लॉकडाउन: बकरियां बेचकर एयर टिकट खरीदने वाले मजदूर आखिरकार भरेंगे उड़ान
नई दिल्ली- अपनी सारी बकरियां बेचकर और पूरी जमा-पूंजी जुटाकर मुंबई से कोलकाता के लिए एयर टिकट खरीदने वाले मजदूरों की उम्मीद टूटकर एक बार फिर से जिंदा हो गई है। एयरलाइंस कंपनी ने उन्हें भरोसा दिलाया है, जिसके बाद वो आखिरकार अपने घर के लिए उड़ान भर सकेंगे। उनके लिए इंडिगो एयरलाइंस ने 1 जून का टिकट बुक किया है और इसके एवज में उनसे कोई अतिरिक्त पैसे भी नहीं लिए जाएंगे। उनकी फ्लाइट पहले पश्चिम बंगाल में मंजूरी नहीं मिलने के चलते कैंसिल हो गई थी, लेकिन अब उन्हें भरोसा मिला है कि वह 1 जून को अपनी सारी जमा-पूंजी और बकरियों को बेचकर जमा रकम से खरीदे पैसों की मदद से कोलकाता जरूर पहुंच जाएंगे।
1 जून की फ्लाइट में हो गई बुकिंग
कोरोना वायरस और लॉकडाउन की वजह से परेशान मुंबई के तीन मजदूरों ने आपस मिलकर उनके पास जितने पैसे थे सब जोड़ लिए। कम पड़े तो उनमें से एक ने अपने गांव की सारी बकरियां बकरियां बेच दीं, जो कि उनकी संपत्ति की तरह थीं और कोलकाता जाने के लिए हवाई जहाज का टिकट खरीद लिया। लेकिन, वे जिस फ्लाइट से कोलकाता जाने वाले थे, वही कैंसिल हो गई। अब इंडिगो इस बात के लिए तैयार हो गया है कि वह उन तीनों को उनके गृहराज्य तक विमान में पहुंचाएगा। एयरलाइंस कंपनी ने एक न्यूज रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि, 'हम तत्काल तीनों पैंसेजरों से संपर्क कर रहे हैं। वे आश्वस्त रहें, हम उन्हें अगली फ्लाइट में सीट उपलब्ध करवाएंगे या उनके पूरे पैसे रिफंड कर देंगे।' उन यात्रियों को अब 1 जून की फ्लाइट में जगह दी गई है।
एविएशन मंत्री ने दी टिकट बुक होने की जानकारी
बता दें कि पश्चिम बंगाल के उन मजदूरों ने जबसे लॉकडाउन शुरू हुआ है, कछ नहीं कमाया है। उन्होंने सिर्फ हवाई जहाज के टिकट खरीदने के लिए पाई-पाई जोड़कर 30,600 रुपये जमा किए थे और उन्हें बता दिया गया कि उनकी फ्लाइट कैंसिल हो गई और उसके रिफंड भी नहीं मिलेंगे। इस बात का उनपर क्या असर पड़ा होगा यह तो सिर्फ कल्पना ही की जा सकती है। खबरों के मुताबिक उन तीनों में से तो एक के परिवार वालों ने हवाई टिकट के लिए अपने घर की बकरियां ही बेच दी थीं। उन लोगों का टिकट इसलिए कैंसिल हो गया, क्योंकि पश्चिम बंगाल सरकार ने एयरलाइंस सेवाओं पर रोक लगा दी थी। बाद में सिविल एविएशन मंत्री हरदीप पुरी ने कहा कि उन तीनों कामगारों का टिकट इंडिगो ने बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के 1 जून के लिए टिकट बुक कर लिया है।
बकरियां बेचकर हवाई जहाज से घर लौटेगा मजदूर
इससे
पहले
मुंबई
के
एक
कंस्ट्रक्शन
साइट
पर
काम
करने
वाले
उन
प्रवासी
मजदूरों
ने
घर
जाने
के
लिए
ट्रेन
की
टिकट
खरीदने
की
काफी
कोशिश
की
थी,
लेकिन
नाकाम
रहे
थे।
बाद
में
उन्होंने
किसी
भी
तरह
से
पैसे
जुटाकर
जल्द
से
जल्द
हवाई
जहाज
से
घर
लौटने
का
फैसला
किया।
उनमें
से
एक
मजदूर
46
साल
का
सोना
मुल्लाह
का
कहना
है
कि
वह
15,000
रुपये
कमाता
है
और
10,000
रुपये
महीना
घर
भेज
देता
है।
पश्चिम
बंगाल
के
मुर्शीदाबाद
जिले
के
रहने
वाले
मुल्ला
की
पत्नी
वहां
परिवार
की
आय
बढ़ाने
के
लिए
बकरिंया
पालती
है।
लेकिन,
पिछले
हफ्ते
हवाई
जहाज
का
टिकट
खरीदने
के
लिए
उन्होंने
9,600
रुपये
में
अपनी
बकरियां
बेच
दीं,
ताकि
टिकट
के
10,200
रुपये
जुटाए
जा
सकें।
(तस्वीरें
प्रतीकात्मक)