Vizag Gas Tragedy: एलजी पॉलिमर ने मांगी माफी, प्रभावितों की मदद के लिए बनाई टास्क फोर्स
नई दिल्ली: आंध्र प्रदेश में विशाखापट्टनम के एलजी पॉलिमर प्लांट में हुए गैस लीक हादसे से कोहराम मचा हुआ है। इस हादसे में 12 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी, जबकि 5 हजार से ज्यादा लोग इस गैस की चपेट में आए हैं। सरकार और एनजीटी ने मामले की जांच के लिए कमेटी गठित कर दी है। वहीं अब मामले में कंपनी का बयान सामने आया है। कंपनी ने घटना पर खेद व्यक्त किया है। साथ ही प्रभावितों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।
घटना पर कंपनी ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि वो सभी को आश्वस्त करते हैं कि घटना के प्रभावित लोगों और उनके परिवारों की हर संभव मदद की जाएगी। उन्होंने इसके लिए एक टास्क फोर्स बनाई है। उन्होंने कहा कि हमारी टीम सरकार के साथ दिन-रात काम कर रही है, ताकि नुकसान के प्रभाव का आकलन किया जा सके। नुकसान के आकलन के बाद कंपनी एक पैकेज जारी करेगी, जिससे लोगों की मदद की जा सके। वहीं स्थानीय लोगों के मदद के लिए वो एक दीर्घकालीन प्रोग्राम शुरू करेंगे। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है।
भारत को जुलाई में मिलेगी कोरोना वायरस से राहत, लॉकडाउन की वजह से नियंत्रण में है स्थिति-WHO
Recommended Video
NGT
ने
भी
लगाया
जुर्माना
वहीं
दूसरी
ओर
एनजीटी
अध्यक्ष
न्यायमूर्ति
आदर्श
कुमार
गोयल
की
अध्यक्षता
वाली
पीठ
ने
शुक्रवार
को
इस
मामले
पर
स्वत:
संज्ञान
लेते
हुए
एलजी
पॉलिमर्स,
पर्यावरण,
वन
और
जलवायु
परिवर्तन
मंत्रालय,
और
केंद्रीय
प्रदूषण
नियंत्रण
बोर्ड
को
नोटिस
जारी
किया
था।
इसके
साथ
ही
वायजेक
गैस
लीक
मामले
की
जांच
के
लिए
आंध्र
प्रदेश
उच्च
न्यायालय
के
पूर्व
न्यायाधीश
की
अध्यक्षता
में
एक
पांच
सदस्यीय
समिति
गठित
की
है।
एनजीटी
ने
विशाखापट्टनम
में
गैस
लीक
की
वजह
से
हुए
नुकसान
के
एवज
में
एलजी
पॉलिमर
को
50
करोड़
रुपये
की
प्रारंभिक
राशि
विशाखापत्तनम
के
जिला
मजिस्ट्रेट
के
पास
जमा
करने
के
निर्देश
दिए
हैं।