क्विक अलर्ट के लिए
नोटिफिकेशन ऑन करें  
For Daily Alerts
Oneindia App Download

लोकसभा चुनाव 2019: तेज प्रताप को कब तक रोक पाएंगे तेजस्वी यादव

उन्होंने गुरुवार को ट्वीट किया, ''छात्र राष्ट्रीय जनता दल के संरक्षक के पद से मैं इस्तीफ़ा दे रहा हूं...नादान हैं वो लोग जो मुझे नादान समझते हैं, कौन कितना पानी में है सबकी ख़बर है मुझे.''

By BBC News हिन्दी
Google Oneindia News
तेज़प्रताप यादव
Getty Images
तेज़प्रताप यादव

राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) में इन दिनों हाई वोल्टेज ड्रामा जारी है. आरजेडी प्रमुख अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और महुआ से विधायक तेज प्रताप यादव ने गुरुवार को पार्टी मुख्यालय पर प्रेस कॉन्फ़्रेस के लिए पत्रकारों को बुलाया था लेकिन उन्होंने प्रेस कॉन्फ़्रेस नहीं की.

एक बात जो साफ़ तौर पर ज़ाहिर है वो ये कि पार्टी के भीतर 'सबकुछ ठीक नहीं' है.

प्रेस कॉन्फ़्रेस बुलाने से लगभग दो घंटे पहले तेज प्रताप ने सबको चौंकाते हुए एक ट्वीट के ज़रिए एलान किया कि वो आरजेडी छात्रसंघ संरक्षक के पद से इस्तीफ़ा दे रहें हैं.

वो पिछले कई सालों से पार्टी के छात्र संघ का नेतृत्व कर रहे थे और पटना यूनिवर्सिटी में छात्र संघ चुनावों में छात्रों के टिकट पर अंतिम मुहर लगाने का काम उन्हीं के हाथों में था.

उन्होंने गुरुवार को ट्वीट किया, ''छात्र राष्ट्रीय जनता दल के संरक्षक के पद से मैं इस्तीफ़ा दे रहा हूं...नादान हैं वो लोग जो मुझे नादान समझते हैं, कौन कितना पानी में है सबकी ख़बर है मुझे.''

उनके इस ट्वीट से ऐसा लग रहा था कि वो पार्टी के नेतृत्व से ख़ासे नाराज़ हैं.

क़रीबियों को टिकट ना मिलने पर नाराज़

तेज प्रताप की इस नारज़गी के पीछे की वजह उनके क़रीबियों को लोकसभा चुनाव का टिकट ना मिलना है. वो पार्टी के नेतृत्व से अपने कुछ ख़ास लोगों के लिए टिकट की मांग कर रहे थे लेकिन आरजेडी ने उन सीटों पर दूसरे उम्मीदवारों को टिकट दिया है.

पार्टी के नेताओं के मुताबिक़ पिछले साल अपनी पत्नी से तलाक़ की अर्ज़ी देने वाले तेज प्रताप अपने छोटे भाई तेजस्वी सहित पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर दबाव बना रहे थे कि शिवहर सीट से अंगेश कुमार और जहानाबाद सीट से चंद्रप्रकाश यादव को टिकट दिया जाए.

लेकिन पार्टी ने दोनों ही सीटों पर अन्य उम्मीदवारों के नाम तय किए हैं जिनका औपचारिक ऐलान होना बाक़ी है.

तेज़प्रताप यादव
Getty Images
तेज़प्रताप यादव

पार्टी में अपनी बात ना माने जाने से तेज प्रताप अपने छोटे भाई और लालू यादव की अनुपस्थिति में पार्टी के सर्वेसर्वा तेजस्वी से नाराज़ हैं.

ख़बर है कि गुरुवार की दोपहर 2.30 बजे प्रेस कॉन्फ़्रेस करके वो अपने उम्मीदवारों का नाम घोषित करने वाले थे. लेकिन पार्टी के शीर्ष नेताओं को इसकी भनक लग गई और उन्होंने तेज प्रताप को ये कॉन्फ़्रेंस रद्द करने के लिए मनाया.

कहा जा रहा है कि उनकी मां राबड़ी देवी ने उन्हें ऐसा करने से रोकने में सबसे अहम भूमिका निभाई है.

तेज प्रताप ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस बुलाकर उसमें शामिल ना होने की वजह तो नहीं बतायी लेकिन उन्होंने एक न्यूज़ चैनल से कहा कि वह तेजस्वी यादव और आरजेडी प्रमुख से गुज़ारिश करते हैं कि वो उन दो नामों पर विचार करें क्योंकि वो दोनों ही युवा चेहरे हैं.

तेज़प्रताप यादव
Getty Images
तेज़प्रताप यादव

उन्होंने कहा, ''मैं तेजस्वी यादव और लालू प्रसाद यादव सहित पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से गुज़ारिश करता हूं कि वो युवा उम्मीदवारों को टिकट दें. युवा ही पार्टी को आगे ले जाएंगे. हाँ, मैं चाहता हूं कि मेरे दो लोगों को टिकट दिया जाए और इसमें कुछ ग़लत नहीं है. मैं तेज प्रताप, मीसा या तेजस्वी के लिए टिकट की बात नहीं कर रहा हूं. हमारी पार्टी में नौजवानों को बेहतर मौक़े मिलने चाहिए. ''

फ़िलहाल आरजेडी का अंदरूनी विवाद सुर्खियों में छाया हुआ है. इससे पहले भी तेज प्रताप अपने अप्रत्याशित रवैये से पार्टी के लिए ऐसी स्थितियां पैदा कर चुके हैं.

हाल ही में तेजप्रताप ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे के खिलाफ पार्टी में महत्वपूर्ण पदों पर अपने क़रीबियों की नियुक्ति नहीं करने का आरोप लगाया था.

इससे पहले, तेजप्रताप ने खुले तौर पर कहा कि उनकी बड़ी बहन और राज्यसभा सांसद मीसा भारती को पाटलिपुत्र से चुनाव लड़ना चाहिए न कि मनेर विधायक भाई बीरेंद्र को.

BBC Hindi
Comments
देश-दुनिया की ताज़ा ख़बरों से अपडेट रहने के लिए Oneindia Hindi के फेसबुक पेज को लाइक करें
English summary
Lok Sabha election 2019 How long will it be possible for Tejaswi yadav to stop Tej Pratap
तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Settings X
X