केरल में लॉकडाउन की उड़ी धज्जियां, सड़क पर उतरे सैकड़ों मजदूरों ने कहा- 'हम घर जाना चाहते हैं'
नई दिल्ली। कोरोना वायरस संकट के बीच लॉकडाउन के चलते केंद्र और राज्य सरकारों की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। प्रवासी मजदूरों का पलायन और कोरोना वायरस को फैलने से रोकना इस समय सरकार के लिए चुनौती बना हुआ है। देशभर से ऐसी कई तस्वीरें और वीडियो सामने आ रहे हैं जिसमें देखा जा सकता है कि प्रवासी मजदूर लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करते हुए कोरोना वायरस के फैलने का खतरा बढ़ा रहे हैं। ऐसा ही एक मामला केरल के कोट्टयम जिले से सामने आया है जहां सैंकड़ों की संख्या में उत्तर भारत के प्रवासी मजदूर सड़क पर धरना दे रहे हैं। मजदूरों की मांग है कि सरकार उन्हें उनके घर भेजने का पुख्ता इंतजाम करे।
एक तरफ जहां लोगों को सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए लॉकडाउन के नियमों का पालन करने को कहा जा रहा है वहीं, दूसरी ओर घर वापसी के लिए सड़कों पर आए मजदूर सरकारी नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। मजदूरों में अब भूख-प्यास का डर कोरोना वायरस के डर से कहीं ज्यादा बढ़ गया है। लॉकडाउन होने के चलते उनके सामने आजीविका की बड़ी समस्या आ गई है। रविवार को कोट्टयम जिले में स्थित चंगनाशेरी के पयप्पड़ में सैकड़ों प्रवासी मजदूर इकट्ठा हुए। इन मजदूरों की मांग है कि उन्हें घर जाने की अनुमति दी जाए और इसके लिए उन्हें वाहन उपलब्ध कराए जाएं।
इनमें से कई लोग ऐसे भी हैं जिनकी मांग है कि उन्हें भोजन और पानी मुहैया कराया जाए, जबिक कुछ ने कहा कि वे अपने पैसों से खाना-पानी का इंतजाम कर रहे थे लेकिन अब वह ऐसा करने में असमर्थ हैं। विरोध कर रहे एक शख्स ने मीडिया से बात करते हुए कहा, हमें खाना मिल रहा है, लेकिन हम घर जाना चाहते हैं। हम मुख्य रूप से पश्चिम बंगाल से हैं, हम मालदा जाना चाहते हैं। एक अन्य मजदूर ने कहा, हमारे पास अब पैसे खत्म हो चुके हैं, हम पानी और भोजन कैसे खरीदेंगे? बंगाल में हमारे परिवार वाले भी हमारे लिए रो रहे हैं।
यह भी पढ़ें: दिल्ली: लॉकडाउन के चलते फंसे मरीज, कहा-कोरोना से नहीं भूख से मर जाएंगे