताने की चिंता सता रही है। गिरिराज सिंह बयानों से खलबली मचाने के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने ‘गद्दारी' वाला राग शुरू भी कर दिया है। मोदी को देश के लिए खतरा बताने वाले कन्हैया भी बोलने में कम नहीं हैं। दोनों के सुलगते बयान चुनावी तपिश को बढ़ाएंगे।