Bulli Bai जैसा हिंदू महिलाओं को निशाना बनाने वाला चैनल अब ब्लॉक हुआ, सरकार बोली- कार्रवाई करेंगे
नई दिल्ली। बुल्ली बाई (Bulli Bai) एप जैसे आपत्तिजनक कंटेंट वाला एक टेलीग्राम चैनल भी ब्लॉक किया गया है। यह ऐसा चैनल था, जो हिंदू महिलाओं की तस्वीरें साझा कर रहा था और गंदे-गंदे कैप्शन के साथ अश्लील सामग्री प्रस्तुत करता था। इस बारे में केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि सरकार 'आश्वयक कार्रवाई के लिए राज्यों के पुलिस अधिकारियों' के साथ समन्वय बैठा रही है। ऐसे कृत्य करने वालों पर जरूर कार्रवाई होगी।
दरअसल, कुछ यूजर्स ने सोशल मीडिया पर शिकायत की थी कि टेलीग्राम ऐप पर एक चैनल हिंदू महिलाओं की तस्वीरों का इस्तेमाल उनकी सहमति के बिना उन्हें गाली देने के लिए कर रहा था। बहरहाल, बुल्ली बाई विवाद की जांच चल रही है, जहां मुस्लिम महिलाओं को निशाना बनाया जा रहा था और उनकी तस्वीरों का इस्तेमाल नीलामी के लिए भी किया जा रहा था। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeiTY) से जुड़े लोगों का कहना है कि, भारतीय कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (CERT-IN) के माध्यम से बुल्ली बाई ऐप मामले की बारीकी से निगरानी कर रही है।
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सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा उपरोक्त मामले में विभिन्न राज्यों की पुलिस से संपर्क किया गया है।मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, सीईआरटी-आईएन इस मामले में गिटहब, ट्विटर, दिल्ली पुलिस और मुंबई पुलिस के साथ समन्वय कर रहा है। इस बीच, मामले की जानकारी रखने वाले मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि यह इस बात की भी जांच कर रहा है कि GitHub जो प्लेटफॉर्म है..उसके लोकल कॉर्डिनेटर्स या आॅनर की क्या भूमिका है। उनमें और एजेंसियों के बीच समन्वय में तेजी लाने के लिए अधिकारियों को बुलाया जा सकता है।
'सुल्ली
डील्स'
के
बाद
सामने
आई
'बुल्ली
बाई'
'बुल्ली
बाई'
नामक
ऐप
के
बारे
में
कहा
जा
रहा
है
कि,
जैसा
पिछले
साल
जुलाई
में
'सुल्ली
डील्स'
चर्चा
में
आई
थी,
ये
कुछ
वैसा
ही
था।
छह
महीने
बाद
सोशल
मीडिया
पर
मुस्लिम
महिलाओं
के
खिलाफ
इस
एक
और
ऐप
का
भंडाफोड़
हुआ।
शिकायतकर्ताओं
के
मुताबिक,
सैकड़ों
मुस्लिम
महिलाओं
की
तस्वीरें
'बुल्ली
बाई'
नामक
ऐप
पर
अपलोड
की
गईं।
कई
यूजर्स
ने
कहा
कि,
इस
फेक
ऐप
पर
मुस्लिम
महिलाओं
की
तस्वीरें
अपलोड
कर
उन्हें
नीलाम
करने
की
कोशिश
की
जा
रही
थी।
जिसके
बाद
कई
महिलाओं
और
उनके
परिवार
वालों
ने
पुलिस
में
शिकायत
की।