Lockdown की वजह से AI के 250 कामगारों को नहीं मिल रहा काम, पहुंचे बॉम्बे हाईकोर्ट
मुंबई। एयर इंडिया के तकरीबन 250 कामगारों ने काम पाने के लिए बॉम्बे हाईकोर्ट का रूख किया है, कोरोना वायरस के कारण हुए लॉकडाउन के चलते इन श्रमिकों की नौकरी चली गई और अब सभी काम की तलाश में भटक रहे हैं, इन सबके सामने रोजी-रोटी का संकटा पैदा हो गया इसलिए एयर इंडिया लिमिटेड कामगार संघ ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है, जिसपर बांबे हाईकोर्ट ने एयर इंडिया से दो सप्ताह के भीतर जवाब मांगा है।
एयर इंडिया लिमिटेड कामगार संघ की याचिका में कहा गया है ये सभी 250 कामगारों 535 रूपये की दिहाड़ी मिलती थी, ये सभी 240 दिन काम करते थे लेकिन कोरोना अटैक के बाद हुई महामारी ने इन कर्मचारियों के सामने खाने का संकट पैदा हो गया है, बता दें कि ये सभी श्रमिक कैटरिंग असिस्टेंट, बैगेज हैंडलर्स, सिक्योरिटी स्कैनर और बस ड्राइवरों के रूप में काम करते थे, जब से हवाई सेवा शुरू होने को बावजूद इन श्रमिकों को वापस काम पर नहीं बुलाया गया, जबकि स्थाई और कॉन्ट्रैक्ट पर काम कर रहे कर्मचारियों को काम दे दिया गया है, ये इन सभी कर्मचारियों के साथ अन्याय है।
एयर इंडिया के पायलट्स को अप्रैल माह से नहीं मिली 70% सैलरी
यहां आपको ये भी बता दें कि इंडियन कॉमर्शियल पायलट असोसिएशन की ओर से भी एयर इंडिया के सीएमडी राजीव बंसल को पत्र लिखा गया है , जिसमें पायलट को सैलरी नहीं दिए जाने को लेकर चिंता जाहिर की गई है। पायलट्स का कहना है कि हमे अप्रैल माह से ही अपनी सैलरी का महज 30 फीसदी मिल रहा है, हमे अपनी तकरीबन 70 फीसदी सैलरी नहीं दी गई है। ऐसे में पायलट की सैलरी को कम करने की प्रस्तावित योजना पर पायलट्स असोसिएशन ने आपत्ति जाहिर की है।