दलाई लामा पर पूर्व भारतीय राजनयिक की टिप्पणी से नाराज स्थानीयों ने लेह में बंद की दुकानें
नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच चल रहे सीमा तनाव की पृष्ठभूमि में एक न्यूज चैनल की बहस के दौरान पूर्व भारतीय राजनयिक फुंचोक स्टोबदान द्वारा तिब्बती बौद्ध धर्मगुरू दलाई लामा पर की गई एक टिप्पणी से विचलित लद्दाख के मठों उनसे बिना शर्त माफी की मांग की है। टिप्पणी से नाराजगी में स्थानीयों ने लेह जिले में अपनी दुकानें बंद रखीं हैं।
मामले पर लेह में थिकसी और डिस्किट मठों ने एक बयान जारी कर फुन्चोक से माफी की मांग की है और मर्चेंट एसोसिएशन ऑफ लेह ने हड़ताल का आह्वान किया है, जिसके बाद लेह जिले की सभी दुकानों से एकजुटता दिखाते हुए हड़ताल में शामिल होने के लिए कहा है।
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लद्दाखी बौद्ध एसोसिएशन के अध्यक्ष पीटी कुंजुन ने कहा कि सीमा मुद्दे पर भारत और चीन के बीच मौजूदा गतिरोध पर बहस के दौरान पूर्व भारतीय राजनयिक ने दलाई लामा के नाम का उपयोग किया था, जिसमें उनका नाम घसीटने की कोई जरूरत नहीं थी। हम दुनिया भर में बौद्ध समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली ऐसी भाषा के प्रयोग की निंदा करते हैं, क्योंकि यह नहीं होना चाहिए था।
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गौरतलब है हाल ही में एक न्यूज चैनल पर डिबेट के दौरान फुंचोक ने कथित तौर पर लद्दाख में लद्दाख में चीनी घुसपैठ के मुद्दे पर दलाई लामा के बारे में बात की थी, जिसके बाद से लेह में स्थित बौद्ध मठों में रोष है। अपुष्ट खबर है कि फुंचोक स्टोबदान ने टिप्पणी के लिए माफी मांग ली है।
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