गधे के जरिए साक्षरता का संदेश, बनाया ब्रांड ऐंबैसडर
नयी दिल्ली।आम तौर पर गधे को मूर्ख माना जाता है। उसे कम बुद्धि के तौर पर आंका जाता है, लेकिन उत्तर प्रदेश के फतेहपुर गधे को काफी महत्व दिया गया है। फतेहपुर में गधे को कुछ अलग अंजाद में पेश किया गया है। जिसे मूर्ख समझा जाता है उसे साक्षरता का ब्रांड ऐंबैसडर के तौर पर पेश किया गया है।
फतेहपुर में कृषि और सांस्कृतिक महोत्सव के दौरान गधे को साक्षरता का ब्रैंड ऐंबैसडर बनाया गया। इस कार्यक्रम में गधे के जरिए लोगों को पढ़ने लिखने का मेसेज दिया गया। लोग गधे को साक्षरता का ज्ञान देते देख चौंक गए। वहीं लोगों में इस बात को लेकर कौतुहल भी रही।
लोगों के बीच गधा आकर्षण का केंद्र बना रहा। साक्षरता का ज्ञान बांट रहे इस गधे के ऊपर बैनर टांगकर यह संदेश दिया गया कि अगर नहीं पढ़ेंगे तो हमारी तरह कहे जाएंगे। आपको जानकार ताज्जुव होगा कि इस गधाॉे को भारत सरकार द्वारा चलाए जा रहे शिक्षा का अधिकार अधिनियम वर्ष 2009 के निहित प्राविधान के साक्षर भारत मिशन और सर्व शिक्षा अभियान के संदेश फैसलाने के लिए चुना गया है।