Lockdown: ऑनलाइन बुकिंग शुरू होते ही ये ट्रेनें हुईं फुल, जानिए कब तक है वेटिंग
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के मद्देनजर लॉकडाउन के कारण यात्री ट्रेन सेवाएं 14 अप्रैल तक स्थगित हैं। जबकि इस दौरान सभी टिकट काउंटर भी 14 अप्रैल तक बंद हैं। हालांकि, ऑनलाइन टिकटों की बुकिंग जारी है और बड़ी संख्या में लोग टिकटों की बुकिंग कर रहे हैं, आलम ये है कि दिल्ली-मुंबई जाने वाली प्रमुख ट्रेनों में 30 अप्रैल तक की बुकिंग फुल हो चुकी है। लॉकडाउन खत्म होने की उम्मीद में लोगों ने अपने आने-जाने के लिए टिकटों की बुकिंग शुरू कर दी है।
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15 अप्रैल के बाद के लिए शुरू हुई टिकटों की ऑनलाइन बुकिंग
एक रिपोर्ट के मुताबिक, गोरखधाम और वैशाली एक्सप्रेस के एसी थर्ड और स्लीपर क्लास में कंफर्म टिकट नहीं मिल रहा है। हालांकि, आनंद विहार जाने वाली हमसफर एक्सप्रेस में ही सीट खाली हैं। लॉकडाउन के कारण बस, ट्रेन और विमान सेवाएं 14 अप्रैल तक स्थगित हैं, ऐसे में जो जहां पर है वहीं पर फंसा हुआ है और लॉकडाउन खत्म होने का इंतजार कर रहा है। आमतौर पर, IRCTC की वेबसाइट के जरिए रोजाना औसतन साढे 8 लाख टिकटों की बुकिंग होती है।
इन ट्रेनों में टिकट फुल
12555 गोरखधाम एक्सप्रेस में 20 अप्रैल तक एसी थर्ड में 7 वेटिंग और स्लीपर में 65 आरएसी है। 11016 कुशीनगर एक्सप्रेस में 25 अप्रैल तक एसी थर्ड में 4 वेटिंग और स्लीपर में 13 आरएसी है। इसके अलावा 15018 दादर एक्सप्रेस के एसी थर्ड में 4 वेटिंग और स्लीपर में 42 आरएसी है। इसके पहले, भारतीय रेलवे ने टिकट बुकिंग को लेकर जानकारी देते हुए कहा था कि 14 अप्रैल तक के सफर को लेकर ही रिजर्वेशन पर रोक लगी थी। रेलवे ने मीडिया में आ रही खबरों पर कहा कि ट्रेनों के रिजर्वेशन पर कभी रोक लगी ही नहीं थी।
लॉकडाउन के कारण 14 अप्रैल तक बंद हैं ट्रेनें
रेलवे ने साफ किया कि मौजूदा नियम के तहत यात्रा की तिथि से 120 दिन पहले रिजर्वेशन की सुविधा मिलती है। इस नियम में कोई बदलाव नहीं किया गया है। इसी नियम के तहत 15 अप्रैल और इससे आगे की तिथियों की यात्रा के लिए टिकटों की बुकिंग की सुविधा दी जा रही है। हालांकि रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक ट्रेनों के परिचालन का फैसला रेलवे बोर्ड लेता है। बुकिंग का मतलब ये नहीं है कि 15 अप्रैल से ट्रेनों का परिचालन शुरू हो जाएगा। ट्रेनें 15 अप्रैल से चलेंगी या नहीं ये फैसला पूरी तरह से रेलवे बोर्ड लेगा।