कश्मीर में दहशत फैलाने के लिए पाकिस्तानी पीएम ने हुर्रियत नेता को लिखा था लेटर, NIA ने कोर्ट में पेश किए सबूत
नई दिल्ली। नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने पाकिस्तान सरकार, आईएसआई (पाक खुफिया एजेंसी) और जम्मू-कश्मीर के हुर्रियत नेताओं के बीच गठजोड़ को साबित करने के लिए कोर्ट में डॉक्यूमेंयट पेश किए हैं। एनआईए ने एक पाकिस्तानी प्रधानमंत्री द्वारा घाटी के मुख्य हवाला चार्जशीट व्यापारी जहूर अहमद शाह वटाली को लिखे लेटर को भी कोर्ट में सबूत के रूप में पेश किया है। बता दें कि वटाली को पाकिस्तान उच्चायोग फंडिंग करता है और वे इस धन का इस्तेमाल कश्मीर घाटी में देशविरोधी गतिविधियों को चलाने के लिए इस्तेमाल करते हैं। हालांकि, किस पाकिस्तानी पीएम ने वटाली के लेटर लिखा है, इसके बारे में एनआईए ने खुलासा नहीं किया है।
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, सात साल पहले वटाली हवाला व्यापारी और पाकिस्तान के पूर्व पीएम नवाज शरीफ के बीच पाक अधिकृत कश्मीर के पूर्व पीएम सुल्तान महमूद चौधरी के बेटे की शादी में मुलाकात हुई थी। चार्जशीट में बताया गया है कि वटाली ने हवाला और कई अवैध बिजनेस के जरिए करोड़ों रुपये जमा किए हैं। एनआईए ने के अनुसार, वटाली और पाकिस्तान खुफिया एजेंसियों के बीच बहुत नजदिकी संबंध है।
इससे पहले पिछले महीने एनआईए ने पाकिस्तान के आतंकी संगठनों के साथ अलगाववादियों के संबंध का खुलासा करते हुए दावा किया था कि सैयद अली शाह गिलानी के तहरीक-ए-हुर्रियत और हिज्बुल मुजाहिदीन की वेबसाइट को रावलपिंडी में बैठे एक ही शख्स के द्वारा डिजाइन और संचालित किया जाता है।
एनआईए ने बताया था कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने एक 'कश्मीर कमिटी' का गठन किया है, जिसके प्रमुख ब्रिगेडियर रैंक के अधिकारी होते हैं। इसका मुख्य काम आतंकी हमले, हिंसा, पत्थरबाजी, फंडिंग, भर्ती और अन्य भारत विरोधी कामों को अंजाम देना है।