2019 में किस दल का समर्थन करेगी भीम आर्मी? चंद्रशेखर ने दिया बड़ा बयान
चंद्रशेखर ने 2019 के लोकसभा चुनाव में बसपा के प्रत्याशियों का समर्थन करने को लेकर बड़ा बयान दिया है।
नई दिल्ली। 2019 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले भीम आर्मी और उसके नेता चंद्रशेखर एक बार फिर से सुर्खियों में आ गए हैं। चंद्रशेखर ने ऐलान किया है कि आगामी 6 दिसंबर से वो जेल में बंद अपने दलित साथियों की रिहाई के लिए एक बड़ा आंदोलन करेंगे। माना जा रहा है कि चंद्रशेखर यूपी की दलित राजनीति में एक बार फिर से बड़ी हलचल पैदा करने की तैयारी में हैं, जिसके लिए वो लगातार वेस्ट यूपी के नेताओं से भी मुलाकात कर रहे हैं। इस बीच चंद्रशेखर ने 2019 के लोकसभा चुनाव में बसपा के प्रत्याशियों का समर्थन करने को लेकर बड़ा बयान दिया है।
क्या 2019 में BSP का समर्थन करेंगे?
अंग्रेजी अखबार 'द इंडियन एक्सप्रेस' को दिए इंटरव्यू में भीम आर्मी के नेता चंद्रशेखर से सवाल पूछा गया कि बसपा सुप्रीमो मायावती उनका या उनके संगठन का समर्थन नहीं करती हैं ऐसे में 2019 के लोकसभा चुनाव में क्या वो बसपा सुप्रीमो मायावती या उनके प्रत्याशियों का समर्थन करेंगे? इसपर चंद्रशेखर ने कहा, 'हमारी भीम आर्मी मुख्य तौर पर समाज के कमजोर तबके के लिए संघर्ष कर रही है। हम शिक्षा और उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाकर दलित समाज में एक आंदोलन पैदा कर रहे हैं, ऐसे में अगर मुझे लगता है कि किसी सीट पर बहुजन समाज पार्टी का प्रत्याशी कमजोर है तो भीम आर्मी और खुद मैं उसका समर्थन करूंगा।'
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भीम आर्मी पर मायावती का रुख क्या है?
गौरतलब है कि बसपा सुप्रीमो मायावती सार्वजनिक तौर पर भीम आर्मी या चंद्रशेखर से किसी भी तरह का संबंध होने से इंकार कर चुकी हैं। दरअसल, जेल से रिहा होने के बाद चंद्रशेखर ने अपने समर्थकों के सामने कहा था कि अब उनका मकसद 2019 में भाजपा को सत्ता से बेदखल करना है। इसी दौरान जब पत्रकारों ने उनसे मायावती को लेकर सवाल पूछा, तो चंद्रशेखर ने कहा कि बसपा सुप्रीमो मायावती उनकी बुआ हैं और उनको लेकर कोई विरोध नहीं है। चंद्रशेखर के इस बयान पर मायावती ने कहा था कि उनका संबंध केवल पिछड़े और दलितों से है। भीम आर्मी या उसके अध्यक्ष से उनका कोई संबंध नहीं है।
'6 दिसंबर से सड़कों पर उतरेगी भीम आर्मी'
आपको बता दें कि भीम आर्मी ने 6 दिसंबर से एक देशव्यापी आंदोलन का ऐलान किया है। आंदोलन के बारे में जानकारी देते हुए चंद्रशेखर ने बताया, 'सुप्रीम कोर्ट द्वारा एससी/एसटी एक्ट में किए गए संशोधन के विरोध में देशभर के दलितों ने बीते 2 अप्रैल को शांतिपूर्वक भारत बंद का ऐलान किया था। इस बंद के बाद पुलिस ने बड़ी संख्या में बेकसूर दलित नेताओं और कार्यकर्ताओं को झूठे आरोपों में पकड़कर जेल में बंद कर दिया गया। इन लोगों का किसी भी तरह की हिंसा से कोई लेना-देना नहीं था। इन सभी लोगों की रिहाई की मांग को लेकर भीम आर्मी आगामी 6 दिसबंर से देशव्यापी आंदोलन छेड़ेगी। आंदोलन के दौरान सरकार और प्रशासन से मांग की जाएगी कि जेल में बंद बेगुनाह दलित कार्यकर्ताओं और नेताओं को तत्काल रिहा किया जाए।'
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