सर्वे: नीतीश के साथ आने से बिहार में एनडीए मजबूत, 40 में से 35 सीटें मिलने का अनुमान
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव नजदीक आते राजनीतिक पार्टियों को लेकर सर्वे आने लगे हैं। सत्ता पक्ष की पार्टियां फिर से वापसी का दावा कर रही है तो विपक्षी एकजुट होकर मात देने में जुटे हुए हैं। लेकिन इसी बीच 40 सीटों वाला बिहार को लेकर एबीपी न्यूज़-सी वोटर ने सर्वे सामने आया है। बता दें कि बिहार में इस बार मुकाबला एनडीए और यूपीए मतलब महागठबंधन के बीच है। एनडीए के साथ बीजेपी, जेडीयू और एलजेपी तो वहीं महागठबंधन में आरजेडी, कांग्रेस, हम, एलजेडी, आरएलएसपी पार्टियां शामिल हैं। ऐसे में आइए जान लेते इस सर्वे के मुताबिक बिहार में किस पार्टी को ज्यादा सीटें मिल रही हैं और किस पार्टी को एक बार फिर नुकसान झेलने के अनुमान हैं।
अभी चुनाव हुए तो किस पार्टी के खाते में आएंगी कितनी सीटें?
एबीपी न्यूज़-सी वोटर ने सर्वे में बताया गया है कि अभी मतलब आज की स्थिति में चुनाव हुए तो नतीजे क्या होंगे। सर्वे के मुताबिक जो आंकड़े सामने आ रहे हैं उसमें नीतीश कुमार के वापस आने से एनडीए को फायदा दिखाई दे रहा है। सर्वे के आंकड़ों पर नजर डाले तो इसमें बीजेपी को 15 तो जेडीयू प्लस एलजेपी को 20 सीटें मिलने का अनुमान है। वहीं महागठबंधन में आरजेडी को चार तो कांग्रेस को एक सीट मिलती दिख रही है। इस सर्वे के हिसाब से बिहार में एनडीए को मजबूती के अनुमान दिखाई दिए हैं। मतलब सर्वे के अनुसार बिहार में एनडीए एक बार फिर ज्यादा सीटें अपनी झोली में डाल सकता है।
किसका कितना वोट शेयर
इस सर्वे में वोट शेयर के बारे में भी आंकड़े इकट्ठा किए गए हैं। जिसमें एनडीए को एनडीए को 45.10 फीसदी वोट मिलने के अनुमान हैं। जबकि यूपीए को 37.50 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है। अन्य दलों के खाते में 17.40 फीसदी वोट मिलते दिखाई दे रहे हैं। इस सर्वे में पिछली बार की तरह इस बार के चुनाव में भी एनडीए के वोट प्रतिशत बाकी सभी पार्टियों से ज्यादा है। ऐसे में लालू यादव और अन्य विपक्षी पार्टियों के लिए यह किसी चिंता से कम नहीं है। बता दें कि बीपी न्यूज़-सी वोटर का यह सर्वे देश की सभी 543 लोकसभा सीटों पर किया गया है। इसमें 22309 लोगों से बातचीत की गई और उसके आधार पर आंकड़े इकट्ठा किए गए हैं।
2014 में क्या थे चुनावी नतीजे
2014 में हुए लोकसभा चुनाव के बारे में बात करें तो बिहार में बीजेपी को 22 सीटों पर जीत मिली थी। जबकि एलजेपी ने 6 और आरएलएसपी ने 3 सीटों पर जीत दर्ज की थी। मतलब बिहार की 40 सीटों में से एनडीए के खाते में 31 सीटें आई। 2014 के लोकसभा चुनाव ममें नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू एनडीए का हिस्सा नहीं थी। जेडीयू को मात्र 2 सीटों पर जीत मिली थी। जबकि लालू यादव की पार्टी ने चार, कांग्रेस ने 2 और एनसीपी ने 1 सीटों पर जीत दर्ज की थी। साल 2014 वो दौर था जब देशभर में मोदी लहर थी। जिसका असर देखने को भी मिला और बीजेपी अपने दम पर बहुमत में आई। यूपी-बिहार समेत अन्य राज्यों में बीजेपी का उम्मीद से भी अच्छा प्रदर्शन रहा। लेकिन 2019 में होने वाले चुनाव में बीजेपी के सामने कई मुश्किले हैं। जिसमें सपा-बसपा गठबंधन और महागठबंधन प्रमुख हैं।