भारत में बढ़ गई है लोगों की उम्र, अब दो साल अधिक जी रहे हैं लोग, जानिए क्या कहते हैं आंकड़े
नई दिल्ली, 13 जून। भारत में रहने वाले नागरिकों की औसत आयु में 2 साल की बढ़ोत्तरी हुई है। सैंपल रजिस्ट्रेशनसिस्टम की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार अब भारतीयों की औसत आयु दो साल बढ़कर 69.7 वर्ष हो गई है। वर्ष 2015 से 2019 के बीच के सैंपल आंकड़ों के आधार पर औसत आयु को जारी किया गया है। हालांकि वैश्विक स्तर औसत आयु की बात करें तो भारत में औसत आयु 72.6 है, ऐसे में वैश्विक स्तर भारत अभी भी तकरीबन तीन साल पीछे है। जन्म के समय जीवन की प्रत्याशा को दो वर्ष बढ़ने में 10 साल का समय लग गया।
Recommended Video
औसत
प्रत्याशा
आयु
में
दो
साल
की
बढ़ोत्तरी
वर्ष
1970-75
की
बात
करे
तो
उस
वक्त
जन्म
के
समय
प्रत्याशा
49.7
साल
थी,
यानि
अगले
45
साल
में
इस
आंकड़े
में
तकरीबन
20
साल
का
इजाफा
हुआ
है।
इसके
बाद
2015-19
के
बीच
दो
साल
की
बढ़ोत्तरी
हुई
और
औसत
आयु
69.7
साल
हो
गई।
महिला
और
पुरुषों
के
बीच
जीवन
प्रत्याशा
की
बात
करें
इसमे
अंतर
बढ़ा
है।
अगर
दुनिया
के
अन्य
देशों
से
इसकी
तुलना
करें
नेपाल
और
बांग्लादेश
में
जीवन
प्रत्याशा
भारत
से
अधिक
है।
बांग्लादेश
में
जीवन
प्रत्याशा
71.1
फीसदी
है,
जबकि
नेपाल
में
यह
70.5
साल
है।
यूएन
की
मानव
रिपोर्ट
की
बात
करें
तो
दोनों
ही
देशों
में
नवजात
म-त्यु
दर
भारत
के
मुकाबले
कम
है।
कौन
से
राज्य
शीर्ष
पर
देश
के
अलग-अलग
राज्यों
में
जीवन
प्रत्याशा
दर
की
बात
करें
तो
दिल्ली
में
सबसे
अधिक
है।
यहां
औसत
आयु
75.9
फीसदी
है,
यहां
पुरुषों
की
औसत
आयुक
74.3
वर्ष
और
महिलाओं
की
औसत
आयु
77.5
वर्।
है।
दिल्ली
के
बाद
केरल
दूसरे
पायदान
पर
है
यहां
औसत
आयु
75.2
वर्ष
है।
तीसरे
नंबर
पर
जम्मू
कश्मीर
है
यहां
औसत
आयु
74.2
वर्ष
हिमाचल
प्रदेश
में
औसत
आयु
73.1
वर्ष
पंजाब
में
72.8
वर्ष
औसत
आयु
है।
लिस्ट
में
सबसे
नीचे
के
राज्यों
की
बात
करें
तो
छत्तीसगढ़
में
औसत
आयु
66.9
वर्ष,
उत्तर
प्रदेश
में
औसत
आयु
66.2
वर्ष,
मध्य
प्रदेश
में
औसत
आयु
66.1
वर्ष
है।
असम
में
68.3
वर्ष,
राजस्थान
में
71.3
वर्ष
है।
किन
राज्यों
ने
अच्छा
किया,
कौन
पिछड़ा
पिछले
45
साल
की
बात
करें
तो
ओडिशा
में
औसत
जीवन
प्रत्याशा
में
24
साल
की
बढ़ोत्तरी
हुई
है,
तमिलनाडु
में
45.7
वर्ष
की
बढ़ोत्तरी
हुई
है।
उत्तराखंड
में
चिंता
की
बात
सामने
आई
है।
यहां
2010-2014
के
बीच
औसत
प्रत्याशा
आयु
71.7
वर्ष
थी
लेकिन
2015-2019
के
बीच
यह
घटकर
70.6
वर्ष
हो
गई।
बिहार
और
झारखंड
में
महिलाओं
की
जीवन
प्रत्याशा
आयु
पुरुषों
की
तुलना
में
अधिक
है,
शहर
और
गांव
दोनों
ही
जगह
महिलाओं
की
औसत
आयु
पुरुषों
की
तुलना
में
अधिक
है।