भारत में बढ़ सकती है लॉकडाउन की समय-सीमा, दक्षिण एशिया में तेजी से बढ़ रहे हैं कोरोना के मामले!
मुंबई। दक्षिण एशिया में कोरोना वायरस महामारी के शिकार हुए नए मामलों की संख्या शनिवार को 6,000 के करीब पहुंचने के बाद भारत में देश व्यापी लॉकडाउन की समय -सीमा बढ़ाने की संभावना जताई जाने लगी है। यही कारण है कि दक्षिण एशिया में तेजी से बढ़ रहे नए मामलों को देखते हुए कुछ शहरों में लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध कड़े कर दिए गए है। इनमें महाराष्ट्र प्रमुख हैं, जहां अब तक कोरोना के सर्वाधिक मरीज मिले हैं।
अधिकारियों ने कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम और उस पर लगाम लगाने के लिए लॉकडाउन को आगे और बढ़ाने की चेतावनी भी जारी की है। मालूम हो, दक्षिण एशिया में अकेले 2,902 मामलों के साथ भारत कोरोना वायरस से सबसे अधिक पीड़ित है, जहां अब तक कुल 68 संक्रमित मरीजों की मौत हो चुकी है।
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महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा है कि अगर लोग नियमों का गंभीरता से पालन नहीं करते हैं और मामले बढ़ते रहते हैं, तो लॉकडाउन का विस्तार करने के अलावा कोई विकल्प नहीं हो सकता है उन्होंने संभावना जताई कि खासकर मुंबई और महाराष्ट्र के शहरी क्षेत्रों लॉकडाउन को दो सप्ताह के लिए और बढ़ाया जा सकता है।
हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में कहा है कि इसी सप्ताह देश चरणबद्ध तरीके से लागू तीन सप्ताह (21 दिन) के लॉकडाउन से बाहर निकलेगा। जबकि पूरे भारत में सबसे अधिक प्रभावित राज्य महाराष्ट्र में अब तक कुल 516 कोरोना संक्रमित मामलों की पुष्टि हुई है, जो किसी भी राज्य में ज्यादा है, जहां बीमारी से अब तक कुल 26 लोगों की मौत हो चुकी है।
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रिपोर्ट के मुताबिक केंद्र सरकार 14 अप्रैल को समाप्त होने वाली लॉकडाउन की समीक्षा करने की योजना बना रही है, तीन वरिष्ठ अधिकारियों ने संवाद एजेंसी रायटर को बताया कि यह प्रत्येक राज्य में स्थिति के आकलन पर निर्भर करेगा और लॉकडाउन और प्रतिबंध उन जिलों में विस्तारित किए जाएंगे जहां कोरोनो वायरस का प्रसार जारी है।
कुछ अधिकारियों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि मुंबई, बेंगलुरु और दिल्ली जैसे बड़े महानगरों में सार्वजनिक परिवहन 14 अप्रैल, 2020 तक लॉकडाउन खत्म होने के कुछ दिनों बाद ही चरणबद्ध तरीके से बहाल किया जा सकता है। हालांकि लॉकडाउन खत्म होने के बाद की योजना पर अभी फैसला नहीं हुआ है, क्योंकि अभी भी मंथन कर रही है।
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दक्षिण एशिया में पिछले सप्ताह में COVID-19 मामलों की संख्या दोगुनी हुई
पिछले सप्ताह में COVID-19 मामलों की संख्या दक्षिण एशिया में दोगुनी से अधिक हो गई है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने इस क्षेत्र में महामारी की चेतावनी दी है, जो दुनिया की आबादी का पांचवां हिस्सा है, जो पहले से ही कमजोर सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणालियों को और प्रभावित कर सकता है, क्योंकि मुस्लिम बहुल देश पाकिस्तान और बांग्लादेश और भारत, जहां दुनिया के सबसे बड़े मुस्लिम अल्पसंख्यक रहते हैं, ऐसे रूढ़िवादी धार्मिक समूहों को सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में समझाना एक मुश्किल काम है।
कराची मस्जिद में जुमे की नमाज में सभा रोकने गए पुलिसकर्मियों से झड़प
अधिकारियों ने कहा कि शुक्रवार को कराची मस्जिद में जुमे की नमाज के दौरान सभाओं पर नए प्रतिबंध लगाने के लिए गए पुलिस अधिकारियों और मुसलमानों के बीच विवाद हो गया, जो कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने की कोशिश कर रहे थे। यह तब हुआ जब शुक्रवार को मुस्लिम उपासकों को घर पर प्रार्थना करने के लिए राजी करने के लिए सरकार ने कराची के वित्तीय केंद्र सिंध के दक्षिणी प्रांत में तीन घंटे का कर्फ्यू लागू किया दिया था।
पाक में कोरोना संक्रमित में आई तेजी के लिए तब्लीगी जमात जिम्मेदार
पाकिस्तान ने अब तक 2,547 कोरोनो वायरस संक्रमणों की सूचना दी है। पाकिस्तान में कोरोना वायरस संक्रमित लोगों में आई तेजी के लिए एक रूढ़िवादी मुस्लिम समूह, तब्लीगी जमात को माना जा रहा है।
दक्षिण एशिया में कोरोनो के प्रसार मामले में भारत पहले पायदान पर है
सरकारी आंकड़ों के अनुसार दक्षिण एशिया में कोरोनो वायरस के प्रसार पर आंकड़े के मुताबिक भारत में 2,902 मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें 68 मौतें शामिल हैं। पाकिस्तान ने 2,547 मामले दर्ज किए हैं, जिसमें 37 मौतें शामिल हैं।
अफगानिस्तान में 6 मौत सहित 281 मामले दर्ज किए गए हैं
वहीं, अफगानिस्तान में 6 मौत सहित 281 मामले दर्ज किए गए हैं। जबकि श्रीलंका में 159 मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें 5 मौतें शामिल हैं और बांग्लादेश में छह मौत सहित 61 मामले दर्ज किए गए हैं।
मालदीव में 32 मामले दर्ज हुए हैं और कोई मौत नहीं हुई है
वहीं, मालदीव में 32 मामले दर्ज हुए हैं और कोई मौत नहीं हुई है। नेपाल में छह मामले दर्ज किए गए और कोई मौत नहीं हुई। इसी तरह भूटान में पांच मामले दर्ज किए गए हैं और कोई भी मौत नहीं हुई है।