पुलिस बनी मददगार! थाने से ही फोन पर नोट की दवाएं और बुजुर्ग दंपति के घर खुद देकर आए SHO
पुलिस बनी मददगार! थाने से ही फोन पर नोट की दवाएं और बुजुर्ग दंपति के घर खुद देकर आए SHO
नई दिल्ली। देशभर में इस समय लॉकडाउन है। बीते एक हफ्ते से देश में बहुत जरूरी सेवाओं को छोड़कर सभी कुछ बंद है। ऐसे में बहुत से लोगों को परेशानी का सामना भी करना पड़ा रहा है। इस परेशानी के वक्त में आम लोग और कई संगठन को मदद को आगे आ ही रहे हैं, पुलिस भी पीछे नहीं है। लॉकडाउन में दिल्ली पुलिस भी नागरिकों की मदद कर रही है। ग्रेटर कैलाश के एसएचओ सोमनाथ परुथी को जब कुछ बुजुर्ग लोगों की दिक्कत पता चली तो वो फोन पर उन्होंने दवाएं नोट कीं और खुद दवा लेकर उनके घर पहुंचे।
बच्चे विदेश में एसएचओ ने पहुंचाया जरूरी सामान
ग्रेटर कैलाश में रहने वाले आर. भसीन ने बताया, हमारे बच्चे अमेरिका में रहते हैं। सिर्फ मैं और पत्नी यहां रहते हैं। हम दोनों डायबिटीज और बीपी के मरीज हैं। हमें लगातार दवाओं की जरूरत पड़ती है। इस दौरान हमें परेशानी हुई तो हमने एसएचओ आर. भसीन को फोन किया, जिसके बाद वो खुद सामान लेकर पहुंच गए। हमें इससे बहुत खुशी हुई।
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पुलिस बदल रही रवैया
लॉकडाउन शुरू होने के बाद देशभर से ऐसे मामले सामने आए थे, जिसमें पुलिस पर नागरिकों पर लाठी बरसाने के आरोप लगे थे। कई ऐसी वीडियो और तस्वीरें भी सामने आई थीं, जिनमें पुलिस लोगों को लाठी से मारते उनसे उठक-बैठक लगवाते या उनके माथे पर कुछ लिखती दिखी थी। जिससे पुलिस के रवैये पर सवाल उठे थे। जिसके बाद पुलिस ने अपने रुख में काफी बदलाव किया है। जिसके बाद पुलिस की तारीफ भी हो रही है।
देश में एक हजार के पास हुए कोरोना के मामले
भारत में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। सोमवार को देश में संक्रमित मामलों की संख्या 1071 हो गई है, जबकि इस महामारी से 29 लोगों की मौत भी हुई है। कोरोना वायरस को देखते हुए देश में 21 दिनों तक लॉकडाउन है, आज लॉकडाउन का छठा दिन है। दुनियाभर में वायरस के कारण 33,976 से भी ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। वहीं संक्रमित लोगों की संख्या सात लाख के आंकड़ा को पार कर चुकी है।
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