मोदी की सुनामी में भी नहीं हिला कांग्रेस का ये दिग्गज नेता, दिलाई पहले से ज्यादा सीटें
नई दिल्ली। लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी ने पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ऐतिहासिक जनादेश हासिल किया है। एनडीए ने 542 में से 352 सीटों पर जीत दर्ज की। वहीं, लोकसभा चुनावों में उत्तर, मध्य एवं पूर्वी भारत में 'मोदी लहर' को दरकिनार करते हुए पंजाब में कांग्रेस ने 13 में से 8 सीटों पर जीत हासिल की। इस जीत ने ना केवल पार्टी को बड़ी राहत मिली बल्कि पंजाब में एक नेता के राजनीतिक कद में जबरदस्त इजाफा हुआ।
पंजाब में कांग्रेस ने जीती 8 सीटें
पंजाब में अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस ने 13 में से 8 सीटों पर जीत दर्ज की। पार्टी ने मिशन-13 के तहत पंजाब में खूब प्रचार किया था और अमरिंदर सिंह ने कैप्टन की भूमिका बखूबी निभाई। पंजाब कांग्रेस में मतभेदों के बीच अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में पार्टी 8 सीटों पर जीत दर्ज करने में सफल रही। ये सब उस वक्त हो रहा था जब कांग्रेस करीब 17 राज्यों में जीत के लिए तरस रही थी। क्या दिल्ली, क्या हरियाणा, क्या राजस्थान, हर जगह कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ रहा था। लेकिन पंजाब में कांग्रेस के इस कैप्टन ने पार्टी की सीटों की संख्या को 3 से 8 तक पहुंचाने में बड़ी भूमिका निभाई। मोदी लहर के बीच पंजाब में कांग्रेस ने जबरदस्त प्रदर्शन किया है।
कांग्रेस ने 2014 में जीती थी केवल तीन सीटें
2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को 3 सीटों पर जीत हासिल हुई थी जबकि बीजेपी को 2, अकाली को 4 और आम आदमी पार्टी को 4 सीटों पर जीत मिली थी। इस चुनाव में अकाली दल-भाजपा गठबंधन को चार सीटें और आम आदमी पार्टी को सिर्फ एक सीट मिली है। अमृतसर से केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा उम्मीदवार हरदीप सिंह पुरी को कांग्रेस के गुरजीत सिंह औजला ने करीब एक लाख वोटों से हराकर बीजेपी के इस सीट को जीतने की कोशिशों पर पानी फेर दिया।
ये भी पढ़ें: Lok Sabha Results 2019 Live: आडवाणी-जोशी से पीएम मोदी ने की मुलाकात
बीजेपी को केवल 2 सीटों पर मिली जीत
वहीं, इस चुनाव में अमरिंदर सिंह और सिद्धू के बीच विवाद भी सामने आया जब पूर्व क्रिकेटर ने कैप्टन अमरिंदर पर फ्रैंडली मैच खेलने वाली टिप्पणी की थी। पंजाब की 13 लोकसभा सीटों में से नवजोत सिंह सिद्धू ने बठिंडा और गुरदासपुर में प्रचार किया था। इन दोनों ही सीटों पर कांग्रेस को हार मिली। कैप्टन ने कहा था कि इस बयान का खामियाजा कांग्रेस को भुगतना पड़ा। अमरिंदर सिंह कांग्रेस हाईकमान के सामने चुनाव प्रचार के दौरान सिद्धू के बयानों के मुद्दे को उठाएंगे जिनसे पार्टी को नुकसान हुआ।