जम्मू कश्मीर: अनंतनाग में सिर्फ 13.61 प्रतिशत लोगों ने ही डाले वोट, आतंकियों ने दी थी धमकी
अनंतनाग। जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में मंगलवार को लोकसभा चुनावों के तीसरे दौरे के तहत पहले राउंड की वोटिंग हुई। अनंतनाग, पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की मुखिया महबूबा मुफ्ती का संसदीय क्षेत्र है। यहां पर पहले दौर में सिर्फ 13.61 प्रतिशत मतदान ही दर्ज हो सका। आपको बता दें कि अनंतनाग देश का इकलौता लोकसभा संसदीय क्षेत्र बन गया है जहां पर इस बार तीन दौर में वोटिंग हो रही है। सुबह से ही अनंतनाग में पोलिंग बूथ्स सूने पड़े और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की वोट के लिए की गई अपील भी काम नहीं आ सकी।
दक्षिण कश्मीर का हिस्सा है अनंतनाग
दक्षिण कश्मीर में आने वाले अनंतनाग लोकसभा सीट की 16 विधानसभा सीटों पर तीन दौर में वोट डाले जाएंगे। मंगलवार को हुए मतदान में छह विधानसभा सीटों बिजबेहरा, अनंतनाग, दोरु, कोकेरनाग, शांगास और पहलगाम के लिए मतदान हुआ। बची हुई 10 विधानसभा सीटों पर 29 अप्रैल और छह मई को चुनाव होंगे। साल 2014 में महबूबा मुफ्ती को यहां पर बड़ी जीत मिली थी। यहां से महबूबा को कुल 2,00,429 वोट्स यानी कुल वोट्स में से 53.1 प्रतिशत वोट्स महबूबा ने हासिल किए। अनंतनाग में कानून व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए यहां पर कोई उपचुनाव भी नहीं कराया जा सका है। साल 2016 में हिजबुल मुजाहिद्दीन कमांडर बुरहान वानी की मौत के बाद से घाटी की स्थिति बेकाबू है।
अभी तक नहीं हुए उपचुनाव
साल 2017 में यहां पर उप चुनाव होने थे लेकिन हिंसा की वजह से नहीं हो सके। इस माह की शुरुआत में हिजबुल के कमांडर रियाज नाइकू ने भी वोटर्स को मतदान न करने के लिए धमकाया था। अनंतनाग में 65 में से 40 मतदान केंद्र बिजबेहरा में थे, जहां एक भी वोट नहीं डाला गया। यह उन छह विधानसभा क्षेत्रों में से एक है जहां मंगलवार को लोकसभा चुनावों के तीसरे चरण में मतदान हुआ। लोगों ने अनंतनाग के 714 मतदान केंद्रों में वोट डाले। बिजबेहरा में 93,289 लोगों के लिए 120 मतदान केंद्र बनाए गए थे। शाम चार बजे मतदान खत्म होने तक कुल 1,893 या दो प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले थे।
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