महज पांच वोट मिलने वाले पंजाब के उम्मीदवार के मामले में आया नया मोड़
नई दिल्ली। लोकसभा चुनावों के नतीजे आ चुके हैं और भारतीय जनता पार्टी ने ऐतिहासिक जीत हासिल की है। लगभग हर सीट पर सिर्फ बीजेपी की जीत चर्चा का विषय है। लेकिन पंजाब के जालंधर के एक काउंटिंग सेटर पर एक शख्स अलग कारणों से सुर्खियों में है। शटर बनाने का बिजनेस करने वाले नीतू शटरांवाला गुरुवार को आंसुओं के साथ काउंटिंग सेंटर से बाहर निकले। इसकी वजह सिर्फ चुनावी हार नहीं थी। असल में इस प्रत्याशी की मानें तो इसके अपने घर में 9 वोट हैं और इसे सिर्फ 5 वोट ही मिले हैं। बाकी कहां गए, कुछ पता नहीं। चुनाव आयोग से जुड़े अधिकारियों-कर्मचारियों से बात करने पर भी नीतू को कोई साफ जवाब नहीं मिल पा रहा था।
एक महीने दुकान से दूर रहकर मांगा वोट लेकिन
नीतू का कहना है कि मैं एक महीने अपनी दुकान से दूर रहा और लोगों के बीच काम किया, लेकिन उन्होंने मेरे लिए वोट नहीं किया।' नीतू के होश तो उस वक्त उड़ गए, जब परिवार के वोट भी पूरे नहीं मिले। चेकिंग कराने पर नीटू को पता चला कि उसके परिवार के कुल 9 में से उसे 5 वोट ही आए हैं, बाकी 4 वोट कहां किसके खाते में गए, कुछ पता नहीं। नीटू ने कहा कि साफ-साफ बेईमानी हुई है। राहुल गांधी, नरेंद्र मोदी हो या कोई और, सबके सब चोर हैं। मैं तौबा करता हूं, आगे से इलेक्शन नहीं लड़ूंगा।
बाद में पता चला कि 856 वोट मिले हैं
नीतू काउंटिंग सेंटर में ही रो पड़े और उनकी बातें लोगों ने रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दी। वीडियो को लाखों लोग देख चुके थे। हालांकि, बाद में पता चला कि नीतू ने हार पहले ही मान ली थी। दिन खत्म होने तक उन्हें 856 वोट मिल चुके थे।
पहले भी चर्चा में रह चुके हैं नीतू
नीतू इससे पहले चर्चा में आए थे जब उन्होंने एक मोबाइल फोन को फर्जी बम के साथ जोड़ दिया था, उन्हें पुलिस ने पकड़ लिया था। उस वक्त मीडिया से मिली अटेंशन के बाद उन्होंने लोकसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया।
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