वाराणसी से तेज बहादुर का नामांकन रद्द होने पर अखिलेश यादव ने कही ये बात
नई दिल्ली। वाराणसी लोकसभा सीट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ उम्मीदवारी कर रहे तेज बहादुर यादव का नामांकन खारिज कर दिया गया है। निर्वाचन अधिकारी ने तेज बहादुर के नामांकन पत्र को खारिज कर दिया है। तेज बहादुर यादव को सपा-बसपा (महागठबंधन) की ओर से उम्मीदवार घोषित किया गया था। उनका नामांकन खारिज होने पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया आई है। अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि जब वो राष्ट्रवाद के नाम पर वोट मांग रहे हैं तो उन्हें एक जवान का सामना करना चाहिए था।
अखिलेश बोले- पीएम मोदी को एक जवान का सामना चाहिए था
तेज बहादुर यादव का नामांकन खारिज होने पर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा, "जब वे राष्ट्रवाद के नाम पर वोट मांग रहे हैं, तो उन्हें एक जवान का सामना करना चाहिए था। जिन लोगों ने उन्हें नौकरी से बर्खास्त कर दिया क्योंकि उन्होंने जवानों के भोजन को लेकर शिकायत की थी, आखिर उन लोगों को वास्तविक देशभक्त कैसे कहा जा सकता है?" वहीं तेज बहादुर यादव ने कहा कि उनका नामांकन गलत तरीके से खारिज किया गया है, हम इसके लिए सुप्रीम कोर्ट जाएंगे।
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नामांकन रद्द होने पर बोले तेज बहादुर, सुप्रीम कोर्ट जाएंगे
तेज बहादुर के वकील ने कहा है हमसे जो साक्ष्य मांगे गए थे उसे प्रस्तुत किया गया, फिर भी हमारा नामांकन रद्द कर दिया गया। जानकारी के मुताबिक, निर्वाचन अधिकारी ने बीएसएफ से बर्खास्त जवान तेज बहादुर को दो नामांकन पत्रों में अलग-अलग जानकारी देने के बाद उन्हें नोटिस दिया था। निर्वाचन अधिकारी ने 24 घंटे में बीएसएफ से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेकर प्रस्तुत होने के लिए कहा था। तेज बहादुर को कहा गया है कि बीएसएफ से प्रमाणपत्र लेकर आएं, जिसमें यह स्पष्ट हो कि उन्हें नौकरी से किस वजह से बर्खास्त किया गया।
सपा ने शालिनी यादव की जगह तेज बहादुर को घोषित किया था उम्मीदवार
निर्वाचन अधिकारी ने तेज बहादुर को दो नोटिस जारी किए थे। जिसका जवाब तेज बहादुर को बुधवार दोपहर 11 बजे तक देना था। हालांकि तेज बहादुर 11 बजे अपने वकील के साथ रिटर्निंग ऑफिसर से मिलने पहुंचे। हालांकि उनके जवाब से संतुष्ट नहीं होने पर निर्वाचन अधिकारी ने तेज बहादुर के नामांकन पत्र को खारिज कर दिया। तेज बहादुर ने आरोप लगाया कि उन्होंने अपने सारे कागज पेश कर दिए, लेकिन दबाव के चलते उनका नामांकन रद्द कर दिया गया। तेज बहादुर का नामांकन खारिज होने के बाद अब शालिनी यादव सपा की तरफ से चुनाव मैदान में मोदी को टक्कर देंगी।