लिपुलेख-धाराचूला सड़क मुद्दाः नेपाली रक्षा मंत्री के बाद अब नेपाली PM ने दिया विवादित बयान, जानिए क्या कहा?
नई दिल्ली। लिपुलेख-धाराचूला सड़क निर्माण को लेकर भारत के खिलाफ आक्रामक तेवर चीन की गोद में खेल रहे नेपाल को मिर्ची लग गई है। ताजा उदाहरण नेपाली प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने तेवर और उनके भारत को लेकर पर विवादित बयान से समझा जा सकता है। नेपाली पीएम का आरोप है कि भारत के लोग नेपाल में कोरोना वायरस के संक्रमण को फैला रहे हैं।

पीएम ओली का आरोप है कि भारत से आने वाले लोग बिना उचित जांच के नेपाल रहे हैं। हालांकि नेपाली रक्षा मंत्री और नेपाली पीएम के बयानों के संदर्भ को लिपुलेख-धाराचूला सड़क निर्माण से जोड़कर देखा जा रहा है। इससे पहले नेपाली रक्षा मंत्री ईश्वर पोखरेल ने भारतीय सेना प्रमुख द्वारा की गई टिप्पणी पर नेपाल का अपमान बताया था।

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दरअसल, भारतीय सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे ने संकेत देते हुए कहा था कि नेपाल लिपुलेख मुद्दा उठाने के पीछे कोई विदेशी ताकत हो सकती है, लेकिन बयान से तुनके नेपाली रक्षा मंत्री रक्षा मंत्री ईश्वर पोखरेल ने बयान को राजनीतिक करार देते हुए उसे अनुचित करार दिया। एक नेपाली अखबार को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि भारतीय सेना प्रमुख ने नेपाली गोरखा जवानों की भावनाओं को भी आहत किया है।

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भारतीय सेना प्रमुख जनरल नरवणे ने लिपुलेख-धाराचूला सड़क निर्माण को लेकर नेपाल के विरोध पर संकेत देते हुए कहा था, मुझे नहीं पता कि असल में वे किस लिए गुस्सा कर रहे हैं। पहले तो कभी प्रॉब्लम नहीं हुई, किसी और के इशारे पर ये मुद्दे उठा रहे हों, यह एक संभावना है।

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गौरतलब है जनरल नरवणे ने भले ही चीन का नाम भले ना लिया गया हो, लेकिन नेपाल में उसका दखल किसी से छिपा नहीं है। नेपाल के राजदूत ने भी कहा कि काली नदी के ईस्ट साइड का एरिया उनका है, इसे लेकर कोई विवाद नहीं है। आर्मी चीफ ने कहा था कि जो रोड बनी है वह नदी के पश्चिम की तरफ बनी है, तो मुझे नहीं पता कि वह असल में किस चीज को लेकर विरोध कर रहे हैं।
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