2014 में अमृतसर में जेटली हारे थे, अब मंत्री हरदीप पुरी भी पीछे
नई दिल्ली। आज यानि गुरुवार को 2019 को लोकसभा चुनाव के रुझान आना शुरू हो गए हैं। ऐसे में देश की अहम लोकसभा सीट में शामिल पंजाब की अमृतसर सीट पर बीजेपी के उम्मीदवार हरदीप पुरी पीछे चल रहे हैं। कांग्रेस के उम्मीदवार गुरजीत सिंह औजला इस सीट से 3332 वोटों से आगे चल रहे हैं। बता दें कि साल 2014 के लोकसभा चुनाव में अरुण जेटली इस सीट से खड़े हुए थे और हारे थे।
बता दें कि अमृतसर सीट से कांग्रेस के टिकट को लेकर काफी बवाल मचा था। दरअसल पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर अमृतसर से चुनाव टिकट न मिलने के मुद्दे को लेकर नाराज रहीं। उन्होंने कहा कि मैंने अमृतसर के अलावा किसी भी दूसरी सीट के बारे में बात नहीं की थी, मुझे आशा कुमारी ने अमृतसर के चुनाव टिकट नहीं दिया, क्योंकि उनका कहना है कि दशहरा की घटना से मेरी छवि खराब हुई है, अमृतसर मेरी होम सीट है, जब मुझे बठिंडा में कोई जानता नहीं, तो मैं वहां से चुनाव क्यों लड़ूं, ये कौन सा तर्क है।
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पंजाब
में
19
मई
को
आखिरी
चरण
में
वोट
डाले
गए
थे
जबकि
एग्जिट
पोल
के
नतीजे
भी
उसी
दिन
आए
थे।
पंजाब
की
अमृतसर
सीट
से
साल
2014
में
कैप्टन
अमरेंद्र
सिंह
ने
चुनाव
जीता
था
लेकिन
सूबे
के
मुख्यमंत्री
बनने
के
बाद
उन्होंने
23
नवंबर
2016
को
त्याग
पत्र
दे
दिया,
जिसके
बाद
इस
सीट
से
दोबारा
चुनाव
हुए
तो
20
मार्च
2017
को
गुरजीत
सिंह
औजला
ने
पहली
बार
कांग्रेस
की
सीट
से
चुनाव
जीता
और
यहां
से
सांसद
बने।
40
साल
के
युवा
नेता
12
डिबेट
में
भाग
ले
चुके
हैं,
जब
यहां
उप-चुनाव
हुए
तो
उन्हें
यहां
अमरिंदर
सिंह
से
भी
ज्यादा
वोट
मिले
थे,
उन्हें
कुल
508153
वोट
प्राप्त
हुए
थे,
दूसरे
नंबर
पर
रहे
थे
भारतीय
जनता
पार्टी
के
राजेंद्र
मोहन
सिंह
जिन्हें
308964
वोट
मिले
थे
और
यहां
से
कांग्रेस
199000
वोटों
से
जीती
थी।
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